Is Only Calcium Enough For Strong Bones: अक्सर हम देखते हैं कि लोग हड्डियों में दर्द महसूस होने या चटकने की आवाज आने पर तुरंत कैल्शियम सप्लीमेंट्स लेना शुरू कर देते हैं। क्योंकि आमतौर पर ऐसा माना जाता है कि इस तरह की समस्याएं तब होती हैं, जब शरीर में कैल्शियम की कमी हो जाती है और इसके कारण शरीर के जोड़ व हड्डियां कमजोर होने लगती हैं। ऐसे में बहुत लोग कैल्शियम लेते हैं, क्योंकि कैल्शियम लेने से हड्डियों को फिर से मजबूत बनाने और दर्द से छुटकारा पाने में मदद मिलती है। लेकिन बहुत से लोगों के साथ हम अक्सर यह भी देखते हैं कि नियमित कैल्शियम सप्लीमेंट्स लेने के बाद भी उनकी हड्डियों व जोड़ों में दर्द रहता है और हड्डियां कमजोर होती हैं। लेकिन क्या आपने कभी यह जानने की कोशिश की है कि आखिर ऐसा क्यों होता है? कैल्शियम सप्लीमेंट लेने पर भी उन्हें कोई लाभ क्यों नहीं मिलता है?
लोगों की फिट बनने में मदद करने और उनकी फिटनेस जर्नी को आसान बनाने के लिए ओनलीमायहेल्थ ने एक स्पेशल फिटनेस कैंपेन शुरू किया है, जिसका नाम है "OMH Fitness Guide"। यह एक फिटनेस ट्रेनिंग प्रोग्राम है, जिसमें हम एक्सपर्ट से बातचीत के आधार पर लोगों के साथ फिटनेस और एक्सरसाइज, न्यूट्रिशन और डाइट के साथ-साथ सप्लीमेंट्स से जुड़ी जरूरी जानकारियां शेयर करते हैं। आज इस कैंपेन की सीरीज "सप्लीमेंट ज्ञान" में जानें हड्डियों व जोड़ों को मजबूत बनाने के लिए सिर्फ कैल्शियम सप्लीमेंट लेना क्यों पर्याप्त नहीं है और इसके अलावा किन चीजों की जरूरत होती है।
सिर्फ कैल्शियम सप्लीमेंट्स लेने से हड्डियों मजबूत क्यों नहीं होती हैं- Why Only Calcium Supplement Is Not Enough For Strong Bones In Hindi
योगाचार्य और न्यूट्रिशनिस्ट जूही कपूर की मानें तो यह सही है कि हड्डियां की मानें, तो यह सही है कि कैल्शियम हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी न्यूट्रिएंट है। लेकिन सिर्फ कैल्शियम की मदद से आप न तो अपनी हड्डियों का ताकत बढ़ा सकते हैं और न ही उन्हें मजबूत बना सकते हैं। आपको यह समझने की जरूरत है कि हड्डियों के निर्माण की प्रक्रिया को गति देने और उनकी मजबूती के लिए अन्य शारीरिक गतिविधि करना भी बहुत महत्वपूर्ण है। आप हड्डियों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए विभिन्न वजन उठाने वाले व्यायाम और स्ट्रेंथ ट्रेनिंग वर्कआउट कर सकते हैं। कुछ प्रभावी व्यायामों में शामिल हैं:
1. चलना (Walk): यह एक सरल लेकिन बहुत प्रभावी वेट बीयरिंग एक्सरसाइज है, जो हड्डियों को मजबूत बनाने और संतुलन में सुधार करने में मदद करती है।
2. डांस (Dance): डांस क्लासिस या गतिविधियों में शामिल होना मज़ेदार होने के साथ-साथ वेट बीयरिंग लाभ भी प्रदान कर सकता है।
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3. सीढ़ियां चढ़ना (Stairs Climbing): सीढ़ियां चढ़ने से हड्डियों को भार उठाने में मदद मिलती है और शरीर के निचले हिस्से की ताकत में सुधार हो सकता है।
4. रेजिस्टेंस ट्रेनिंग (Resistance Training): आर्म कर्ल, लेग प्रेस और स्क्वैट्स जैसी गतिविधियों के लिए रेजिस्टेंस बैंड या हल्के वजन का उपयोग करने से मांसपेशियों की ताकत और बोन डेंसिटी में सुधार हो सकता है।
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5. योग (Yoga): योग का अभ्यास, विशेष रूप से योद्धा मुद्रा (Warrior Pose) जैसे आसन और सूर्य नमस्कार को शामिल करने से हड्डियों का स्वास्थ्य बेहतर बनाते हुए, संतुलन, लचीलेपन और मांसपेशियों की ताकत में सुधार करने में मदद मिल सकती है।
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