
सिर में होने वाला दर्द हमेशा आम नहीं होता है। कई बार यह माइग्रेन की समस्या भी हो सकती है। माइग्रेन एक प्रकार की न्यूरोलॉजिकल स्थिति है, जिसमें मरीज को सिर में तेज दर्द बना रहता है। माइग्रेन के मरीज भी चाय और कॉफी के शौकीन होते हैं। असल में यह सेहत के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। चाय की जगह आप अन्य ड्रिंक्स का सेवन कर सकते हैं। आइये एम्स की न्यूरोलॉजी की डॉ. प्रियंका सहरावत से जानते हैं माइग्रेन के मरीजों को चाय की आदत कैसे कम करनी चाहिए।
चाय पीना क्यों नुकसानदायक?
डॉक्टर के मुताबिक अगर आप माइग्रेन के मरीज हैं तो ऐसे में चाय का सेवन थोड़ा कम करना चाहिए। इसे पीने के बजाय आप कुछ अन्य ड्रिंक्स पी सकते हैं। दरअसल, माइग्रेन के मरीजों के मरीजों में चाय पीने से उनका पेट भरा-भरा रहता है, जिससे कई बार वे ठीक तरह से खाना नहीं खा पाते हैं। ऐसे में आप बैलेंस मील नहीं ले पाते हैं। अगर आपको चाय पीने की क्रेविंग होती है तो ऐसे में आप नारियल का पानी, नींबू पानी या फिर फलों का रस पी सकते हैं। इससे सेहत को फायदे मिल सकते हैं।
View this post on Instagram
चाय पीने की आदत कैसे कम करें?
- अगर आप माइग्रेन के मरीज हैं और जरूरत से ज्यादा चाय पीते हैं तो ऐसे में चाय की जगह पर ज्यादा पानी या फिर अन्य तरल पदार्थ पिएं।
- इस आदत को छोड़ने के लिए आपको धीरे-धीरे चाय पीना कम करना होगा।
- इसके लिए आप बिना कैफीन की ड्रिंक जैसे तुलसी की चाय या फिर लेमनग्रास टी पी सकते हैं।
- इसके लिए भरपूर नींद लेने की जरूरत होती है। इससे चाय पीने की आदत कम होगी।
इसे भी पढ़ें - माइग्रेन के मरीजों को डाइट में रखना चाहिए इन चीजों का ध्यान, एक्सपर्ट से जानें क्या खाएं और क्या नहीं?
ज्यादा चाय पीने से होने वाले नुकसान
- ज्यादा चाय पीना सेहत के लिए कई तरीकों से नुकसानदायक हो सकता है।
- ज्यादा चाय पीने से शरीर में आयरन की कमी हो सकती है, जिससे कई बार निमोनिया होने का भी खतरा रहता है।
- इससे पाचन तंत्र पर असर पड़ सकता है, जिससे एसिडिटी और पाचन संबंधी अन्य समस्याएं हो सकती हैं।
- इससे दांतों में कैविटी लगने के साथ ही दांतों में गंदगी जम सकती है।
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version