थाई मसाज एक पारंपरिक उपचार का विधि है, जो पिछले 2500 साल पहले से प्रचलन में है। इसे असल में योगासन,स्ट्रेचिंग और मसाज का एक संपूर्ण मिश्रण माना जाता है। बौद्ध भिक्षुओं द्वारा विकसित, थाई मसाज की संकल्पना भारत में शुरू हुई थी। यह मालिश तनाव को कम करने, ऊर्जा को बढ़ावा देने और शाररिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए उत्कृष्ट माना जाता है। इसमें लोगों के सॉफ्ट टिश्यूज जैसे लिगामेंट्स, मांसपेशियां और टेंडॉन्स में मालिश के जरिये कुछ बेहतरीन बदलाव लाये जातें हैं जिससे ना सिर्फ आपको अच्छा और फ्रेश महसूस होता है बल्कि आपका स्वास्थ्य भी बेहतर रहता है। अक्सर यह मसाज जमीन पर या योगा मैट पर किया जाता है इसे लगभग 90 मिनट से 2 घंटे तक किया जाता है। आइए जानते हैं थाई मसाज से आपको क्या क्या स्वास्थ्य लाभ मिलता है।
तनाव और चिंता को कम करता है
बहुत अधिक तनाव किसी भी व्यक्ति के मानसिक और शारीरिक संतुलन के लिए बहुत हानिकारक हो सकता है। अगर इसे अनदेखा कर दिया जाए तो यह पुरानी और गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। एक्सपर्ट बताते हैं कि किसी अन्य मालिश की तुलना में थाई मसाज तनाव और चिंता को कम करने के लिए सबसे बेहतर होता है।
शरीर को शक्ति प्रदान करता है
थाई मसाज आपके ऊर्जा स्तर को बढ़ाने में मददगार होता है। यह आपके मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है साथ ही दिमाग को शांत रखता है और सुकूनभरी नींद से सोने में आपकी मदद करता है। इस मालिश को करने के लिए विभिन्न तकनीकों का उपयोग किया जाता है। ये शरीर में ऊर्जा के प्रवाह को सही करने के लिए अलग अलग ऊर्जा बिंदुओं को खोलने और स्थिर करने में सहायक होता है।
सिरदर्द से राहत दिलाता है
यदि आप गंभीर सिरदर्द से पीड़ित हैं तो थाई मालिश आपको इससे राहत दिलाने में मदद कर सकता है। 2015 में किए गए एक अध्ययन पता चला है कि यह मसाज पुराने से पुराने सिरदर्द से पीड़ित लोगों के उपचार में प्रभावी रूप से काम करता है।
जोड़ों के दर्द से राहत पहुंचाता है
थाई मसाज मांसपेशियों को ढ़ीला करता है और जोड़ों को भी आराम पहुंचाता है। अगर आप स्कैपुला कॉस्टल सिंड्रोम (SCS) से पीड़ित हैं तो ये आपको दर्द से राहत दिलाने में मदद कर सकता है। इस सिंड्रोम से पीड़ित रोगियों के लिए थाई मसाज अन्य थैरेपी की तुलना में ज्यादा फायदेमंद होता है।
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रक्त संचार में सुधार करता है
यह मालिश पूरे शरीर में रक्त संचार को बढ़ावा देता है। योग की तरह शरीर को स्ट्रेच करने से रक्त संचार बढ़ता है, और शरीर के कोशिकाओं को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन पहुंचाने में भी मदद करता है।
जरूरी टिप्स
जो लोग उच्च रक्तचाप, मधुमेह, हृदय रोग और ऑस्टियोपोरोसिस जैसे बीमारी से पीड़ित हैं उन्हें थाई मसाज लेने से बचना चाहिए।
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