आज के समय में तनावपूर्ण जीवनशैली और असंतुलित आहार के कारण लोगों में तमाम तरह की बीमारियां हो रही है। इन बीमारियों से शरीर को सुरक्षित करने के लिए नियमित रूप से योगासनों का अभ्यास बहुत फायदेमंद माना जाता है। मालासन (Garland Pose) का अभ्यास शरीर को फिट और हेल्दी रखने में बहुत फायदेमंद माना जाता है। ऐसे लोग जो दिन भर ऑफिस में बैठकर काम करते हैं उनके लिए मालासन योग का अभ्यास बहुत उपयोगी होता है। बवासीर के मरीजों के लिए भी मालासन एक फायदेमंद योगासन माना जाता है। मालासन का अभ्यास करने से पैरों, एड़ियों, घुटनों और जांघों को मजबूत बनाने का काम करता है। इसके अलावा मालासन के अभ्यास से आपके कंधे और बाजुओं को भी फायदा मिलता है। इसके अभ्यास से शरीर लचीला होता है और शरीर के भीतर मौजूद विषाक्त पदार्थ भी दूर होते हैं। आइये विस्तार से जानते हैं मालासन के फायदे और अभ्यास का तरीका।
मालासन के फायदे (Malasana Or Garland Pose Benefits)
मालासन को अंग्रेजी में गारलैंड पोज कहते हैं, यह एक मध्यम श्रेणी का योगासन है। दिन भर दफ्तर में बैठकर काम करने वाले लोगों के लिए मालासन का अभ्यास बहुत फायदेमंद माना जाता है। इस योगासन का नियमित अभ्यास शरीर की कई समस्याओं को दूर करने का काम करता है। मालासन का अभ्यास करने के फायदे इस प्रकार से हैं।
1. मालासन का अभ्यास करने से दिन भर दफ्तर में बैठकर काम करने वाले लोगों को फायदा मिलता है। इसका नियमित अभ्यास शरीर के पोश्चर से जुड़ी समस्या को दूर करने का काम करता है।
2. महिलाओं के लिए मालासन का अभ्यास बहुत फायदेमंद माना जाता है। इसका नियमित अभ्यास करने से महिलाओं में गर्भाशय से जुड़ी समस्या दूर होती है।
3. पाचन तंत्र से जुड़ी समस्याओं में मालासन का अभ्यास बहुत उपयोगी होता है। इसका नियमित रूप से अभ्यास करने से अपच की समस्या दूर होती है और कब्ज आदि में भी फायदा मिलता है।
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4. मालासन का रोजाना अभ्यास करने से महिलाओं में गर्भपात का खतरा कम होता है। गर्भपात से जुड़ी समस्याओं में मालासन का नियमित अभ्यास बहुत फायदेमंद माना जाता है।
5. मानसिक और शारीरिक संतुलन को बनाए रखने में मालासन का अभ्यास बहुत फायदेमंद माना जाता है। इसके अभ्यास से तनाव और चिंता में फायदा मिलता है।
6. जोड़ों, घुटने और जांघ के लिए मालासन का नियमित अभ्यास बहुत फायदेमंद माना जाता है। इसके अभ्यास से जांघ की मांसपेशियों को फायदा मिलता है।
7. कंधे और बाजुओं को मजबूती देने के लिए मालासन का अभ्यास बहुत फायदेमंद माना जाता है।
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मालासन का अभ्यास करने का तरीका (How To Do Malasana Or Garland Pose?)
मालासन कब्ज की समस्या को दूर करता है। इसके अलावा इस आसन को करने से पाचन तंत्र मजबूत बनता है। मालासन का अभ्यास करने के लिए इन स्टेप्स को फॉलो करें।
- इस आसन को करने के लिए सबसे पहले योग मैट पर ताड़ासन में खड़े हो जाएं। पैरों के बीच कुछ दूरी बनाकर रखें।
- अपनी रीढ़ को खींचते हुए पेट को अंदर की तरफ खींचे।
- कंधों को ऊपर की तरफ खींचते हुए गहरी सांस लें और छोड़ें।
- अब अपने दोनों हाथों से नमस्ते की मुद्रा बना लें।
- अपनी छाती या सीने को बाहर की तरफ निकालें।
- लंबी गहरी सांस लें और सांस छोड़ते हुए घुटनों को मोड़ लें।
- अपने तलवों को जमीन पर ही रखें। अपने दोनों हाथों को नमस्ते की मुद्रा में सीने के आगे रखें।
- कोहनियों को घुटनों से सटाकर रखें।
- इस अवस्था में कुछ देर रुकने के बाद आप सामान्य स्थिति में आ सकते हैं।
अगर आप मालासन का नियमित अभ्यास करते हैं तो इससे कई परेशानियां दूर होंगी। शुरुआत में इस आसन का अभ्यास किसी एक्सपर्ट की देखरेख में ही करना चाहिए। इसके अलावा अगर आप किसी अन्य बीमारी से भी परेशान हैं, तो इनके अभ्यास से पहले एक्सपर्ट की राय जरूर लें।
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