मधुमेह, उच्च रक्तचाप के मरीजों में लिवर की बीमारी का खतरा ज्‍यादा, ऐसे करें देखभाल

तेजी से बदलती जीवनशैली और इस भागदौड़ भरी जिंदगी में अक्सर लोग अपनी सेहत का ध्यान नहीं रखते हैं और उनके खाने-पीने की खराब आदतों के कारण लिवर के काम करने की प्रक्रिया प्रभावित होती है, जिसके कारण पीलिया जैसी बीमारी का गंभीर खतरा बढ़ जाता है। मधुमेह और उच्च रक्तचाप के मरीजों में लिवर की बीमारियां होना एक आम समस्या बन गई है। 
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मधुमेह, उच्च रक्तचाप के मरीजों में लिवर की बीमारी का खतरा ज्‍यादा, ऐसे करें देखभाल

तेजी से बदलती जीवनशैली और इस भागदौड़ भरी जिंदगी में अक्सर लोग अपनी सेहत का ध्यान नहीं रखते हैं और उनके खाने-पीने की खराब आदतों के कारण लिवर के काम करने की प्रक्रिया प्रभावित होती है, जिसके कारण पीलिया जैसी बीमारी का गंभीर खतरा बढ़ जाता है। मधुमेह और उच्च रक्तचाप के मरीजों में लिवर की बीमारियां होना एक आम समस्या बन गई है। 

 

नई दिल्ली स्थित सरोज सुपर स्पेशियल्टी हॉस्पिटल के सेंटर फॉर लीवर ट्रांसप्लांट एंड गैस्ट्रो साइंसेज के निदेशक एवं एचओडी डॉ. रवींदर पाल सिंह ने कहा, ''अगर आप चाहते हैं कि आपका लिवर सही तरीके से काम करे तो आपको वसामुक्त या बिना चिकनाई वाला भोजन करना चाहिए। कॉलेस्ट्रोल हमारे भोजन का एक अहम हिस्सा है, जिसे हमारा लिवर संश्लेशित करता है और उसके बाद हमारा शरीर इसे ऊर्जा के स्रोत के रूप में लेता है। हालांकि हमें हमेशा अधिक कॉलेस्ट्रोल वाले भोजन से बचना चाहिए।'' 

उन्होंने कहा, ''ज्यादा कॉलेस्ट्रॉल वाला भोजन करने से लिवर की कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं, जैसे लिवर का मोटापन। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार लिवर का मोटापन दुनिया में सबसे ज्यादा पाई जाने वाली बीमारियों में से एक है।''  

अधिक कॉलेस्ट्रॉल वाले भोजन से बचें

डॉ. रवींदर पाल सिंह ने कहा कि हमें अधिक कॉलेस्ट्रॉल वाले भोजन के बजाए रेशेदार सब्जियां व अनाज का उपयोग करना चाहिए। उन्होंने बताया कि मौजूदा वक्त में लोग धूम्रपान, शराब, तली-भुनी चीजों, जंक फूड, खट्टी चीजों का सेवन अधिक करने लगे हैं जिसके कारण लिवर को बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। 

उन्होंने कहा, "गलत खानपान के कारण लोगों को पीलिया, फैटी लीवर, लिवर कैंसर आदि जैसी कई बड़ी बीमारियां हो सकती हैं। लंबे समय तक लिवर को स्वस्थ रखने के लिए स्वस्थ जीवनशैली के साथ-साथ अच्छा खान-पान भी आवश्यक है ।" 

  • नाश्ता जरूर करें।
  • देर से सोना और देर से उठना बंद करें।
  • प्रोटीन की अधिकता वाला भोजन करें, शराब के अत्यधिक सेवन से बचें, प्रोसस्ड या डिब्बाबंद भोजन के प्रयोग से बचें।
  • भोजन में सलाद के अलावा हरी सब्जियों का सेवन अधिक करें। 
  • लहसुन और अदरक के नियमित प्रयोग से लिवर की कई बीमारियों से बचा जा सकता है। 

बदलती जीवनशैली से लिवर पर पड़ रहा प्रभाव

बदलती जीवनशैली से लिवर पर पड़ रहे प्रभाव के बारे में बताते हुए 3एच् केयर की सीईओ डॉ. रूचि गुप्ता ने कहा, "मौजूदा वक्त की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग अपनी सेहत पर ध्यान नहीं देते। खराब खान-पान की उनकी आदतों के चलते लीवर सही से काम नहीं कर पाता, जिसके कारण अन्य बीमारियां लोगों के शरीर में घर कर जाती हैं। लिवर को नुकसान पहुंचने से पीलिया का खतरा बढ़ जाता है।" 

उन्होंने कहा, "पीलिया दूषित पानी, खाना या वायरल इंफेक्शन के कारण होता है। मधुमेह और रक्तचाप के मरीजों में लीवर की बीमारि एक आम समस्या बन गई है। अगर सही वक्त पर लिवर का उपचार नही किया जाता है तो लीवर कैंसर का जोखिम बढ़ जाता है।''

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लिवर की बीमारी के लक्षण हैंः 

  • बेवजह वजन का घटना। 
  • पीलिया होना। 
  • भूख न लगना, पाचन में समस्या होना, थकान महसूस करना, बार-बार उल्टी आना।
  • चिकित्सकों का कहना है कि समय-समय पर जांच करवाते रहना बेहतर होता है ताकि बीमारी पर समय रहते लगाम लगाई जा सके। 

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