Nausea During Pregnancy: गर्भावस्था में महिलाओं को बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इन्हीं परेशानियों में से एक है मितली की समस्या। बहुत सी महिलाएं गर्भावस्था में भी काम को तवज्जों देती है। वर्किंग महिलाओं को मितली से बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता है। गर्भावस्था के पहली तिमाही यानी कि 13 महीनों में महिलाओं को मितली की ज्यादा शिकायत रहती है। इस दौरान किसी भी समय मितली के कारण उल्टी करने का मन करने लगता है। ऐसे में वर्किंग महिलाओंं को काफी दिक्कत होती है। हालांकि पूरे ही गर्भावस्था में महिलाओं में भोजन के प्रति अरूचि, मितली और भी बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। लेकिन पहली तिमाही में तो ये दिक्कतें कुछ ज्यादा ही रहती है। इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि आप मितली की समस्याओं से कैसे छुटकारा पा सकती है। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के झलकारीबाई अस्पताल की गाइनोकॉलोजिस्ट डॉ दीपा शर्मा से बात की।
गर्भावस्था में क्यों होती है मितली की समस्या?- Nausea During Pregnancy
- गर्भावस्था में मितली होने से कोई मां और बच्चे को कोई खतरा नहीं होता है। यह एक सामान्य बात है कि गर्भावस्था के शुरुआती 3 महीनों से अक्सर गर्भवती महिलाओं को मितली की शिकायत रहती है। इस दौरान महिलाओं को उबकाई आना, उल्टी होने का मन और कभी कभी उल्टी भी हो जाती है। इसके कुछ संभावित कारण हो सकते हैं।
- ह्यूमन कोरियोनिक गोनाडोट्रॉफिन (एचसीजी) प्रेग्नेंसी की शुरूआत में तेजी से शरीर में बढ़ता है। वहीं गर्भावस्था के चौथे हफ्ते में एनसीजी का स्तर कम होने लगता है। वैसे तो एनसीजी और मितली में कोई संबंध स्पष्ट नहीं है। लेकिन क्योंकि एचसीजी शुरुआती महीनों में तेजी से बढ़ता है और इसी दौरान मितली की सबसे ज्यादा समस्या होती है। वहीं चौथे हफ्ते में ये कम होने लगता है और इस दौरान मितली की समस्या भी कम होने लगती है। इसलिए ये भी मितली का एक कारण हो सकता है।
- एस्ट्रोजन हॉर्मोन भी मितली का कारण हो सकता है। दरअसल, ये हार्मोन गर्भावस्था के शुरुआती चरण में तेजी से बढ़ता है। इसलिए प्रेगनेंट महिलाएं स्वाद और गंध के प्रति संवेदनशील हो जाती है। यहीं कारण है कि उन्हें इस दौरान कुछ भी खाना पीना अच्छा नहीं लगता है।
- पाचन तंत्र भी गर्भावस्था के शुरुआती चरण में होने वाले बदलाव के प्रति संवेदनशील होता है। इस कारण उन्हें उल्टी या मितली की शिकायत हो सकती है।
काम के दौरान मितली की समस्या से कैसे पाएं छुटकारा?- How to Get Rid of Nausea At Work in Pregnancy
कामकाजी गर्भवती महिलाएं नीचे दिए गए कुछ टिप्स अपनाकर मितली की समस्या से छुटकारा पा सकती है।
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1. अदरक
अदरक का इस्तेमाल करके आप मितली से छुटकारा पा सकती है। हर घर में चाय और खाने में अदरक का इस्तेमाल होता है। गर्भवती महिलाओं को जब भी उल्टी या मितली की शिकायत हो तो एक अदरक का टुकड़ा चबा लेना चाहिए। आप अदरक की चाय भी पी सकती है।
2. नींबू
जब भी मितली या उल्टी होने का मन हो तो नींबू पानी पी लेना चाहिए। इसके लिए एक गिलास गुनगुने पानी में नींबू का रस और नमक डालकर पीने से मितली और उल्टी की समस्या से छुटकारा मिल सकता है।
3. पुदीने का तेल
पुदीने की चटनी को तो लोग बहुत चाव से खाते हैं। लेकिन पुदीने के तेल के बारे में लोग उतने अवगत नहीं है। पुदीने का तेल मितली या उल्टी के इलाज के लिए कारगर हो सकता है। बता दें कि पुदीने का तेल खाना नहीं होता, बल्कि इसकी कुछ बूंदें अपनी हथेली पर लें और उसे सूंघे। ऐसा करने से मितली या उल्टी का मन होने पर राहत मिल सकती है।
4. दालचीनी
गर्भवती महिलाओं को जब मितली या उल्टी का मन हो, तो दालचीनी की चाय पी लेनी चाहिए। ऐसा करने से करने से इस समस्या का समाधान हो सकता है।
5. इलायची
मितली या उल्टी की शिकायत होने पर एक इलायची को अपने मुंह में डाल लेना चाहिए। ऐसा करने से आपको इस समस्या से छुटकारा मिलेगा।
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