आमतौर पर बच्चों को दोस्त बनाना अच्छा लगता है लेकिन कई बच्चों की आदतों के कारण उन बच्चों के दोस्त नहीं हो पाते। कुछ बच्चे ही नहीं बल्कि कई ऐसे बच्चे होते हैं जब वो अपने दोस्त आसानी से नहीं बना पाते या उनके दोस्त नहीं बन पाते। इसके लिए बच्चों के माता-पिता भी परेशान रहते हैं कि क्यों उनके बच्चों का कोई दोस्त या करीबी नहीं होता। ऐसे में पैरेंट्स बच्चों के लिए पूरी कोशिश करते हैं कि उनके स्कूल, ट्यूशन और आसपास में कोई उनका दोस्त बने या फिर उनके साथ समय बिताए और खेलें, लेकिन कुछ बच्चों की आदतों के कारण ही ये असंभव सा हो जाता है। ऐसे में किसी की गलती नहीं होती है बल्कि खुद बच्चों की कुछ आदतों के कारण ही उनके दोस्त नहीं बन पाते हैं, जिन आदतों को सुधारना बहुत जरूरी होता है। हम आपको इस लेख के जरिए बताते हैं कि आपके बच्चे की किन आदतों के कारण उनके दोस्त नहीं बनते और आपको क्या सुधार कराना चाहिए।
शर्मीला होना
बच्चों की आदत अलग-अलग होती है, ऐसे में ज्यादातर बच्चों की आदत होती है कि वो बहुत ज्यादा शर्मीले होते हैं और किसी से भी बात करने में उन्हें शर्म आती है। इससे उनके साथ वाले बच्चे उनसे सही तरीके से बातचीन नहीं कर पाते, न ही वो उन्हें अच्छी तरह से कुछ बता पाते हैं। इसके कारण दूसरे बच्चे आपसे दूर रहने की कोशिश करते हैं। इस आदत को बदलने के लिए पैरैंट्स अपने बच्चों को रोजाना दूसरों से बात करना सिखाएं, उन्हें बोलने की आदत दें और सिखाएं कि अगर सामने वाला कुछ बोलता है तो उससे बात कैसे की जाए।
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सामाजिक परेशानी
ज्यादातर बच्चों में ये आदत होती है कि वो किसी से भी जल्दी खुल नहीं पाते और और उनसे बात करने में हिचकिचाते हैं। दोस्त न बनने का एक मुख्य कारण ये भी होता है कि बच्चे सामाजिक परेशानियों का सामना करते हैं। इसेस आपका बच्चा दोस्त बनाने में भी हमेशा पीछे रहता है और दूसरों में बहुत कम दिलचस्पी दिखाता है। इसके लिए आप बच्चों को बाहर लेकर जाएं लोगों से बात कराएं और उन्हें बोलने की आदत सिखाएं।
चिड़चिड़ापन
बच्चों का चिड़चि़ड़ापन उनके लिए बहुत बुरी आदत के रूप में देखा जाता है, इस आदत के कारण अक्सर दूसरे बच्चे बात नहीं करना चाहते। ऐसा इसलिए क्योंकि जब किसी बच्चे की आदत चिड़चिड़ी हो जाती है तो वो हमेशा सबसे लड़ाई करना, चिड़चिड़ेपन में बात करना और किसी को भी डांटने जैसी हरकतें करता है। इस कारण दूसरे बच्चे उन बच्चों से दूर रहना ही पसंद करते हैं। ये आदत बड़े होने के बाद गंभीर स्थिति भी पैदा कर सकती है इसलिए जरूरी है कि आप अपने बच्चों को इस आदत से दूर करें। इसके लिए आप उन्हें गुस्सा न करने की आदत, लड़ाई न करना और दूसरों के साथ प्यार से बात करने की आदत दें।
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झूठ बोलना
झूठ बोलना बड़ा हो या बच्चा हर किसी के लिए एक बुरी आदत होती है। जब आपका बच्चा किसी से झूठ बोलता है और पकड़ा जाता है तो दूसरे बच्चे ऐसे बच्चों से दूर रहते हैं। बच्चों को झूठ बोलने की आदत माता-पिता को जल्द से जल्द छुड़ानी चाहिए। इससे वो हमेशा सच बोलेंगे और सचाई के साथ चलना सीखेंगे।
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