रजोनिवृत्ति का अर्थ है मासिक धर्म का बंद होना। रजोनिवृति औरत के जीवन का वह समय है जब अण्डकोश की गतिविधियां समाप्त हो जाती हैं। यह 45-50 वर्ष की उम्र में महिलाओं को होती है। अगर इस उम्र के दौरान किसी महिला को छह महीने तक मासिक धर्म नहीं आए तो समझ लेना चाहिए कि उस महिला को रजोनिवृति हो गई है। यदि छह महीने के बाद अगर फिर से मासिक धर्म हो जाए तो इसे रजोनिवृत्योन्तर रक्तस्राव कहते हैं। इस दौरान महिलाओं के शरीर में कई तरह के लक्षण देखे जाते हैं जिससे महिलाएं थोड़ी सी चिड़चिड़ी व परेशान हो जाती हैं।
रजोनिवृति के लक्षण हर महिलाओं में अलग होते हैं। हो सकता है किसी महिला को रजोनिवृति के दौरान कोई लक्षण नहीं दिखाई दें और इसके विपरीत अन्य महिला के शरीर में कई तरह के बदलाव दिखाई देने लगें। माहवारी समाप्त होने से पहले हो सकते हैं कि महिलाओं में मासिक धर्म जल्दी-जल्दी होने लगे (अर्थात उनकी अवधि कम हो जाए) या फिर बहुत दूर-दूर हो जाए (चक्र की अवधि लम्बी हो जाए)। रजोनिवृति में गर्मी बहुत ज्यादा लगती है। और वह गरमाहट सारे शरीर में फैल जाती है, ज्यादातर सिर और छाती में बहुत अधिक महसूस होती है। कभी-कभी गरमाहट के बाद महिला को लगता है कि वेजान सी हो रही है या बार बार पसीना आता है। यह गरमाहट 30 सेकण्ड से लेकर कई मिनट तक रह सकती है।
महिलाओं में दिल की धड़कन बढ़ जाती है। ऐसा लगता है कि हाथ-पैरों में चींटी रेंग रही है सुई चुभने जैसा महसूस होता है। इस दौरान महिलाओं को नींद आने में भी समस्या होती है जिससे वे हमेशा थकान महसूस करती हैं।महिलाएं इस समय चिड़चिड़ी हो जाती हैं। मूड में परिवर्तन, झुंझलाहट, थकावाट, स्मरण शक्ति का घटना जैसे बदलाव भी देखे जा सकते हैं।
टॉप स्टोरीज़
मेनोपोज़ के बारे में कुछ सलाह
ज्यादातर लोगों को रजोनिवृत्ति के लिए दवा की जरूरत नहीं है, लेकिन फिर भी सावधानी के तौर पर इस दौरान चाय, कॉफी और मसालेदार आहार का सेवन कम करें, इससे मेनोपोज़ की समस्या बढ़ जाती है। व्यायाम ज़रूर करें इससे आस्टिओपरोसिस की समस्या से कुछ हद तक निजात पाया जा सकता है। दूध और दूध से बनी चीजों का सेवन ज़रूर करें।संतुलित और पौष्टिक आहार का सेवन करें। अगर शारीरिक और मानसिक समस्या हद से ज़्यादा बढ़ जाय तो तुरन्त चिकित्सक से सलाह लें।
मेडिकल भाषा मे इसे हॉट फ्लैशेज कहा जाता है। कुछ महिलाओं को लगता है कि रजोनिवृति का अर्थ है बुढापे की शुरुआत होना लेकिन यह सिर्फ भम्र मात्र ही है।
Image source - gettyimages
Read More Articles On Women's Health In Hindi