
स्ट्रोक के कारण व्यक्ति अपाहिज हो सकता है, यहां तक कि उसकी मृत्यु भी हो सकती है। लेकिन अगर समय रहते इसके लक्षणों की पहचान कर ली जाए तो इससे दुष्प्रभावों को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
स्ट्रोक को ब्रेन अटैक भी कहा जाता है। ब्रेन अटैक होने पर व्यक्ति के मस्तिष्क तक रक्तप्रवाह व ऑक्सीजन सही तरह से नहीं पहुंचता। जिसके कारण व्यक्ति के उस जगह की दिमागी कोशिकाएं मरने लगती हैं। यह स्थिति काफी घातक हो सकती है। इसके कारण व्यक्ति विकलांग हो सकता है। यहां तक कि कुछ स्थितियों में इससे व्यक्ति की जान पर भी बन आती है। वैसे स्ट्रोक होने पर इसके कुछ लक्षण दिखाई देते हैं और अगर समय रहते इन लक्षणों की पहचान करके व्यक्ति को तुरंत चिकित्सीय मदद प्रदान की जाए तो स्थिति को काफी हद तक संभाला जा सकता है। स्ट्रोक पुरूष या महिलाओं में से किसी को भी हो सकता है। तो चलिए आज हम आपको पुरूषों में स्ट्रोक के लक्षणों के बारे में बता रहे हैं-
करें FAST टेस्ट
FAST टेस्ट स्ट्रोक को पहचानने का सबसे आसान तरीका है। अपने आप या किसी और में स्ट्रोक के सबसे सामान्य लक्षणों की जांच के लिए FAST परीक्षण का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- F(face) फेसः मुंह का तिरछा हो जाना।
- A (arm) आर्मः एकाएक एक या दोनों हाथों का बेजान हो जाना।
- S (speech) स्पीचः बोलने में परेशानी या जुबान लड़खड़ाने लगना या फिर पूरी तरह से आवाज चली जाना।
- T (time) टाइमः स्ट्रोक में समय बेहद महत्वपूर्ण है। यह लक्षण दिखाई देने पर टाइम नोट करें व तुरंत अस्पताल लेकर जाएं।
अन्य प्रभावित हिस्से
स्ट्रोक सिर्फ आपके चेहरे, हाथों या बोलने में ही परेशानी खड़ी नहीं करता, बल्कि इससे आपके शरीर के अन्य अंग भी प्रभावित होते हैं। ऐसे में शरीर के अन्य हिस्सों में हुए बदलाव से भी स्ट्रोक की पहचान की जा सकते हैं। इन विभिन्न हिस्सों में दिखाई देने वाले लक्षण हैं-
आंखें: एक या दोनों आंखों में देखने में अचानक परेशानी
चेहरा, हाथ या पैर: अचानक पक्षाघात, कमजोरी या सुन्नता
पेट: पेट में परेशानी का अहसास
शरीर: शरीर में थकान महसूस होना या सांस लेने में परेशानी
सिर: बिना किसी कारण के अचानक और बहुत तेज सिरदर्द
पैर: अचानक चक्कर आना, चलने में परेशानी, या बैलेंस करने में परेशानी
स्ट्रोक के लक्षण मुख्य रूप से इस बात पर निर्भर करता है कि यह आपके मस्तिष्क के किस हिस्से को प्रभावित कर रहा है। स्ट्रोक अक्सर मस्तिष्क के केवल बाएं या दाएं हिस्से को प्रभावित करता है।
इसे भी पढ़ें:- स्पर्म की संख्या बढ़ाने के लिए पुरुषों को खाने चाहिए ये 5 फूड्स, बढ़ती है फर्टिलिटी
देरी बिल्कुल नहीं
यूं तो किसी भी तरह की स्वास्थ्य समस्या होने पर उसकी जल्द पहचान होना बेहद जरूरी है ताकि स्थिति को संभाला जा सके। लेकिन स्ट्रोक होने पर जल्द से जल्द लक्षणों की पहचान करना और भी अधिक आवश्यक है। स्ट्रोक होने पर अगर इलाज मिलने में देरी होती है तो इससे न्यूरॉन्स खत्म होने लगते हैं और वयस्क लोग उन न्यूरॉन्स रीजेनरेट नहीं कर पाते। ऐसे में व्यक्ति जीवनभर के लिए विकलांग हो सकता है। इसलिए समय रहते इसकी पहचान व इलाज करें।
Read more articles on Men's Health in Hindi
इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है हालांकि इसकी नैतिक जि़म्मेदारी ओन्लीमायहेल्थ डॉट कॉम की नहीं है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।