Brain Fog: इन 5 संभावित कारणों से होता है ब्रेन फॉग की स्थिति का खतरा, जानें कैसे मस्तिष्क को होता है नुकसान

अगर आप भी खुद को तनाव या अवसाद की स्थिति में देखते हैं तो जान लें किन कारणों से होता है ब्रेन फॉग का खतरा। 
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Brain Fog: इन 5 संभावित कारणों से होता है ब्रेन फॉग की स्थिति का खतरा, जानें कैसे मस्तिष्क को होता है नुकसान

ब्रेन फॉग (Brain Fog) खुद से की जाने वाली कोई चिकित्सा स्थिति नहीं है, बल्कि ये दूसरी चिकित्सा स्थितियों का एक अलग लक्षण है। ब्रेन फॉग की स्थिति में एक प्रकार का विकार शामिल है। इसमें कई ऐसे मानसिक विकार शामिल है जो आपको बुरी तरह से प्रभावित कर सकते हैं। जैसे: याददाश्त की समस्या, सोचने की कमी, ज्यादातर कम एकाग्रता के साथ, ध्यान केंद्रित करने में परेशानी होना। वहीं, इस स्थिति को कुछ लोग इसे मानसिक थकान भी बताते हैं। लेकिन इस स्थिति में आप अपने जीवन को स्थायी नहीं रख सकते हैं। इन सबसे अलग इस विषय का मुख्य जरिया है कि क्या है यानी ब्रेन फॉग (Brain Fog) के संभावित कारण क्या है। हम आपको इस लेख में इस स्थिति के संभावित कारण के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपको इस स्थिति को समझने और इससे बचने में मदद करेंगे। 

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ब्रेन फॉग के कारण क्या हैं?

तनाव

तनाव आपको मानसिक रूप से बहुत ज्यादा हानि पहुंचाता है। तनाव आपके रक्तचाप को बढ़ा सकता है, प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर कर सकता है और आपको अवसाद की स्थिति में पहुंचाने का काम कर सकता है। इसके साथ ही आपको तनाव के दौरान मानसिक थकान की स्थिति का भी सामना करना पड़ सकता है। इस तरह की स्थिति में अपने दिमाग को पूरी तरह से नष्ट पाते हैं और आप ऐसे में खुद को सोचने में कम, तर्क करने में असफल और ध्यान केंद्रीत नहीं कर पाते। जिसके कारण आपको ब्रेन फॉग (Brain Fog) का सामना करना पड़ता है। 

नींद की कमी

नींद की कमी आपके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बुरी तरह से प्रभावित करती है। जिसके कारण आप अगले दिन खुद को तनावमुक्त और थका हुआ महसूस करते हैं। इस तरह आपके मस्तिष्क के कार्यों को अच्छी तरह से बाधित करने में नींद अहम किरदार निभाती है। इसलिए रोजाना रात में 8 से 9 घंटे की नींद का लक्ष्य जरूर रखें। बहुत कम सोने से खराब एकाग्रता और आपकी सोचने की क्षमता कम हो सकती है। 

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हार्मोनल परिवर्तन

ये स्थिति आपके शारीरिक स्वास्थ्य और मानसिक स्वास्थ्य पर सीधा असर करता है। हार्मोनल बदलाव के कारण भी आप ब्रेन फॉग (Brain Fog) का शिकार हो सकता है। महिलाओं में गर्भावस्था के दौरान हार्मोन प्रोजेस्टेरोन और एस्ट्रोजन का स्तर बढ़ जाता है। यह बदलाव आपकी स्मृति को प्रभावित करता है जिसके कारण आप ब्रेन फॉग का सामना करते हैं। 

आहार

डाइट आपके स्वास्थ्य पर किस तरह से असर करती है ये तो आप सभी जानते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं जब आप ब्रेन फॉग (Brain Fog) का सामना करते हैं तो उस स्थिति में भी आपकी डाइट का बहुत बड़ी भूमिका होती है। विटामिन बी -12 स्वस्थ मस्तिष्क समारोह का समर्थन करता है। 

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चिकित्सक स्थिति

सूजन, थकान या रक्त शर्करा के स्तर में बदलाव के कारण भी आप मानसिक थकान का शिकार हो सकते हैं। मस्तिष्क कोहरे क्रोनिक थकान सिंड्रोम का एक लक्षण है, जिसमें छह महीने से ज्यादा समय तक थकान हो सकती है। इसलिए किसी भी मेडिकल स्थिति के दौरान आपको समय-समय पर डॉक्टर से अपनी जांच करानी चाहिए और अपने मानसिक स्वास्थ्य के बारे में बात करने की जरूरत होती है। 

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