आपको अपने आसपास ऐसे बहुत से लोग मिल जाएंगे, जो वजन तो कम करना चाहते हैं, लेकिन कसरत करना या डाइटिंग करना उनके बस की बात नहीं है। अगर लोग इसे शुरू भी करते हैं तो भी कुछ ही दिनों में अपनी पुरानी दिनचर्या पर लौट आते हैं, जिससे बहुत अधिक फर्क नहीं पड़ता। ऐसे लोगों के लिए मील रिप्लेसर काफी अच्छा रहता है। यह स्लिमिंग पिल्स व प्रोटीन पाउडर आदि से बेहद अलग है। यह सुरक्षित है और इससे व्यक्ति वजन को बेहद आसानी से कम सकता है।
जानिए इसे
मैक्स हेल्थकेयर की चीफ डाइटीशियन रितिका समादार कहती हैं कि कोई भी व्यक्ति जिसे अपना वजन कम करना है, वह अपनी मील को मार्केट में मिलने वाले इन मील रिप्लेसर से रिप्लेस कर सकता है। कुछ लोग मील रिप्लेसर को प्रोटीन पाउडर समझ लेते हैं, जबकि यह उससे अलग है। जहां एक ओर प्रोटीन पाउडर का मुख्य तत्व प्रोटीन होता है, वहीं मील रिप्लेसर में प्रोटीन के साथ-साथ अन्य माइक्रो व मैक्रो न्यूटिएंट्स भी पाए जाते हैं। इतना ही नहीं, इनमें कैलोरी काउंट काफी कम होता है। जिसके कारण जब व्यक्ति को प्रतिदिन के कार्य करने के लिए उर्जा की आवश्यकता पड़ती है तो बाॅडी में स्टोर फैट एनर्जी में तब्दील होने लगता है, जिससे वेट लाॅस तेजी से होता है। इसके अतिरिक्त इसमें फाइबर की उच्च मात्रा के कारण व्यक्ति को जल्द भूख नहीं लगती और व्यक्ति अतिरिक्त कैलोरी के सेवन से बच जाता है। कुछ लोग सोचते हैं कि अगर वह खाना नहीं खा रहे और मील रिप्लेसर का सेवन कर रहे हैं तो इससे उन्हें थका हुआ या सुस्त महसूस होगा, जबकि ऐसा नहीं है, क्योंकि इसमें जरूरी पोषक तत्व मौजूद होते हैं।
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न्यूटिशनिस्ट डाॅ. नीलांजना सिंह कहती है कि भले ही इसे लेने से वजन कम करने में मदद मिलती हो लेकिन इसे लेने का भी अपना एक तरीका होता है। सबसे पहले तो इसे लंबे समय तक नहीं लेना चाहिए, क्योंकि कोई भी चीज होल फूड को रिप्लेस नहीं करती। शुरूआत में वजन प्रबंधन के लिए तीन महीने तक इसे लिया जा सकता है। इसके अतिरिक्त पहले महीने में आप दो मील रिप्लेस करें। उसके बाद एक मील और तीन महीने बाद आप अपनी सामान्य डाइट पर लौट आएं।
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होते हैं यह फायदे
- मील रिप्लेसर का लाभ यह है कि जब आप इसे लेते हैं तो आप सीमित कैलोरी काउंट में सभी पोषक तत्व आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। साथ ही इसके जरिए आपको अपने आहार का समय सुनिश्चित करने में भी मदद मिलती है। क्योंकि कैलोरी काउंट में गड़बड़ी, खानपान का समय सुनिश्चित न होने के कारण भी वजन बढ़ता है।
- यह जल्दी वजन कम करने का सुरक्षित तरीका है। इसके जरिए एक व्यक्ति माह में तीन से चार किलो वजन आसानी से घटा सकता है। इतना ही नहीं, मील रिप्लेसर की मदद से घटाया गया वजन जल्दी से वापिस नहीं आता क्योंकि मील रिप्लेसर बाॅडी में वाॅटर रिटेंशन को नहीं, बल्कि बाॅडी फैट को कम करने में मदद करता है।
- यह लेने में आसान है और उन लोगों के लिए फायदेमंद है, जो अपने लिए अलग से लो कैलोरी फूड नहीं बना पाते या उन्हें यह नहीं पता होता कि उनके शरीर को किन तत्वों की जरूरत है।
नुकसान से हों वाकिफ
- जिस तरह सिक्के के दो पहलू होते हैं, ठीक उसी तरह मील रिप्लेसर के फायदे तो हैं, पर इसके नुकसान से भी वाकिफ होना बेहद जरूरी है। न्यूटिशनिस्ट डाॅ. नीलांजना सिंह के अनुसार, इसमें माइक्रो व मैक्रो न्यूटियंटस होते हैं, लेकिन फिर भी ऐसी बहुत सी चीजें नहीं होती, जो भोजन के जरिए प्राप्त होती है। जैसे इसमें फाइटो-केमिकल्स नहीं होते या एंटी-आॅक्सीडेंट्स प्राकृतिक रूप से न होकर सिंथेटिक रूप में होते हैं। वैसे भी कहा जाता है कि पोषक तत्वों को प्राकृतिक रूप से ही लिया जाना चाहिए।

- यह जेब पर भी भारी पडता है। दिन की महज एक मील रिप्लेस करने के लिए आपको प्रति सप्ताह 1500 से 2500 रूपए का खर्च वहन करना पड़ता है।
- अगर आप मील रिप्लेसर के साथ-साथ अपनी अन्य मील्स पर ध्यान नहीं देते तो इसका कोई लाभ नहीं मिलता।
अपनाएं अच्छी आदतें
भले ही मील रिप्लेसर के जरिए कुछ ही महीनों में प्रभावकारी परिणाम देखे जा सकते हों लेकिन अगर आप अच्छी आदतों को नहीं अपनाते तो इससे कोई फायदा नहीं होता। एक बार वजन कम करने के बाद उसे बरकरार रखने के लिए अच्छी ईटिंग हैबिट्स व एक्सरसाइज आदि को भी दिनचर्या में शामिल करना आवश्यक है। इसके बिना दुनिया की कोई भी चीज आपको लंबे समय तक हेल्दी नहीं रख सकती।
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