अक्सर जब फायदेमंद चाय की बात आती है, तो आप ग्रीन टी का नाम सुनते होंगे मगर क्या आपको पता है कि ग्रीन टी के बजाय रेड टी का सेवन भी आपकी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है। रेड टी सामान्य ग्रीन टी के जैसी कड़वी नहीं होती है इसलिए इसे वो लोग भी पी सकते हैं जिन्हें ग्रीन टी का स्वाद कड़वा लगता है। आइये आपको बताते हैं कि आप रेड टी कैसे बना सकते हैं और इससे आपको क्या लाभ मिलते हैं।
अनार से बनती है रेड टी
रेड टी बनाने के लिए अनार के ताजे दानों का प्रयोग किया जाता है। अनार सेहत के लिए फायदेमंद होता है- ये आप भी जानते होंगे मगर इसकी चाय भी सेहत के लिए बहुत फायेदमंद होती है। अनार में मुख्य रूप से विटामिन ए, सी, ई, फोलिक एसिड और एंटी ऑक्सीडेंट पाये जाते हैं। अनार रक्त में आयरन की कमी को दूर करता है और एनीमिया जैसी बीमारियों से छुटकारा दिलाता है।
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कैसे बनाएं रेड टी
- रेड टी बनाने के लिए सबसे पहले 2-3 कप अनार के बीज लें।
- इन्हें चीनी के साथ मिलाकर ग्राइंडर में अच्छी तरह पीस लें।
- अब इस पेस्ट को किसी जार में भरकर फ्रिज में रख दें ताकि इसका बाद में भी इस्तेमाल कर सकें।
- चाय बनाने के लिए एक कप गर्म पानी में दो चम्मच पेस्ट मिलाएं।
- अगर आपको चीनी से परहेज है, तो इसमें शहद मिला सकते हैं।
- आपकी चाय तैयार है।
रेड टी पीने के फायदे
- गर्मियों में सही खान-पान के लिए अनार की चाय को भी अपने आहार में शामिल करना चाहिए। इससे पाचन संबंधी समस्याओं में तो आराम मिलता ही है, साथ ही इसके नियमित सेवन से धमनियां भी ठीक रहती हैं।
- गर्भवती महिलाएं जो अनार के चाय का सेवन करती हैं, उनका बच्चा हेल्दी और स्वस्थ होता है।
- अनार में ऐसे गुण हैं जो कैंसर से शरीर को बचाते हैं। खास तौर पर ब्रेस्ट, प्रोस्टेट और फेफड़ों के कैंसर में अनार की चाय का सेवन करने से बहुत फायदा मिलता है।
- विटमिन सी और एंटी ऑक्सीडेंट तत्वों से भरपूर यह फल हमारे शरीर के इम्यून सिस्टम को मज़बूत बनाता है। एंटी ऑक्सीडेंट तत्वों की अधिकता होने के कारण यह खराब कोलेस्ट्रॉल को बढ़ने से शुरुआती दौर में ही रोक देता है।
- इसमें फॉलिक एसिड भी होता है, जिससे उच्च रक्तचाप और एनीमिया का खतरा कम होता है। हीमोग्लोबिन की कमी में अनार का सेवन अच्छा माना जाता है, मगर डायबिटीज के रोगी इसे न लें।