खिलाड़ियों और एथलीट्स के लिए फायदेमंद है फिश-ऑयल, जानें इसके लाभ

मछली खाने के फायदों से आप बखूबी परिचित होंगे, लेकिन मछली का तेल भी आपके शरीर के लिए वरदान साबित हो सकता है। इसमें मौजूद पोषक तत्व जानलेवा बीमारियों से बचाने के साथ-साथ खिलाड़ियों और एथलीट्स में स्टेमिना और ताकत बढ़ाने के लिए भी काफी लाभदायक है।  
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खिलाड़ियों और एथलीट्स के लिए फायदेमंद है फिश-ऑयल, जानें इसके लाभ

मछली का तेल आमतौर पर हृदय, मस्तिष्क और आंख समेत पूरे शरीर के लिए अच्छा होता है। इसी तरह खिलाड़ी और एथलीट मछली के तेल यानी कि फिश ऑयल का बॉडी-बिलडिंग के लिए इस्तेमाल करते हैं। कुछ लोगों का तो यह भी मानना है कि यह मांसपेशियों की ताकत को बढ़ा सकता है, वर्कऑउट रूटीन में सुधार कर सकता है और एक पावर- बूस्टर साबित हो सकता है। पर क्या  मछली का तेल आपके वर्कआउट रूटीन को सच में प्रभावित कर सकता है। क्या आपको इससे सच में इतना ही फायदा मिलता है। तो आइए हम आपको बताते हैं इसके बारे में। 

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फिश-ऑयल क्या है?

मछली का तेल फैट युक्त मछली के टिशू से निकाला जाता है। इसमें हाई ओमेगा -3 फैटी एसिड होता है । इसके अलावा इसमें ओमेगा -3 के तीम प्रकारों में से दो ईकोसापेंटेनोइक एसिड (EPA) और डोकोसाहेक्सैनोइक एसिड (DHA) भी पाए जाते हैं। हालांकि पाइन नट्स, अखरोट, और सन बीज से भी आप ओमेगा -3 प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन ये मछली के तेल जितना फायदेमंद नहीं होता है। 

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मछली के तेल (फिश-ऑयल) के लाभ-

मांसपेशियों के लिए है फायदेमंद

वास्तव में, कुछ एथलीट स्टेमिना बढ़ाने के लिए घंटों तक जिम या मैदान में पसीना बहाते हैं। जिसके कारण उनके मांशपेशियों में तेज दर्द शुरु हो जाता है। इस तरह के मांशपेशियों के दर्द को डोम्स (Delayed onset muscle soreness) कहा जाता है। DOMS आमतौर पर बॉडी बिल्डरों में तेज वर्कआउट के कारण शरीर के मांशपेशियों में होने वाला दर्द है। ऐसे में मालिश इसके लक्षणों को कम कर सकती है पर मछली का तेल  मांसपेशियों की क्षति और सूजन को कम करके काफी प्रभावी हो सकता है। एक शोध की मानें तो मछली का तेल डोन्स की परेशानी को रोकने में काफी प्रभावी साबित हुआ है। 

कसरत की गुणवत्ता में सुधार 

कुछ शोध बताते हैं कि मछली के तेल में ईपीए और डीएचए वर्कआउट प्रदर्शन में सुधार कर सकते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि तेज वर्कऑउट के दौरान मछली के तेल के सेवन से आपके मांशपेशियों को काफी ताकत मिलती है। इस तरह आप अपने खेल या किसी भी प्रकार के शीरीरिक प्रदर्शन में ज्यादा पोटेंशियल के साथ प्रदर्शन कर पाते हैं। दिलचस्प बात यह है कि मछली के तेल के हाई प्रोटीन और प्रतिरोध किसी भी प्रकार की ट्रेनिंग के लिए मांसपेशियों की क्षमता को बढ़ा सकता है, जिससे आपकी मांसपेशियों के आकार और शक्ति में अधिक बढ़ोतरी हो सकती है।

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मछली के तेल से बल्ड-प्रेशर कम हो जाता है, जो एथलीट को अधिक लचीला बनाता है। यह उन लोगों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण कारक है जो हाई बल्ड प्रेशर से पीड़ित हैं। साथ ही मछली का तेल कोर्टिसोल हार्मोन की मात्रा को  भी कम करता है, जो मांसपेशियों को नुकसान पहुंचा कर, चमड़े के नीचे की फैट्स की परत को बढ़ाता है।

अब बाजार में मछली के तेल के कैप्सूल भी हैं, जिनको एथलीट्स सप्लीमेंट्स के रूप में लेते हैं। इसमें ओमेगा -3 होने के कारण यह हानिकारक कोलेस्ट्रॉल को शरीर से साफ करता है और कई अंग प्रणालियों की गतिविधि में सुधार करता है। वहीं एक आम आदमी, जो खेलों से दूर रहता हो उसे भी प्रति दिन लगभग 2 ग्राम ओमेगा -3 एसिड का सेवन करना चाहिए। जबकि एक एथलीट को शरीर के सभी सिस्टमस के कामकाज कही रखने के लिए 3-4 ग्राम की आवश्यकता होती है।

एक एथलीट के लिए आहार की खुराक का उपयोग एक आवश्यक वस्तु है, जो स्टेमिला बढ़ाने और मांसपेशियों की संरचना में सुधार करने में मदद करता है। बॉडी-बिल्डिंग में मछली के तेल के लाभों को नकारा नहीं  जा सकता। सभी एथलीट्स इसका विशेष रूप से इस्तेमाल कर सकते हैं। खासकर उन एथलीट्स के लिए, जिनका एक सुंदर और स्वस्थ मांसपेशियों वाला बॉडी बनाने का लक्ष्य है।

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