स्वस्थ रहने के लिए ऐसा आहार लेना जरूरी है जिसमें सही मात्रा में पोषक तत्व हों। लेकिन, पुरुषों का आहार महिलाओं जैसा नहीं हो सकता। उसमें कुछ जरूरी अंतर होते हैं। महिलाओं और पुरुषों की पोषण आवश्यकताएं अलग होती हैं। सेहतमंद रहने के लिए दोनों को अपनी जरूरत के हिसाब से पोषक तत्व लेने चाहिए। पोषण से जुड़ी कई समस्यायें जैसे मोटापा, हृदय रोग, डायबिटीज आदि, महिलाओं और पुरुषों में समान होती हैं। लेकिन, कुल मिलाकर देखा जाए, तो महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों को अधिक मात्रा में कैलोरी की जरूर होती है। जानकार भी मानते हैं कि स्वस्थ रहने के लिए पुरुषों को अधिक कैलोरी की जरूरत होती है। उदाहरण के लिए अगर किसी व्यक्ति का वजन 180 पाउण्ड वजन के किसी सामान्य पुरुष को रोजाना करीब 2100 कैलोरी की जरूरत होती है। वहीं 130 पाउंड की किसी सामान्य महिला को रोज करीब 1400 कैलोरी की जरूरत होती है। अगर आप कड़ी शारीरिक मेहनत करते हैं, तो आप अपने इस आहार में 300 से 500 की अतिरिक्त कैलोरी जोड़ सकते हैं।
इस अंतर की मुख्य वजह हार्मोन में अंतर होना है। इसके अलावा कई सूक्ष्म अंतर भी हैं। अगर आप आकार, वजन और पौष्टिक जरूरतों को हटा भी दें, तो भी महिलाओं और पुरुषों के बीच अंतर है। महिलाओं को गर्भावस्था और स्तनपान जैसे दौर से गुजरना पड़ता है, जिसके लिए उन्हें अधिक पोषक तत्व चाहिए। यह दौर पुरुषों के जीवन में नहीं आता। महिलाओं की तुलना में पुरुषों में लाल रक्त कणिकायें अधिक होती हैं, जो उनके अधिक पोषक तत्वों की जरूरत की एक और वजह है। इसके अलावा पुरुषों का षरीर महिलाओं की तुलना में प्लाजमा ग्लूकोज की कमी का सामना नहीं कर पाता।
प्रोटीन
महिलाओं और पुरुषों दोनों को पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन की जरूरत होती है। हालांकि, पुरुषों को महिलाओं की अपेक्षा अधिक प्रोटीन की जरुरत होती है। खासतौर तब जब वह शारीरिक रूप से अधिक सक्रिय हो। जिम जाने वाले पुरुषों को मांसपेशी निर्माण के लिए अधिक प्रोटीन की जरूरत होती है।
कई बार हम रात को ऐसा भोजन अधिक कर लेते हैं जिसमें कार्बोहाइड्रेट की मात्रा काफी अधिक होती है। कार्बोहाइड्रेट स्वादिष्ट एवं तृप्त करने वाला होता है, लेकिन पुरुषों को चाहिए कि अपने डिनर में अधिक प्रोटीन युक्त भोजन ही करें। इससे उन्हें रात भर में मांसपेशी की मरम्मत में मदद मिलती है।
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उम्र का पुरुषों के पोषक तत्वों पर असर
उम्र बढ़ने के साथ ही पुरुषों में मेटाबॉलिज्म कम होने लगता है। इसके साथ ही इस दौरान उनकी शारीरिक गतिविधियों में भी कमी आने लगती है। परिणामस्वरूप, ऊर्जा के स्तर में भी कमी देखी जाती है। हालांकि, इस दौरान भी पुरुषों को पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन, विटामिन और मिनरल आदि का सेवन करते रहना चाहिए।
यह जरूरी है कि इस दौरान आपके आहार में पोषक तत्वों की मात्रा अधिक हो। पोषक तत्वों की अच्छी मात्रा पुरुषों की रोग प्रतिरोधक क्षमता के सही प्रकार से काम करने के लिए बहुत जरूरी होती है। इसके साथ ही इससे उनकी सम्पूर्ण षारीरिक सेहत भी ठीक रहती है। इतना ही नहीं इससे उन्हें उम्र संबंधित बीमारियां जैसे, कमजोर हड्डियां, आंखों की रोषनी जाना और मांसपेशियों का नुकसान आदि परेषानियों से लड़ने में भी मदद मिलती है।
जनकार मानते हैं कि जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती है हमारी मांसपेशियों की जगह वसा लेने लगती है। और जैसे-जैसे षरीर में वसा की मात्रा बढ़ने लगती है, हमें कम कैलोरी की जरूरत होती है। इसलिए अगर आप उम्र के चैथे दषक में भी खानपान के उसी रवैये को अपनाए रखेंगे जो आप अपने ट्वेंटीज में रखते थे, तो जाहिर तौर पर आपका वजन बढ़ने लगेगा।
व्यायाम
स्वस्थ रहने व मांसपेशियों के निर्माण के लिए व्यायाम आपकी रोजमर्रा की जिंदगी का अहम हिस्सा होना चाहिए। अधिक उम्र के लोग व्यायाम को कम तरजीह देते हैं, यह मांसपेशियों में षक्ति न रहने का एक और कारण है। व्यायाम के जरिये अधिक उम्र में भी अच्छा मेटाबॉलिज्म पाया जा सकता है। हालांकि ऐसे कई सप्लीमेंट भी बाजार में उपलब्ध हैं जो बढ़ती उम्र थामने का दावा करते हैं, लेकिन अभी तक ऐसा कोई साक्ष्य सामने नहीं आया है, जो इनके दावों की पुष्टि करता हो।
कैल्शियम है जरूरी
कैल्शियम पुरुषों के आहार का एक अहम हिस्सा होना चाहिए। यह एक ऐसा पोषक तत्व है जिसे हम अक्सर अनदेखा कर देते हैं। हड्डियों में कमजोरी को अक्सर महिलाओं का रोग माना जाता है, लेकिन हमेशा ऐसा नहीं होता। अगर वास्तविकता देखी जाए, तो पचास वर्ष से ऊपर की आयु के हर चार में से एक पुरुष को कभी न कभी हड्डियों से जुड़ी बीमारियां होती हैं।
यदि हम सही मात्रा में पोषक तत्व लेंगे तो इससे हमारी सेहत लंबे समय तक सही बनी रहती है। पुरुषों को अधिक मात्रा में पोषक तत्वों की जरूरत होती है और उन्हें उसी हिसाब से आहार लेना चाहिए। आप चाहें तो इसके लिए किसी आहार विशेषज्ञ की मदद भी ले सकते हैं।
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