
UN Report On Climate Change And Covid Effects: संयुक्त राष्ट्र (United Nation) के पीएमएनसीएच संगठन की रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनियाभर में जलवायु परिवर्तन और कोरोना वायरस संक्रमण के कारण महिलाओं और बच्चों की सेहत पर गंभीर असर पड़ा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि जलवायु परिवर्तन की वजह से आने वाले समय में लोगों की सेहत पर गंभीर असर पड़ने वाला है। पार्टनरशिप फॉर मैटर्नल, न्यूबॉर्न एंड चाइल्ड हेल्थ (पीएमएनसीएच) एकाउंटेबिलिटी ब्रेकफास्ट के द्वारा जारी किये गए एक बयान में भी विश्व स्वास्थ्य संगठन और यूनिसेफ के आंकड़ों का हावाला देते हुए कहा गया है कि इसका असर बच्चों और महिलाओं की सेहत पर सबसे ज्यादा पड़ा है और आने वाले दिनों में इसका खतरा और बढ़ा है।
महिलाओं को और बच्चों को नहीं मिली जरूरी खुराक
रिपोर्ट में कहा गया है कि साल 2021 के दौरान कोरोना वायरस महामारी के कारण 2 करोड़ से ज्यादा बच्चों को डीटीपी की खुराक नहीं मिल पायी है। नाइजीरिया, इंडोनेशिया, भारत, एथियोपिया जैसे देशों में ऐसे बच्चों की संख्या सबसे ज्यादा है। आंकड़ों के मुताबिक कोरोना वायरस महामारी और जलवायु परिवर्तन की वजह से लगभग 23 करोड़ महिलाओं और बच्चों की सेहत पर असर पड़ा है। बच्चों को महामारी के कारण डिप्थीरिया, टेटनस जैसे टीके भी नहीं मिल पाए हैं।
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बच्चों का समय से पहले जन्म साइलेंट इमरजेंसी
यूनाइटेड नेशन की इस रिपोर्ट में कहा गया है कि साल 2020 में समय से पूर्व जन्म लेने की वजह से करीब 10 लाख बच्चों की मौत हो गयी थी। बोर्न टू सूनः डिकेट ऑफ एक्शन ऑन प्रीटर्म बर्थ नामक की रिपोर्ट में कहा गया है कि समय से पहले बच्चों का जन्म होना एक इमरजेंसी है और इसकी वजह से बच्चों की सेहत पर भी बुरा असर पड़ रहा है। साल 2020 में बांग्लादेश में सबसे ज्यादा 16.2 प्रतिशत बच्चों का जन्म समय से पहले हुआ है। इस रिपोर्ट में पाकिस्तान मलावी और अमेरिका जैसे देश भी शामिल हैं। समय से पहले बच्चों का जन्म तेजी से बढ़ते वायु प्रदूषण की वजह से हो रहा है।
गर्भवती महिलाओं को ज्यादा खतरा
संयुक्त राष्ट्र की इस रिपोर्ट में जोर देते हुए कहा गया है कि जलवायु परिवर्तन की वजह से गर्भवती महिलाओं की सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि आने वाले समय में विश्व स्वास्थ्य संगठन और यूनिसेफ जैसी संस्थाओं को गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं की देखभाल के लिए निवेश और सतर्कता बढ़ाने की जरूरत है।
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