
Is Radish Beneficial For Liver Health In Hindi: मूली एंटीऑक्सिडेंट, विटामिन, खनिज और फाइबर का एक अच्छा स्रोत है। इसमें कैलोरी कम होती है, जो कि इसे पौष्टिक आहार बनाती है। जहां तक यह सवाल उठता है कि क्या मूली के सेवन से लिवर स्वस्थ होता है, तो इसमें फिलहाल सीमित वैज्ञानिक प्रमाण हैं। यह भी नहीं कहा जा सकता है कि लिवर डैमेज होने पर मूली का सेवन मददगार हो सकता है। इसके बावजूद, विशेषज्ञों की मानें, तो हेल्दी लिवर के लिए मूली का सेवन करना लाभदायक हो सकता है। इस संबंध में डाइट एन क्योर क्लीनिक की डाइटीशियन और न्यूट्रिशनिस्ट दिव्या गांधी का क्या कहना है, आइए जानते हैं।
क्या कहते हैं अध्ययन
कुछ अध्ययनों से पता चला है कि मूली में पाए जाने वाले तत्व, जैसे कि सल्फोराफेन और एंथोसायनिन, लिवर को डैमेज होने से बचाते हैं। उदाहरण के तौर पर समझें, सल्फोराफेन को सूजन और ऑक्सीडेटिव तनाव कम करने में मदद करते हैं। इसका मतलब यह है कि अगर लिवर में सूजन आ गई या स्ट्रेस बढ़ गया है, तो मूली के सेवन से इसमें कमी आ सकती है यानी लिवर को डैमेज होने से रोका जा सकता है। इसके अलावा, कुछ अध्ययनों से यह खुलासा हुआ है कि मूली में मौजूद एंथोसायनिन भी लिवर की प्रोटेक्शन करता है। एंथोसायनिन मूल रूप से टॉक्सिक पदार्थों से लिवर की सुरक्षा करता है। हालांकि, इन अध्ययनों के अलावा, लिवर स्वास्थ्य के लिए मूली कितना उपयोगी है, यह जानने के लिए और भी अध्ययन और शोध किए जाने जरूरी है। हालांकि, यह तय है कि अपनी डाइट में मूली शामिल करके आप अपने ओवर ऑल हेल्थ को सही रख सकते हैं।
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लिवर के लिए मूली के अन्य लाभ
- जैसा कि पहले ही बताया गया है, मूली एंटीऑक्सीडेंट का एक अच्छा स्रोत है। एंटीऑक्सिडेंट, शरीर को ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाने में मदद करते हैं। ऑक्सीडेटिव तनाव तब होता है, जब शरीर में फ्री रेडिकल और एंटीऑक्सिडेंट के बीच असंतुलन होता है। ऑक्सीडेटिव तनाव, कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है और लिवर को भी डैमेज कर सकता है, जिससे कई अलग तरह की बीमारियां भी हो सकती हैं।
- मूली में कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जैसे विटामिन-सी, एंथोसायनिन और सल्फोराफेन। विटामिन-सी एक शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट ह,ै जो टॉक्सिक पदार्थों से होने वाले नुकसान लिवर को प्रोटेक्ट करने में मदद करता है। इसके अलावा, मूली में सल्फोराफेन भी होता है। यह तत्व मूली के अलावा, ब्रोकली जैसी सब्जियों में भी पाया जाता है। यह ततव सूजन और ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद करने में मदद करता है।
- एंटीऑक्सीडेंट के अलावा, मूली फाइबर का भी एक अच्छा स्रोत है। फाइबर पाचन तंत्र को बेहतर करता है, पेट में हेल्दी बैक्टीरिया को बढ़ावा देता है, जिससे लिवर का काम सुचारू यानी सही ढंग से चलता रहता है। ध्यान रखें, लिवर हेल्दी तभी रहता है, जब पाचन तंत्र सही रहता है। ऐसा इसलिए क्योंकि पाचन तंत्र के माध्यम से आने वाले पोषक तत्वों और अपशिष्ट उत्पादों के प्रोसेस और मेटाबॉलिज्म के लिए जिम्मेदार होता है।
- कुल मिलाकर, यह कहा जा सकता है कि लिवर पर मूली के प्रभावों पर अब तक सीमित शोध हें। इसके बावजूद इसमें मौजूद न्यूटि्एंट्स यह साबित करते हैं कि मूली के सेवन से लिवर को प्रोटेक्शन मिलती है। इसका सेवन करना फायदेमंद हो सकता हैं। हालांकि, यह ध्यान देने वाली बात है कि अगर आपको लिवर से जुड़ी कोई प्रॉब्लम है, तो इसके लिए डॉक्टर से संपर्क करें, प्रॉपर ट्रीटमेंट लें और उनकी सलाह पर दी गई मेडिसिन समय से लें।
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