मार्केट में मौजूद तंबाकू, खैनी पान मसाला, सिगरेट और बीड़ी से लोगों को कैंसर और इन्य कई ऐसी जानलेवा बीमारियां हो रही हैं, जिन पर ध्यान देना जरूरी हो गया है। इनके चलते कई स्वास्थ्य संगठनों ने इसके लिए पहल की है।
अभी तक जीएसटी प्रस्ताव के तहत सिगरेट पर 28 प्रतिशत टेक्स लगाना तय किया गया है। वहीं, अगर दूसरी ओर देखा जाए, तो यह टेक्स बीड़ी और दूसरे तंबारू उत्पादों पर कम है। इन्हीं सभी चीज़ों के चलते एक स्वास्थ्य संगठन ने बित्त मंत्री अरुण जेटली को पत्र लिखकर सभी तंबाकू उत्पादों पर सिगरेट के बारबर टेक्स लगाने की मांग की है।
वॉलेंट्री हेल्थ एसोसिएशन ऑफ इंडिया की सीईओ भावना के मुताबिक इस समय मार्किट में सिगरेट पर 53 प्रितशत, बीड़ी पर 19.5 प्रतिशत और तंबाकू पर 56 प्रतिशत टेक्स लगा हुआ है। देश में बीड़ी पीने वालों की संख्या 98 प्रतिशत है, लेकिन बजट में इसके शुल्क पर कोई वृद्धि नहीं की गई। उनका कहना है कि इन सभी उत्पादों पर कम से कम 75 प्रतिशत टेक्स होना चाहिए।
मार्केट में तंबाकू उत्पादों पर अगर नजर डाली जाए, तो उसमें बीड़ी का हिस्सा 48 प्रतिशत है। वहीं, खैनी पान मसाला 38 प्रतिशत और सिगरेट 14 प्रतिशत शामिल होती हैं।
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