टीबी या ट्यूबरकुलोसिस (Tuberculosis-TB), जिसे तपेदिक भी कहा जाता है। यह एक संभावित गंभीर संक्रामक रोग है जो मुख्य रूप से आपके फेफड़ों को प्रभावित करता है। टीबी का कारण बनने वाले बैक्टीरिया एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को खांसी और छींक के माध्यम से हवा में छोड़ी गई छोटी बूंदों के माध्यम से फैलते हैं। हालांकि, टीबी का सही इलाज और सावधानी बरतकर इससे छुटकारा पाया जा सकता है, साथ ही हम इसे फैलने से भी रोक सकते हैं।
webmd के मुताबिक, कई बार टीबी होने के बावजूद शरीर में कोई भी लक्षण दिखाई नहीं देते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि इस बीमारी का कारण बनने वाले कीटाणु आपके शरीर में आपको बीमार किए बिना रह सकते हैं। वास्तव में, ज्यादातर लोग जो टीबी से संक्रमित होते हैं, वे फैलने से पहले कीटाणुओं से लड़ने में सक्षम होते हैं। डॉक्टर इसे "अव्यक्त टीबी" (Latent TB) संक्रमण कहते हैं।
Basic cough management can prevent the spread of #TB infection. Take your TB medicines regularly and complete the full course of treatment as prescribed by your doctor. #EndTB #TBHaregaDeshJeetega@PMOIndia @drharshvardhan @AshwiniKChoubey @PIB_India @NITIAayog @TBHDJ pic.twitter.com/zlAdo72LVr
— Ministry of Health (@MoHFW_INDIA) January 24, 2020
लेकिन अगर कीटाणु बहुतायत में होने लगें, तो आप टीबी से बीमार हो जाएंगे। डॉक्टर इसे "सक्रिय टीबी" (Active TB) कहते हैं। टीबी के लक्षण निम्नलिखित हैं।
- तीन सप्ताह या उससे अधिक समय से खांसी आना
- छाती में दर्द
- खांसी के साथ खून और म्यूकस का निकलना
- कमजोरी महसूस करना या अत्यधिक थकान
- अचानक से वजन का कम होना
- ठंड लगना
- बुखार
- रात में पसीना आना
- भूख की कमी
अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई दे तो आप एक्सपर्ट की सलाह ले सकते हैं। टीबी का इलाज किया जा सकता है, वरना ये घातक हो सकता है।
टीबी कैसे फैलता है?
एक व्यक्ति जिसके फेफड़ों में "सक्रिय" बीमारी है, वह इसे हवा के माध्यम से फैला सकता है। "सक्रिय" का मतलब है कि आपके शरीर में टीबी के कीटाणु बढ़ रहे हैं और फैल रहे हैं। यदि आप किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में हैं, जिसे टीबी है, तो यह आपको भी हो सकता है। इसीलिए डॉक्टर उन लोगों को सलाह देते हैं जिन्हें सक्रिय टीबी (Active TB) की बीमारी है, वे घर और अन्य लोगों से यथासंभव दूरी बनाए रखें।
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टीबी को कैसे रोका जा सकता है?
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार के अनुसार, "बेसिक कफ मैनेजमेंट कर टीबी संक्रमण के प्रसार को रोका जा सकता है। अपने टीबी की दवाओं को नियमित रूप से लें और अपने चिकित्सक द्वारा बताए अनुसार उपचार का पूरा कोर्स कंप्लीट करें।"
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टीबी में क्या करें, क्या नहीं?
- खांसते और छींकते समय मुंह को ढक कर रखें
- हाथों को पानी के साथ एंटी-बैक्टीरियल साबुन से धोएं
- टीबी के मरीज का कमरा ऐसा हो जिसमें हवा और सूर्य की रोशन का आवागमन बना रहेगा
- कमरे की खिड़कियां खुली रखें, जिससे वेंटिलेशन की दिक्कत न हो
- टीबी के मरीज कभी खुले में न खांसें और न ही थूकें
- कफ को इकट्ठा कर उसे जमीन (मिट्टी) के नीचे दबा दें, बॉश बेसिन में भी कफ थूकने से बचें, क्योंकि इसके बैक्टीरिया नहीं मरते हैं।
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