Heat Rash Groin Causes Symptoms And Treatment In Hindi: आमतौर पर हीट रैशेज शरीर के उन हिस्सों में होती है, जहां कपड़़ों से रगड़ लगती है। लेकिन, गर्मी के दिनों में इस तरह की दिक्कत अधिक देखने को मिलती है। ऐसा इसलिए, क्योंकि गर्मी के दिनों में पसीना और चिपचिपापन अधिक होता है। इस पर अगर कपड़े की रगड़ लग जाए, तो वहां इचिंग, जलन और रैशेज होने की समस्या हो सकती है। इसी तरह, ग्रोइन में भी ऐसी दिक्कत देखने को मिल सकती है। हालांकि, ग्रोइन के अलावा, बगल, कोहनी, थाईज में भी हीट रैशेज हो जाते हैं। वास्तव में, शरीर के इन सभी हिस्सों में स्किन आसपास चिपक जाती है, जिस वजह से हीट रैशेज हो सकते हैं। बहरहाल, इससे बचना मुश्किल नहीं है। यहां हम आपको बता रहे हैं कि ग्रोइन में रैशेज के लक्षण, कारण और इससे बचने के तरीकों में बारे में। इस बारे में हमने नई दिल्ली दिल्ली स्थित अभिवृत एस्थेटिक्स के कॉस्मेटोलॉजिस्ट और स्किन एक्सपर्ट डॉ. जतिन मित्तल से बात की।
ग्रोइन में रैशेज होने के कारण- Heat Rash Groin Causes In Hindi
ग्रोइन में हीट रैशेज होने के कई कारण हो सकते हैं, जिसमें मेडिकल कंडीशन भी शामिल हैं, जैसे-
सोरायसिस
सोरायसिस एक तरह की इंफ्लेमेशन की कंडीशन है। यह समस्या होने पर स्किन सेल्स जम जाती हैं, जिससे स्किन पर पैच बनने लगते हैं। आमतौर पर यह पैच लाल और सफेद और पपड़ीदार होते हैं। इसमें स्किन ड्राई हो जाती है, जिसमें खुजली हो सकती है। कई बार खुजली इतनी तीव्र होती है कि मरीज को खून तक निकल आता है।
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रैशेज और खुजली होना
स्किन पर जब कपड़ों से रगड़ लेती है, तब भी रैशेज और खुजली हो जाती है। जैसा कि हमने पहले ही जिक्र किया है, इस तरह की समस्या गर्मियों में अधिक देखने को मिलती है। इससे स्किन रेड हो जाती है और खुजली करने पर वहां से खून निकल आता है।
एलर्जिक रिएक्शन
कई बार ग्रोइन में रैशेज किसी चीज के एलर्जिक रिएक्शन के कारण भी जलन पैदा होती है। इस कंडीशन में लाल पैच होना और अन्य लक्षण उभरने लगते हैं। इसको मेडिकली कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस के नाम से जाना जाता है।
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ग्रोइन में रैशेज के लक्षण
आमतौर पर ग्रोइन में रैशेज होने का क्या कारण, इस के आधार पर उसके लक्षण नजर आते हैं। जैसे कुछ स्किन कंडीशन ऐसी होती है, जिसमें स्किन लाल हो जाती है, जिसमें इचिंग होने लगती है। वहीं, कई बार स्किन सफेद पपड़ीदार बनकर निकलने लगती है। कहने का मतलब यह है कि आपको ग्रोइन में किस तरह का हीट रैश हुआ है। सामान्य तौर पर हीट रैश को तीन हिस्सों में बांटकर देखा जाता है।
ग्रोइन में रैशेज से बचाव के लिए क्या करें
किसी भी तरह की स्किन कंडीशन से बचाव करने के लिए जरूरी है कि आप अपनी स्किन को साफ-सुथरा रखें। स्किन में पसीना आए, तो समय-समय पर प्रभावित हिस्से को कपड़े से पोंछते रहें। इसके अलावा, ग्रोइन में डॉक्टर के परामार्श पर लोशन या क्रीम लगा सकते हैं। इस तरह की चीजों को अपनाकर आप ग्रोइन रैशेज से बच सकते हैं।