
क्या धूप में बैठने से कोरोना वायरस से बचने में मिलेगी मदद? जानें इस बारे में क्या कहते हैं डॉ. राम आशीष यादव और शोध?
कोरोना वायरस से बचाव के लिए इस समय सैकड़ों तरीके, नुस्खे और टिप्स इंटरनेट पर यहां-वहां मिल जाएंगे। एक सजग नागरिक के तौर पर आपको खुद से मूल्यांकन और रिसर्च करने के बाद ही इन दावों और तरीकों को सही या गलत मानना चाहिए। अगर आपके लिए ये काम मुश्किल है, तो कोई बात नहीं! ओनलीमाय हेल्थ के एडिटर्स की टीम आप तक हर संभव और सही जानकारी पहुंचाने के लिए हमेशा तत्पर है। हाल में ही केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने अपने एक बयान में कहा कि अगर आप 11 बजे से 2 बजे के बीच 15 मिनट धूप में गुजारते हैं, तो इससे विटामिन डी मिलती है, इम्यूनिटी मजबूत होती है और "कोई भी वायरस" इससे खत्म हो जाता है। हालांकि इस बयान में उन्होंने "कोरोना वायरस" का जिक्र नहीं किया है, मगर ये बात उन्होंने इसी वायरस के संदर्भ में कही है। आइए देखते हैं कि इस विषय में रिसर्च और एक्सपर्ट्स क्या कहते हैं।
#WATCH Union Minister of State for Health and Family Welfare Ashwini Kumar Choubey: People should spend at least 15 minutes in the sun. The sunlight provides Vitamin D, improves immunity and also kills such (#Coronavirus) viruses. pic.twitter.com/F80PX6VOmy
— ANI (@ANI) March 19, 2020
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
ओनलीमायहेल्थ ने इस विषय पर सिद्धार्थनगर के वरिष्ठ चिकित्साधिकारी डॉ. राम आशीष यादव से बात की। उन्होंने बताया , "इस विषय पर कई रिसर्च की जा चुकी हैं और उनमें यही बताया गया है कि धूप व्यक्ति के शरीर में विटामिन डी की मात्रा बढ़ाती है। जाहिर है अगर शरीर में विटामिन डी बढ़ेगा, तो इससे इम्यूनिटी पर भी असर होगा। लेकिन अगर कोई यह कहे कि "धूप कोरोना वायरस को मार सकती है" (अंडर कोट), तो यह कहना अभी जल्दबाजी होगी। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी हाल में ही ये बात साफ कर दी है कि इस उम्मीद पर बैठ जाना ठीक नहीं है कि गर्मी आते ही ये वायरस समाप्त हो जाएगा"
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डॉ. आशीष आगे कहते हैं, "मगर हां, मौजूदा स्थिति में लोग घर पर हैं और उन्हें बाहर न निकलने की सलाह दी गई है, इसलिए अगर वो सुबह के समय अपनी छत पर (सावर्जनिक जगह पर नहीं), थोड़ी देर व्यायाम करते हैं, योगासन करते हैं या बूढ़े लोग आराम करते हैं, तो उनके शरीर को धूप से मिलने वाले अन्य लाभ जरूर मिल सकते हैं। कुल मिलाकर मैं यही कहूंगा कि हल्की धूप में 15-20 मिनट बैठने के कोई नुकसान नहीं हैं, इसलिए आप धूप में बैठें, सुबह या शाम बच्चों के साथ छत पर जाकर खेलें और दोस्तों से फोन पर गपशप करें। लेकिन इसके बीच सबसे जरूरी सावधानियों को न भूल जाएं- वो ये हैं कि अपने हाथों को साबुन से धोते रहें, छींकते या खांसते समय कोहनियों का प्रयोग करें, घर से बाहर न निकलें और न ही घर पर किसी बाहरी व्यक्ति या रिश्तेदार को आने दें। अच्छा खाएं और स्वस्थ रहें। जल्द ही कोरोना वायरस से जीत में भारत को सफलता मिलेगी।"
इस विषय में रिसर्च क्या कहती हैं?
नैशनल जियोग्राफिक पर छपे एक लेख में बताया गया है कि धूप कि अल्ट्रावॉयलेट किरणों का असर इंफ्लुएंजा के वायरस और इस जैसे दूसरे कई वायरसों पर नकारात्मक पड़ता है, यानी ये वायरस धूप में कम प्रभावी हो जाते हैं। लेकिन वैज्ञानिकों का मानना है कि इंफ्लुएंजा और इस जैसे दूसरे सभी वायरस 'सीजनल' हैं, इसलिए धूप की किरणों का इन वायरसों पर जैसा असर होता है, वैसा ही असर कोरोना वायरस पर होगा ऐसा नहीं कहा जा सकता है। इस लेख के अनुसार ये कहना अभी जल्दबाजी होगी कि कोरोना वायरस बदलते मौसम में किस तरह से रिस्पॉन्ड करेगा।
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चीन में अल्ट्रावायलेट किरणों से हो रही है बसों की सफाई
कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित देश चीन रहा है। हालांकि सबसे ज्यादा मौतों के मामले में इटली गुरूवार 19 मार्च को आगे हो गया। चीन में इन दिनों बसों को संक्रमण रहित बनाने के लिए अल्ट्रावायलेट किरणों का इस्तेमाल किया जा रहा है। 'द स्टार' में छपी एक खबर के अनुसार चीन ने पहले बसों को कोरना वायरस मुक्त बनाने के लिए तरल डिसइंफेक्टेंट का छिड़काव किया जा रहा था, जिसमें 40 मिनट लगते थे। इसके बाद भी इस बात की संभावना रह जाती थी कि बस के किसी अनदेखे कोने में ये वायरस मौजूद हो सकता है। इसके बाद उन्होंने अल्ट्रावायलेट किरणों से बसों की सफाई शुरू कर दी। इस तरीको को अपनाने के बाद एक बस को पूरी तरह डिस्इंफेक्टेंट करने में सिर्फ 5 मिनट लगने लगे।
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