बच्चों को मीठा काफी पसंद होता है यहां तक बड़े भी बच्चों को मीठा खिलाना अच्छा मानते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं छोटे बच्चों को मीठा खिलाना उनकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। अधिक चीनी से स्वास्थ्य संबंधी खतरों को देखते हुए अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन ने बच्चों को एक दिन में छह चम्मच से ज्यादा चीनी नहीं देने की सलाह दी है। उन्होंने यह सलाह 0-2 वर्ष के बच्चों से 18 वर्ष के युवाओं तक के लिए दी है।
'सर्कुलेशन' जर्नल में प्रकाशित एक शोधपत्र में शोधकर्ताओं ने कहा कि बच्चों के आहार में चीनी की मात्रा को नियंत्रित करना एक अहम सार्वजनिक स्वास्थ्य लक्ष्य है। शोधकर्ताओं ने बच्चों के दिल के स्वास्थ्य पर चीनी के के प्रभावों से जुड़े लगभग 100 अध्ययनों को विश्लेषण किया। उन्होंने राष्ट्रीय स्वास्थ्य और पोषण परीक्षण सर्वे के आधार संबंधी आंकड़ों का विश्लेषण भी किया और देखा कि बच्चों के आहार में प्रतिदिन कितनी चीनी शामिल रहती है। उन्होंने पाया कि आजकल बच्चों के दैनिक आहार में औसतन 25 ग्राम से ज्यादा चीनी डाली जाती है।
इसके बाद उन्होंने बच्चों के आहार में चीनी की मात्रा तय करने को लेकर एक नई सलाह की जरूरत महसूस की। अमेरिका के योग निवारण और स्वास्थ्य संवर्धन कार्यालय ने जो सबसे नया दिशा निर्देश दिया है, उसके मुताबिक बच्चों के दैनिक आहार में उनकी कुल कैलोरी आवश्यकता के 10 प्रतिशत से अधिक चीनी नहीं मिलाई जानी चाहिए।
ज्यादा चीनी के नुकसान
एमोरी यूनिवर्सिटी की बाल विशेषज्ञ और शोधकर्ता मिरियम वोस ने कहा, आहार में चीनी की अधिकता से स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याएं हो सकती है। इससे बच्चों को वजन बढ़ने और मोटापे का खतरा होता है। यहीं नहीं मधुमेह और फैटी लिवर की बीमारी भी हो सकती है। इससे आगे दिल के लिए भी गंभीर खतरा पैदा हो जाता है।
आइसक्रीम और ठंडे पेय से बचें
शोधकर्ताओं ने कहा यह सलाह या सुझाव खाने में ऊपर से मिलाई जाने वाली चीनी के लिए है। उन्होंने कहा कि हमें फल, दूध और अनाज समेत विभिन्न खाद्यों से कुदरती तौर पर भी चीनी मिलती है, लेकिन हम ऐसी चीजें भी खाते हैं जिनमें ऊपर से चीनी मिलाई जाती है। इससे और ज्यादा नुकसान होता है। आइसक्रीम, ठंडे पेय, बिस्किट और मिठाइयां ऐसी ही चीजें हैं।
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