पुरुषों में गलत अंडरवियर के प्रयोग से उनके पिता बनने की क्षमता प्रभावित होती है। हाल में हुए एक शोध में बताया गया है कि टाइट अंडरवियर पहनने से पुरुषों में शुक्राणुओं की संख्या (स्पर्म काउंट) 25% तक घट सकती है, जिसके कारण वो भविष्य में पिता बनने से वंचित रह सकते हैं। आपको जानकर हैरानी की दुनियाभर के युवाओं में इन दिनों स्पर्म काउंट और क्वालिटी दोनों घटे हैं। वैज्ञानिक मानते हैं कि इसका एक बड़ा कारण पुरुषों का अंडरवियर हो सकता है। पुरुषों के लिए बाजार में 2 तरह के अंडरवियर उपलब्ध हैं- ब्रीफ और बॉक्सर। आइए आपको बताते हैं पुरुषों को कौन से अंडरवियर पहनने चाहिए और क्या कहती है रिसर्च।
वैज्ञानिकों ने किए अंडरवियर और सेहत से जुड़े खुलासे
हाल में प्रकाशित एक अध्ययन में बताया गया है कि जो पुरुष ढीले-ढाले अंडरवियर पहनते हैं, उनके स्पर्म की क्वालिटी उन पुरुषों से बेहतर होती है, जो टाइट अंडरवियर पहनते हैं। ये रिसर्च ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा प्रकाशित Human Reproduction नामक जर्नल में छापी गई है। पिछले काफी समय से इस बारे में रिसर्च की जा रही थी कि पुरुषों के अंडरवियर का उनकी सेहत पर क्या प्रभाव पड़ता है। खराब स्पर्म क्वालिटी या कम काउंट के कारण पुरुषों के पिता बनने की क्षमता प्रभावित होती है।
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ब्रीफ या बॉक्सर, क्या पहनें?
पुरुषों के लिए बॉक्सर अंडरवियर की शुरुआत 1920 में हुई थी। ये अंडरवियर जांघों के पास से ढीले होते हैं। इसके लगभग एक दशक बाद ब्रीफ अंडरवियर की शुरुआत हुई। ब्रीफ की खास बात ये थी कि ये बिकनी की तरह त्वचा से चिपकी रहती थीं। ब्रीफ का आकार छोटा होने, फिटिंग अच्छी होने के कारण कुछ लोगों को आज भी ये बॉक्सर के मुकाबले ज्यादा स्टाइलिश लगता है। लेकिन वैज्ञानिकों की मानें तो टाइट अंडरवियर पहनना पुरुषों की सेहत के लिए खतरनाक है। यही कारण है कि पुरुषों को ब्रीफ की जगह बॉक्सर पहनने की सलाह दी जाती है।
टाइट अंडरवियर से स्पर्म क्वालिटी कैसे प्रभावित?
पुरुषों में शुक्राणुओं (स्पर्म) का निर्माण टेस्टिस (अंडकोष) में होता है। ये बेहद संवेदनशील अंग है, जो तापमान से प्रभावित होता है। यह तो आप भी जानते हैं कि हमारे शरीर का अंदरूनी तापमान ज्यादा होता है। अंडकोषों को हेल्दी स्पर्म बनाने के लिए आपके शरीर के वास्तविक तापमान से 2-4 डिग्री सेल्सियस कम का तापमान होना जरूरी है। शायद यही कारण है कि प्रकृति ने पुरुषों के इस अंग को शरीर के बाहर एक अलग जगह दी है, ताकि इस अंग को पर्याप्त ठंडक मिल सके। ये व्यवस्था सिर्फ इंसानों ही नहीं, बल्कि ढेर सारे स्तनधारी जीवों में प्रकृति ने स्वयं की है।
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जब कोई व्यक्ति टाइट अंडरवियर पहनता है, तो शरीर से निकलने वाली गर्मी के कारण अंडकोष भी गर्म हो जाते हैं और स्पर्म के सेहतमंद प्रोडक्शन में बाधा पहुंचती है। वहीं जब कोई व्यक्ति ढीले-ढाले अंतःवस्त्र पहनता है, तो शरीर की गर्मी बाहर निकलती रहती है और ताजी हवा का प्रवेश भी त्वचा तक आसानी से हो जाता है। इससे अंडकोषों को स्पर्म बनाने के लिए सही तापमान मिल जाता है।
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