आपका टूथब्रश कीटाणुओं से भरा होता है। एक अनुमान के मुताबिक, खुले टूथब्रश में 10 करोड़ से ज्यादा जीवाणु होते हैं जिनमें ई कोलाई (जिनसे डायरिया होता है) और स्टैफाइलोकॉकाई (जिनसे त्वचा में संक्रमण होता है) शामिल हैं। हर दिन हमारे मुंह में सैकड़ों सूक्ष्मजीव होते हैं। जब आप दांतों पर से ब्रश की सहायता से प्लाक हटाते हैं, तो उस पर जीवाणुओं को भर देते हैं। डाक्टरों की राय है कि टूथब्रश को लगभग 3 से 4 महीने या रेशों के फैल जाने की स्थित में और जल्दी बदल देना चाहिये।
हर तीन महीने पर ब्रश बदलें
अमेरिकन डेंटल एसोसिएशन यह सुझाव देता है कि अपने ब्रश को हमेशा 3 महीने के अंतराल पर बदलते रहना चाहिए। क्योंकि 3 महीने के बाद ब्रश के ब्रिस्टल्स टूटने लगते हैं। इसलिए समय पर ब्रश को बदल देना चाहिए। दांतों को बीमारियों से बचाने के लिए जरूरी है कि आप ब्रश करने के सही तरीके के साथ-साथ सही ब्रश के प्रयोग के बारे में जानें। इसके अलावा दिन में 3 या 4 बार भी ब्रश करने से बचें। 2 या 3 मिनट ब्रश करना ही काफी है।
ब्रश को रखें साफ
अगर आप टूथब्रश को बॉथरूम में रखते हैं तब उस जगह पर नमी होने के कारण उसमें कीटाणु पनपने लगते हैं, इसलिए जरूरी है कि ब्रश को सूखी जगह पर रखें। अगर ब्रश का कवर हो तो उसे जरूर लगायें। ब्रश करने से पहले और ब्रश करने के बाद ब्रश को जरूर साफ करें। अगर आप अपने मुंह को स्वच्छ नहीं रखेंगे तो दांतों व मसूड़ों से संबंधित कई संक्रमणों की आशंका बढ़ सकती है। जिन्जिवाइटिस, दांतों में सड़न, बैक्टीरियल संक्रमण, सांसों की बदबू जैसी परेशानियां तो होंगी ही, साथ ही इससे शरीर के दूसरे हिस्सों में भी समस्याएं हो सकती हैं।
ब्रश करते वक्त सावधानी बरतें और इसमें जल्दबाजी बिलकुल भी न करें। डेंटिस्ट भी यही सुझाव देते हैं कि सही तरीके से ब्रश करके ही दांतों की समस्या से बचाव किया जा सकता है।
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