क्या आप जो खाना खाते हैं वो आपके स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित है? जानें खाने की साफ-सफाई से जुड़ी जरूरी बातें

क्या आपने कभी खाने के सामान को फ्रिज में रखने से पहले उसकी एक्सपायरी डेट और पोषक तत्वों की लिस्ट को चेक किया है। नहीं? तो यह लेख आपके लिए है।
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क्या आप जो खाना खाते हैं वो आपके स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित है? जानें खाने की साफ-सफाई से जुड़ी जरूरी बातें

क्या आप भी किसी खाद्य को खाने से पहले उसकी एक्सपायरी डेट को चैक करते हैं? यदि आप का उत्तर ना है, तो आप अकेले ऐसे इंसान नहीं हैं। हम में से बहुत से लोग बिना एक्सपायरी डेट चैक किए कुछ भी खा लेते हैं और फिर हमारी यही आदत कई बार हमारे बीमार होने का कारण बन जाती है। इसके अलावा भी बहुत सी गलतियां हम करते हैं, जिससे हमारा भोजन ही हमारी बीमारी का कारण बन जाता है।

food safety

हाइजीन का रखें ख्याल

खाने से होने वाली बीमारियों का सबसे मुख्य कारण होता है कि हम फल या सब्जियों को दूषित पानी से धो कर खाते हैं या फिर उन्हें धोते ही नहीं हैं। यदि हम इन्हे बिना धोए खाएंगे तो उन पर प्रयोग किए गए केमिकल्स व प्रिजर्वेटिव आदि हमारे शरीर के अंदर चले जाएंगे जिनसे हमें नुक़सान होगा। अतः खाते समय हाइजीन का खास ख्याल रखें। खास कर जब आप एनिमल प्रोडक्ट जैसे अंडा या दूध, दही आदि खाते हैं।

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दूषित खाने से होने वाली बीमारियो का खतरा सबसे अधिक गर्भवती महिला को, छोटे बच्चे को व 65 साल से अधिक बुजुर्ग को होता है। वह व्यक्ति जिस का इम्यून सिस्टम बहुत कमजोर होता है उसे भी खाने के हाइजीन का मुख्य तौर पर ध्यान रखना चाहिए।

रिसर्च के अनुसार

सरकार द्वारा की गई रिसर्च के अनुसार सालमोनेला उन खाद्य पदार्थों में से एक है जिनमे से फूड बॉर्न डिजीज निकलती हैं और जिसके द्वारा लोग बीमार होते हैं और यहां तक कि मर भी जाते हैं। सलमोनेला से अमेरिका में लगभग 1.35 मिलियन लोगों में बीमारी फैलती है जिनमे से औसतन 26,500 लोगों को अस्पताल तो पहुंचने की नौबत आती है और सैकड़ों लोगो की मृत्यु भी हो जाती है। इसके अलावा सब्जियों व फलों व बीफ, पोर्क आदि के कारण भी इंफेक्शन फैलता है। इनके लक्षणों में डायरिया, फीवर व अब्दोमिन में दर्द आदी शामिल हैं।

कच्चा दूध भी है नुकसानदायक

आप को इंफेक्शन या बीमारी न केवल कच्चे फल व सब्जियां खाने से होता है बल्कि यदि आप कच्चे दूध से बने पनीर को भी खा लेते हैं तो भी सम्भावना है कि आप को इससे कुछ साइड इफेक्ट हो जाएं। इसे ई कोली कहा जाता है। इसके लक्षणों में पेट में दर्द, डायरिया, उल्टियां व बुखार आदि शामिल हैं। चूंकि फूड पॉयजनिंग घातक हो सकता है तो आप को अपनी सुरक्षा के लिए कुछ सुरक्षा बरतनी चाहिए। यदि आप को स्टूल, बहुत तेज बुखार, कई बार उल्टियां, डिहाइड्रेशन, कई दिन तक होने वाला डायरिया, संकेत देखने को मिलते हैं तो आप को तुरन्त डॉक्टर को दिखा लेना चाहिए। ‌

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 कुछ सुरक्षा टिप्स

  • यदि आप ने पहले से कच्चे मीट को किसी चॉपिंग बोर्ड पर रखा है तो यदि आप किसी अन्य प्रकार का मीट पकाना चाहते हैं तो आप उसी चॉपिंग बोर्ड का प्रयोग न करें। उसके लिए किसी अन्य बोर्ड का इस्तेमाल करें।
  • हर चीज को खाने से पहले उसे नल के नीचे चलते पानी में अच्छे से धो लेना चाहिए। ताकि वह दूषित न रहे। मीट व डेयरी बेस उत्पादों को सुझाए गए तापमान में ही रखें।
  • बर्तन साफ करने वाले स्पॉन्ज को भी अच्छे से नियमित रूप से धोते रहे । जिन उपकरणों में आप खाना पकाते हैं उन्हें भी अच्छे से धोना चाहिए। खाना बनाने से पहले व बाद में हाथों को गर्म पानी से धोना चाहिए।

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