Twin Babies Parenting Tips: एक बच्चे की जिम्मेदारी संभालने के लिए माता-पिता को खास सावधानी बरतनी पड़ती है। वहीं जिन कपल्स के जुड़वा बच्चे होते हैं उनकी जिम्मेदारी भी दोगुनी होती है। दोनों बच्चों का समान ध्यान रखना। साथ ही दोनों के स्वास्थ्य के प्रति समान गौर करने के दौरान कई बार माता-पिता कुछ गलतियां कर बैठते हैं। इन गलतियों के कारण बच्चों का लालन-पोषण तो खराब होता ही है साथ ही उनके व्यवहार पर भी गलत परवरिश का बुरा असर पड़ता है। आगे चलकर ये गलतियां, बच्चे के व्यक्तित्व में बड़ा बदलाव ला सकती हैं। इस लेख में हम आपको बताएंगे जुड़वा बच्चों के सेहत और परवरिश से जुड़ी वो गलतियां जिन्हें आपको भूलकर भी दोहराना नहीं चाहिए।
जुड़वा बच्चों को गलत ढंग से स्तनपान करवाना
नए माता-पिता जुड़वा बच्चों को स्तनपान करवाने की आदत को लेकर कंफ्यूज रहते हैं। वे एक बच्चे को दिन के एक पहर तो दूसरे को दिन के दूसरे पहले स्तनपान करवाते हैं। ये आदत गलत है। ध्यान रखें कि दोनों को बराबरी से स्तनपान करवाना है। आप बच्चे को एकसाथ भी स्तनपान करवा सकती हैं और अलग-अलग भी। एक समय में एक शिशु को स्तनपान करवाएंगी, तो आपको बच्चे के साथ कनेक्शन महसूस होगा और दोनों बच्चों को मां के साथ बराबर समय बिताने का समय मिलेगा।
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जुड़वा बच्चों की हाईजीन का ख्याल न रखना
जुड़वा बच्चों को अक्सर माता-पिता एक ही बोतल से दूध पिला देते हैं। या बच्चों को एक-दूसरे के कपड़े पहना देते हैं। लेकिन ये करना सही नहीं है। इससे बच्चे के शरीर में संक्रमण हो सकता है। दोनों बच्चों के कपड़े, दूध की बोतल, अंडरगॉर्मेंट्स और सभी सामान अलग रखें। जुड़वा बच्चों की इम्यूनिटी अगर कमजोर है, तो वो जल्दी संक्रमण की चपेट में आ जाएंगे इसलिए उनकी साफ-सफाई का ख्याल रखें।
जुड़वा बच्चों की जरूरतों को एक समझना
जुड़वा बच्चों की परवरिश आसान नहीं होती। खासकर उन पैरेंट्स के लिए जो पहली बार माता-पिता बने हैं। ध्यान रखें कि जुड़वा बच्चे भले ही दिखने में एक जैसे हों, लेकिन उनकी आदतें और पसंद एक दूसरे से अलग होती हैं। अगर आप सोच रहे हैं कि कोई चीज एक बच्चे को पसंद है और वही दूसरे को भी पसंद आएगी, तो आप गलत हैं। दोनों बच्चों की जरूरत का ख्याल रखें। दोनों से ही उनकी मर्जी और पसंद पर सवाल करें। बच्चों की पसंद अनुसान उन्हें वो चीज दें। जुड़वा बच्चे एक ही चीज से खुश हो जाएं, हमेशा ऐसा जरूरी नहीं होता।
जुड़वा बच्चों की तुलना एक-दूसरे से करना
कई माता-पिता परवरिश के दौरान ये गौर करना भूल जाते हैं कि दोनों बच्चे भले एक-दूसरे की परछाई हों लेकिन उनका दिमाग अलग है। वो दो अलग जान हैं। दोनों बच्चों की तुलना एक-दूसरे से नहीं करना चाहिए। माता-पिता जुड़वा बच्चों में से किसी को ज्यादा सही मानते हैं और उसकी प्रशंसा दूसरे बच्चे से करते हैं। आम बच्चों के बीच भी ऐसी आदत न बनाएं। अगर आपके दो बच्चे हैं, तो दोनों को प्यार दें और दोनों को समान इज्जत दें।
इन आसान टिप्स की मदद से आप जुड़वा बच्चों की परवरिश और अच्छी सेहत सुनिश्चित कर सकते हैं। लेख पसंद आया हो, तो शेयर करना न भूलें।