माता-पिता बनना यकीनन किसी भी कपल के लिए बेहद खुशनुमा अहसास होता है। यह आपको एक कंप्लीट फैमिली होने का अहसास कराता है, लेकिन यह उतना ही चैलेंजिंग भी है। जीवन में नन्हें कदम अपने साथ ढेर सारी जिम्मेदारियां भी लेकर आते हैं। अब आप सिर्फ पति-पत्नी नहीं होते, बल्कि आपको उस नवजात शिशु की भी देखरेख करनी होती है, जिसमें काफी समय और ऊर्जा खर्च होती है। कई बार ऐसा होता है कि नई जिम्मेदारियों के चलते आपका पति-पत्नी का रिश्ता पीछे छूटता चला जाता है और इससे रिश्ते में तनाव की स्थिति पैदा होती है।
खासतौर से, नींद और अंतरंगता की कमी जैसी कुछ महत्वपूर्ण चीजें हैं, जो संबंधों को काफी हद तक प्रभावित कर सकती हैं। यह यकीनन एक मुश्किल दौर होता है, लेकिन जिम्मेदारियों को निभाते हुए भी संबंधों में प्रेम का संचार किया जा सकता है। तो चलिए आज हम आपको बताते हैं, बच्चा होने के बाद कपल्स के सामने आने वाली मुश्किलों से निपटने के उपायों के बारे में-
करें स्वीकार
किसी भी समस्या को सुलझाने का पहला रास्ता होता है उसे स्वीकार करना। जब तक आप इस बात को स्वीकार नहीं करेंगे कि बच्चे के जन्म के बाद आपके जीवन में फिजिकल व साइकोलाॅजिकल बदलाव आएगा, तब तक आप उस पर काम करना शुरू कैसे कर सकते है। बच्चे के जन्म के बाद जहां एक पुरूष अपनी आॅफिस लाइफ व बच्चे की देखरेख में खुद को मैनेज करने की कोशिश करता है, वहीं एक स्त्री के शरीर में हो रहे बदलावों व समय की कमी के कारण अपने पार्टनर के साथ वक्त नहीं बिता पाती। ऐसा होना सामान्य है, लेकिन परेशानियां तब शुरू होती हैं, जब वे इस बात को एक्सेप्ट नहीं करते। इसलिए आप समस्याओं को जितना जल्दी स्वीकार करेंगे, आपके लिए उतना ही बेहतर है।
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बातचीत का रास्ता
यह सच है कि बच्चा होने के बाद रिश्ते में बदलाव आता है क्योंकि उस समय कपल अपने से अधिक बच्चे को महत्व देते हैं। लेकिन फिर भी बातचीत के जरिए परेशानी को हल किया जा सकता है। जैसे बच्चा होने के बाद समय की कमी कपल को सबसे ज्यादा अखरती है। ऐसे में दोनों व्यक्ति घर व बाहर के कामों को मिलकर कर सकते हैं, ताकि काम जल्दी खत्म हो जाए और फिर वे दोनों एक-दूसरे को समय दे सकें। इसी तरह, भले ही आपके पास समय कम है, लेकिन फिर भी एक-दूसरे के प्रति अपनी भावनाएं, अपना प्रेम प्रदर्शित करना न भूलें। भले ही आप दोनों बच्चे की देख-रेख कर रहे हैं, लेकिन इस दौरान एक-दूसरे का हाथ पकड़ सकते हैं। इस तरह एक-दूसरे का प्यार व उस प्यार का अहसास आपके रिश्ते को कभी भी फीका नहीं होने देता।
खुद को न करें इग्नोर
कई बार रिश्ता इसलिए भी खराब हो जाता है क्योंकि बच्चे की देख-रेख में आप खुद को ही इग्नोर करना शुरू कर देते हैं। छोटे बच्चे के साथ देर रात तक जागना और फिर अगले दिन काम करना यकीनन आपको परेशान कर सकता है। आपको यह समझना चाहिए कि आप बच्चे की सही तरह से देखरेख या रिश्ते में अपना बेस्ट तभी दे सकते हैं, जब आप खुद भी खुश हो। इसलिए बिजी शेड्यूल में भी खुद के लिए कुछ वक्त अवश्य निकालें। यह आपको खुशी देगा, जिससे आपके रिश्ते भी खुशहाल बनेंगे।
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लें मदद
एक नवजात शिशु की देखरेख यकीनन एक बेहद मुश्किल काम है और इसके लिए पूरा ध्यान देने की आवश्यकता होती है। ऐसे में अगर आपको लगता है कि आप दोनों एक-दूसरे को समय नहीं दे पा रहे हैं तो किसी तीसरे व्यक्ति की मदद लेने में कोई बुराई नहीं है। आप चाहें तो कुछ वक्त के लिए बच्चे को अपने पैरेंट्स के पास छोड़ सकते हैं या फिर नैनी रखने पर भी आपका काम काफी आसान हो जाएगा। इस तरह आप दोनों एक-दूसरे के साथ क्वालिटी टाइम स्पेंड कर पाएंगे। वैसे अगर आप बच्चे और अपने रिश्ते को एक साथ अच्छी तरह हैंडल नहीं कर पा रहे हैं तो आप अपने किसी दोस्त, किसी करीबी रिश्तेदार या फैमिली मेंबर्स से भी इस बारे में बात कर सकते हैं, जिन्हें पहले इस तरह की समस्या का सामना करना पड़ा हो। जब आप जानेंगे कि उन्होंने इसी परिस्थिति को किस तरह हैंडल किया तो यकीनन इससे आपको भी अपनी समस्या का हल मिल जाएगा।
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