
बाज़ार में आजकल मिलावटी चीजों का मिलना आम हो गया है। दैनिक जीवन में उपयोग होने वाली हर एक चीज में मिलावट देखने को मिल सकती है। खाने-पीने की चीजों में मिलावट का सीधा असर हमारे स्वास्थ्य पर पड़ता है ऐसे में बाज़ार से सामन लेते वक़्त बेहद सतर्क भी रहना होता है। आजकल सरसों के तेल में मिलावट (Adulterated Mustard Oil) की बात सामने आ रही है, कई जगहों पर ऐसे तेल पकड़े भी गएँ हैं जिनमें मिलावट की गयी थी। सरसों का तेल भारत में सबसे ज्यादा उपयोग में लाया जाता है, लगभग हर रसोई में आसानी से यह मिल सकता है। लेकिन बाज़ार से अगर आप नकली तेल खरीद कर उसका इस्तेमाल करते हैं तो इसका सीधा असर आपकी सेहत पर पड़ेगा। वैसे तो सरकार की तरफ से नकली और मिलावटी चीजों को बेचने को लेकर कड़े दिशानिर्देश जारी किये गए हैं लेकिन बाज़ार से सरसों का तेल खरीदते वक़्त कुछ बातों को ध्यान में रखकर आप असली और नकली तेल की पहचान कर सकते हैं।
कैसे होती है सरसों के तेल में मिलावट (Adulterated Mustard Oil)
हाल ही में कई जगहों पर नकली तेल के पदके जाने के बाद यह बात सामने आई कि नकली तेल बनाने वाले लोग सस्ते पाम आयल, कच्चे चावल की भूसी का तेल, कच्चे सोयाबीन का तेल, रंगों और तमाम केमिकल का उपयोग कर सरसों का नकली तेल बनाते हैं। जानकारियों के मुताबिक कुछ जगहों पर तो सरसों के नकली तेल को बनाने के लिए विषैले ऑर्गेमोन के तेल का भी इस्तेमाल किया जाता है जिसके सेवन से मौत की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है। आमतौर सरसों का तेल बनाने वाली हर कंपनी शुद्धता की गारंटी देती है लेकिन फिर भी कहीं न कहीं से मिलावटी तेल मार्केट तक पहुंच जाते हैं। नकली तेल की पैकिंग में भी लगभग सामान दिखने वाले दूसरी कंपनियों की ब्रांडिंग और लोगो आदि का इस्तेमाल भी करते हैं ऐसे में मार्केट से खरीदते वक़्त असली और नकली की पहचान करने के लिए ये टिप्स आपके लिए उपयोगी हो सकती है।
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ऐसे करें सरसों के असली और नकली तेल की पहचान (How to Identify Mustard Oil is Pure)
बाज़ार से सरसों का तेल खरीदते वक़्त आप कुछ आसान तरीकों का पालन कर असली और नकली तेल की पहचान कर सकते हैं। आइये विस्तार से जानते हैं इनके बारे में।
1. सरसों की तेल की महक से इसकी पहचान की जा सकती है। सबसे पहले आपको सामान्य और असली सरसों के तेल की महक को जानना होगा, इसके लिए सबसे आसान तरीका यह है कि आप सरसों के बीज को पानी में भिगोकर उसके पेस्ट की महक को अच्छी तरह से समझ लें। अब मार्किट में मिलने वाले तेल की महक की तुलना इससे करने पर असली और नकली तेल का पता लग सकता है।
2. किसी छोटे बर्तन में थोडा सा सरसों का तेल लेकर इसे 1-2 घंटे के लिए फ्रिज में रख दें। एक से दो घंटे के बाद इस तेल को निकलकर देखें, अगर फ्रिज में रखने से तेल जम रहा है और इसमें सफ़ेद रंग के निशान दिखाई दे रहे हैं तो इसका मतलब तेल में किसी न किसी रूप में मिलावट जरूर की गयी है।
3. बाज़ार में मिलने वाले सरसों के तेल को हथेलियों पर अच्छी तरीके से रगड़ने से भी इसकी शुद्धता का पता लगाया जा सकता है। सबसे पहले तेल को लेकर हथेलियों पर सही तरीके से रगड़ें, अगर तेल को रगड़ने के बाद किसी केमिकल की गंध आ रही है या फिर हथेलियों पर इसके निशान बन रहे हैं तो इसका मतलब है कि तेल में मिलावट की गयी है।
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4. सरसों का तेल असली है या नकली इसकी पहचान नाइट्रिक एसिड परीक्षण से भी की जा सकती है। इसके लिए आपको एक चम्मच तेल को 5 मिलीलीटर नाइट्रिक एसिड के साथ मिलाना होगा। अगर इसका रंग पीला या नारंगी में बदल जाता है तो इसका मतलब है कि इस तेल में आर्गेमोन तेल की मिलावट की गयी है।
5. बैरोमीटर परीक्षण की सहायता से भी सरसों के असली और नकली तेल की पहचान की जा सकती है। बैरोमीटर जांच में अगर सरसों के तेल की रीडिंग 58 से 60.5 तक है तो इसे शुद्ध सरसों का तेल माना जायेगा और यदि इसकी रीडिंग इससे ज्यादा होती है तो यह मिलावटी तेल हो सकता है।
इन आसान तरीकों से आप असली और नकली सरसों के तेल की पहचान कर सकते हैं। बाज़ार में मिलने वाले मिलावटी और नकली तेल के सेवन से कई बीमारियां हो सकती है और स्थिति गंभीर होने पर जान जाने की नौबत भी आ सकती है। तेल का इस्तेमाल करने से पहले यह सुनिश्चित कर लेना कि यह तेल असली या नकली है सेहत के लिए फायदेमंद होता है।
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