Plant Based Diet: डायबिटीज, जिसे आमतौर पर मधुमेह के नाम से भी जाना जाता है। यह एक गंभीर स्थिति है, जो कि शरीर के पर्याप्त इंसुलिन का उत्पादन करने में असमर्थ होने या फिर शरीर द्वारा ब्लड शुगर के में उतार-चढ़ाव के कारण शरीर द्वारा उत्पादित इंसुलिन को सही ढंग से काम नहीं करता है। इसीलिए, इसे स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा एक 'स्लो किलर' या 'साइलेंट किलर' के रूप में भी जाना जाता है। हालांकि, डायबिटीज के लिए खानपान में कुछ बदलाव और नियमित व्यायाम के अलावा, जीवनशैली में कुद बदलावों से ब्लड शुगर को कंट्रोल रखा जा सकता है। कुछ अध्ययन में शोधकर्ताओं ने पाया है कि बहुत सारे प्लांट बेस्ड खाद्य पदार्थ ब्लड शुगर को कम करने में मदद कर सकते हैं, जिससे कि डायबिटीज को कंट्रोल में रखकर अन्य जटिलताओं से बचा जा सकता है।
अध्ययनों के परिणामस्वरूप प्लांट बेस्ड खाद्य पदार्थों और ब्लड शुगर को नियंत्रित करने के बीच एक गहरा संबंध है। ऐसे लोग जो कि प्लांट बेस्ड खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं उनमें सेमी-वेजेटेरियन लोगों के मुकाबले हाई ब्लड शुगर या डायबिटीज का खतरा कम होता है। इसके अलावा, प्लांट बेस्ड खाद्य पदार्थों से लोगों को (BMI)बॉडी मास इंडेक्स बनाए रखने में मदद मिलती है, जो मधुमेह को रोकने और प्रबंधन में एक प्रमुख निर्णायक कारक के रूप में कार्य करता है।
ब्लड शुगर के लिए प्लांट डाइट
प्लांट बेस्ड खाद्य पदार्थ न केवल डायबिटीज के रोगियों में ब्लड शुगर कंट्रोल करने में मददगार है, बल्कि यह अन्य लोगों के लिए भी फायदेमंद है। आम तौर पर, प्लांट बेस्ड डाइट में फलियां, साबुत अनाज, सब्जियां, फल, नट्स और बीज शामिल होते हैं। ब्लड शुगर के लिए प्लांट डाइट में हरी पत्तेदार सब्जियाँ जैसे लेट्यूस, पालक, ग्रीन सॉरेल, ऐमारैंथ (राजगिरा), मेथी और गैर- स्टार्च वाली सब्जियाँ जैसे करेला, लौकी, गोभी, फूलगोभी, ककड़ी, प्याज, भिंडी, टमाटर, मशरूम शामिल हैं।
फलों में सेब, ब्लूबेरी, चेरी, जामुन, नाशपाती और अमरूद जैसे फल भी डायबिटीज के लिए फायदेमंद हैं। पुदीना, तुलसी और धनिया और मसाले जैसे दालचीनी, हल्दी और इलायची जैसी जड़ी-बूटियाँ भी डायबिटीज को कंट्रोल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। इसके अलावा, फलियां इंसुलिन प्रतिरोध को कम करने, वजन घटाने और मेटाबॉलिज्म सिंड्रोम के खिलाफ सुरक्षा में मददगार हैं।
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प्लांट बेस्ट डाइट को कैसे शामिल करें?
खाली पेट
सुबह खाली पेट आप नींबू और नमक के साथ पोषक तत्वों से भरपूर हरी स्मूदी पिएं। इससे शरीर के डिटॉक्सिफिकेशन, ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करना, ब्लड प्रेशर, खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने जैसे कई फायदे हैं, जिससे मेटाबॉलिक एसिडोसिस को कम करने में मदद मिलती है।
सुबह का नाश्ता
प्लांट बेस्ट डाइट में आप सुबह के नाश्ते में अनाज से बचें। दाल जैसा नाश्ता करें इससे अग्न्याशय पर कार्बोहाइड्रेट भार को कम करने में मदद मिलती है, जिससे ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। जैसे आप चाहें, तो स्प्राउट्स, मूंग दाल डोसा / इडली, बेसन चीला या मिक्स दाल आदि का सेवन कर सकते हैं।
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दोपहर और रात का खाना
दोपहर व रात के खाने में अनाज, पकी हुई सब्जी, दाल और कच्चा सलाद खा सकते हैं। इससे लगभग 65 से 70 प्रतिशत कार्बोहाइड्रेट, 10 से 15 प्रतिशत प्रोटीन, 20 से 25 प्रतिशत वसा और र्प्याप्त मात्रा में घुलनशील और अघुलनशील फाइबर मिलता है। प्रति दिन खाना पकाने के तेल के चार से पांच चम्मच शामिल करने की सलाह दी जाती है।
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