Parenting Tips: जापानी माता-पिता ऐसे करते हैं बच्चों की परवरिश, आप भी जानें तरीका

Japanese Parenting Tips: बच्‍चों की अच्‍छी परवर‍िश करने के ल‍िए जापानी पैरेंट‍िंग स्‍टाइल से जुड़ी आसान ट‍िप्‍स जान लें।
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Parenting Tips: जापानी माता-पिता ऐसे करते हैं बच्चों की परवरिश, आप भी जानें तरीका

Japanese Parenting Style: बच्‍चों की परवर‍िश आसान काम नहीं है। परवर‍िश क‍िसी बच्‍चे का जीवन सुधार भी सकती है और ब‍िगाड़ भी सकती है। हर माता-प‍िता अपने बच्‍चे को बेहतर इंसान बनाना चाहते हैं, ज‍िससे वो आगे चलकर अच्‍छा भव‍िष्‍य बना सके। अच्‍छी पैरेंट‍िंग की बात करें, तो इसमें बच्‍चे को अच्‍छे संस्‍कार देना, उसके पोषण का ख्‍याल रखना। बच्‍चे की शारीर‍िक और मानस‍िक समस्‍याओं को समझना आद‍ि शाम‍िल है। बच्‍चों की अच्‍छी परवर‍िश के ल‍िए आप जापानी माता-प‍िता से कुछ ट‍िप्‍स ले सकते हैं। दुन‍ियाभर में पैरेंट‍िंग का जापानी तरीका प्रस‍िद्ध है। आ‍ज हम आपको बताएंगे बच्‍चों की सही परवर‍िश का जापानी तरीका।   

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1. बच्‍चे के हर सवाल का जवाब देना 

जापानी पैरेंट‍िंग तरीके की बात करें, तो इस बात का ज‍िक्र सबसे पहले होना चाह‍िए। जापानी माता-प‍िता अपने बच्‍चों के हर सवाल का जवाब देते हैं। वे जानते हैं क‍ि बच्‍चों की उत्‍सुकता शांत कर देने से वो उस चीज के प्रत‍ि सामान्‍य हो जाएंगे। शायद यही कारण है क‍ि जापान में बच्‍चे क्र‍िएट‍िव और बुद्धि‍मान होते हैं। बच्‍चों के मन में उठ रहे सवालों के जवाब माता-प‍िता नहीं देंगे, तो उन्‍हें गलत जानकारी भी सही लगने लगेगी। इसल‍िए बच्‍चों के ल‍िए समय न‍िकालें और उनके अनग‍िनत सवालों के जवाब धैर्य के साथ दें।        

2. बच्‍चे को आत्‍मन‍िर्भर बनाना 

जापान में माता-प‍िता बच्‍चे को बचपन से ही आत्‍मन‍िर्भर बनाते हैं। वे बच्‍चे को अपना काम खुद करने की सलाह देते हैं। साथ ही जापानी माता-प‍िता बच्‍चे को खेल के माध्‍यम से आर्थि‍क फैसलों को लेने काब‍िल बना देते हैं। लड़की और लड़के में फर्क करना जैसी सोच जापान में नहीं है। वहीं हर जेंडर को समान माना जाता है। जापान में बच्‍चों को एक-दूसरे जेंडर के प्रत‍ि इज्‍जत बनाए रखना सीखाते हैं।   

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3. बच्‍चों की बातों को सीक्रेट रखना 

जापान में माता-प‍िता बच्‍चों की बात को इधर-उधर बताते या शेयर करते हुए नजर नहीं आते। बच्‍चे खुलकर उनसे अपने मन की बात कह सकते हैं। बच्‍चों की छोटी से छोटी बात पर भी गौर क‍िया जाता है और उसे प्राथम‍िकता म‍िलती है। बच्‍चों की बातें, दूसरों के साथ शेयर करने से बच्‍चों का व‍िश्‍वास आपके ऊपर नहीं रहेगा। इससे बच्‍चा हमेशा आपके साथ मन की बात कहने में कतराएगा।   

4. बच्‍चों के न्‍यूट्र‍िशन पर फोकस करना 

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जापान तकनीक और स्‍वास्‍थ्‍य के मामले में दुन‍िया के प्रमुख देशों में से एक है। इसका कारण है वहां खानपान और पोषण पर ध्‍यान द‍िया जाता है। माता-प‍िता बचपन से ही बच्‍चे को हेल्‍दी खाने के ल‍िए प्रोत्‍साह‍ित करते हैं। घर में वही खाना पकता है, जो सेहतमंद है। इसके साथ जापानी माता-प‍िता बच्‍चे को खाने का महत्‍व, खाने का सही तरीका आद‍ि पर गौर करते हैं। ये आदतें बच्‍चों में शुरू से ही डाली जाती है।      

5. बच्‍चों को व‍िश्‍वास से जोड़ना 

जापान में क्राइम रेट काफी कम है। कारण है वहां के लोग एक-दूसरे पर भरोसा करते हैं। ये आदत भी परवर‍िश के तरीकों में शाम‍िल है। परवर‍िश के जापानी तरीकों की बात करें, तो वहां माता-प‍िता बच्‍चों का व‍िश्‍वास जीतते हैं और उन्‍हें व‍िश्‍वास करना और उसका महत्‍व समझाते हैं। इससे बच्‍चे एक बेहतर इंसान बन पाते हैं। प्राइवेसी को भी जापान में प्राथम‍िकता दी जाती है। वहां माता-प‍िता बच्‍चों की मर्जी का सम्‍मान करते हैं और उन पर अपनी राय थोपने से बचते हैं।  

जापानी पैरेंट‍िंग स्‍टाइल की बात करें, तो माता-प‍िता बच्‍चे को आत्‍म-न‍िर्भर बनाते हैं। उनके पोषण पर गौर करते हैं, साथ ही बच्‍चे की भावनाओं पर गौर करते हैं।       

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