बच्चे जैसे जैसे बड़े होते हैं, उन्हें हर चीज के बारे में जानने की इच्छा बढ़ती जाती है। वे जिज्ञासु प्रवृत्ति के हो जाते हैं। अगर आप उन्हें कोई काम बोलते हैं तो वह उसे करने से पहले 'क्यों' करना है यह अवश्य पूछेंगे। इसके अलावा वो अपने आसपास हो रही चीजों के बारे में भी 'क्यों और कैसे' वाले सवाल खूब पूछते हैं। इस आदत से माता पिता कई बार बहुत इरिटेट होते हैं। शायद कुछ बच्चों पर गुस्सा भी हो जाते हैं। लेकिन यह एक अच्छी आदत होती है और आपको गुस्सा हो कर बात टालने की बजाए उन्हें प्यार से समझाना चाहिए और उनकी बातों का उत्तर देना चाहिए। एक माता पिता के लिए यह बहुत मुश्किल घड़ी होती है। क्योंकि उन्हें हर बात में 'क्यों' जैसे सवाल का सामना करना पड़ता है। यह काफी हताशा जनक भी हो सकता है। लेकिन आज हम आपके लिए कुछ ऐसी टिप्स ले कर आए हैं, जिनकी मदद से आप इस स्थिति से उबर सकते हैं।
कोलंबिया एशिया हॉस्पिटल के पीडियाट्रिशियन डॉ अमित गुप्ता कहते हैं कि होता यह है बच्चा वास्तव में वही सवाल पूछता है जिसका वह अनुभव कर रहा होता है। मान लीजिए आपसे आपका बच्चा पूछ रहा है कि, "कार से कहां जा रहे हैं?" इसका अर्थ है कि वह यह पूछना चाह रहा है, 'क्या कार से वह भी जाएगा'? बच्चे की जिज्ञासा शांत करने की कोशिश करें। यदि कोई ऐसा सवाल है जिसका आप जवाब नहीं देना चाहते। तो बच्चे का ध्यान दूसरी ओर लगाएं।
1. बच्चों को प्रोत्साहित करें (Encourage Your Children)
अगर आपके बच्चे हर बात पर सवाल करते हैं तो यह उनकी अच्छी आदत है। इससे वह हर स्थिति में ऐसे ही ढलने की बजाए सवाल करना सीखते हैं। अगर आप बच्चाें काे हतोत्साहित करते हैं तो वह आगे भी किसी बात को ले कर प्रश्न नहीं करेंगे। सीधी बात को मान लेंगे। इससे भविष्य में उनके अधिकारों का हनन हो सकता है और उनका शोषण भी हो सकता है। उन्हें हर बात का साधारण सा जवाब देने की कोशिश करें। ताकि वह जवाब सुन कर संतुष्ट हो सकें। आप भी ज्यादा हताश न हों। बच्चाें काे हमेशा प्राेत्साहित करते रहें।
(Image Source : Very Well Family)
2. मजाक में समझाएं (Mocking Way)
कई बार अधिक क्यों सुनने से आप यदि परेशान हो जाते हैं तो कुछ समय आपको मजाक में इन सवालों का जवाब देना चाहिए। ताकि बच्चों को उत्तर भी मिल जाए और आपको भी अधिक दिमाग न लगाना पड़े। कई बार अगर वह प्रश्न पूछते हैं तो उन्हें चुप भी करा सकते हैं या फिर आप हंसी मजाक में भी कोई ऐसा जवाब दे सकते हैं। जिससे आपके बच्चों को हमेशा वह उत्तर याद रह सके। ताकि वे अगली बार वही प्रश्न को दुबारा दुबारा न पूछें।
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3. कुछ न कुछ जवाब जरूर दें (Try To Ignore)
आप बच्चों के कुछ सवालों को छोड़ सकते हैं। लेकिन इग्नोर करने का मतलब यह नहीं होता है कि आपके बच्चा आपसे कुछ पूछता है तो आप उसका जवाब ही नहीं दें। कुछ सवालों का जवाब आप इस प्रकार भी दे सकते हैं कि 'मुझे पूरी जानकारी नहीं'। जरूरी नहीं है कि आप हर चीज में दिखायें कि आपको सब कुछ आता है।
4. जवाब साथ ढूंढे (Lets Find It)
यदि आप बच्चे के 'क्यों' का सवाल देना चाहते हैं लेकिन समझ नहीं पा रहे किस तरह से देना है। तो एक बेहतर विकल्प है कि आप बच्चे से बोलें 'आओ इस सवाल का जवाब हम दोनों मिलकर ढूंढते हैं। हम दोनों इसका जवाब मिलकर ढूंढेंगे तो जरूर उत्तर मिलेगा।' इस तरह से बच्चे की जिज्ञासा भी शांत होगी और उसको टीम वर्क की अहमियत समझ में आयेगी।
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हर बच्चे के जीवन में एक ऐसा समय जरूर आता है जब वह अधिक जिज्ञासु बन जाता है। लेकिन व्यस्तता में बच्चों का बार-बार सवाल करना, मां बाप को कभी कभी चिड़चिड़ा बना देता है।याद रखें बच्चा आपसे सवाल तभी तक कर रहा है, जब तक वह छोटा है। बड़े होने पर वह अपने सवालों का जवाब खुद से ही ढूंढने लग जाएगा।
(Main Image Source : Today's Parent)
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