

क्या कहते हैं रिसर्च

कीटो डाइट कैसे करता है टाइप-2 डायबिटीज कंट्रोल
टाइप-2 डायबिटीज से ग्रसित मरीज ब्लड शुगर और मोटापे के शिकार हो जाते हैं। ऐसे में वजन को कम करके आप टाइप-2 डायबिटीज को कुछ हद तक कम कर सकते हैं। अधिकतर लोग वजन को कम करने के लिए कीटो डाइट अपनाते हैं। कीटो डाइट में कार्ब की मात्रा कम ली जाती है, ऐसे में हमारा शरीर उर्जा बनाने के लिए फैट का इस्तेमाल करती है। ऐसे में जब शरीर का फैट बर्न होता है, तो मेटाबॉजिल्म बेहतर होता है। इसके साथ ही इससे हमारे शरीर का वजन कम होता है, साथ ही टाइप-2 डायबिटीज कंट्रोल रहती है।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
हमारी न्यूट्रीशनिस्ट स्वाति बाथवाल कहती हैं कि कीटो डाइट डायबिटीज मरीजों के लिए फायदेमंद हो सकता है। उनके अनुसार, ऐसे मरीज को इंसुलिन ले रहे हैं उन्हें कीटो डाइट नहीं लेना चाहिए। इसके अलावा अगर उन्हें डॉक्टर ने इंसुलिन बढ़ाने की कोई दवा ही है, तो भी उन्हें कीटो डाइट फॉलो नहीं करना चाहिए। अगर फिर भी आप कीटो डाइट फॉलो करना चाहते हैं, तो एक बार डॉक्टर से संपर्क जरूर करें। इसके अलावा कभी भी कीटो डाइट 3 से 4 सप्ताह से अधिक फॉलो नहीं करना चाहिए।
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कीटो डाइट लेने में क्या रखें सावधानियां
- यदि आप कीटो डाइट का सेवन कर रहे हैं, तो एक बार डॉक्टर्स से संपर्क जरूर करें।
- अगर कीटो डाइट का सेवन करने से आपको ज्यादा कमजोरी महसूस हो रही है, तो कीटो डाइट ना लें।
- डायबिटीज रोगी मोटापे के शिकार हो सकते हैं, ऐसे में माना जाता है कि यह डायबिटीज रोगियों के लिए फायदेमंद है।
- कीटो डाइट में कार्ब फूड का सेवन कम किया जाता है, लेकिन शरीर की उर्जा को बनाए रखना बहुत ही जरूरी है। ऐसे में डॉक्टर से संपर्क जरूर करें।