
चूंकि नींबू खट्टा और एसिडिक होता है इसलिए बहुत सारी मांओं के मन में ये सवाल आता है कि क्या शिशु को नींबू देना ठीक है? या किस उम्र में शिशु को नींबू देना सही रहता है। अगर आपकी भी यही परेशानी है तो हम आपको बताते हैं।
छोटे बच्चों का खयाल रखना आसान नहीं है। चूंकि शिशु की रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत कम होती है इसलिए शिशुओं पर मौसम के बदलाव का असर जल्दी होता है। शिशुओं की कुछ सामान्य परेशानियों को घर में मौजूद चीजों से ही आसानी से ठीक किया जा सकता है। नींबू बहुत गुणकारी होता है और इसके ढेर सारे स्वास्थ्य लाभ हैं। चूंकि नींबू खट्टा और एसिडिक होता है इसलिए बहुत सारी मांओं के मन में ये सवाल आता है कि क्या शिशु को नींबू देना ठीक है? या किस उम्र में शिशु को नींबू देना सही रहता है। अगर आपकी भी यही परेशानी है तो हम आपको बताते हैं।
क्या शिशु के नींबू सही है?
अक्सर मांएं सोचती हैं कि शिशु को खट्टी चीजें नहीं देनी चाहिए इसलिए नींबू उनके शरीर के लिए ठीक नहीं हैं और ये बात सही भी है। बच्चे को नींबू का टुकड़ा तब तक नहीं देना चाहिए जब तक उसकी उम्र 10-12 महीने न हो जाए। जबकि पानी में मिलाकर शिशु को नींबू का रस 6 महीने की उम्र के बाद भी दिया जा सकता है। कई बार शिशुओं में खट्टे फलों को लेकर एलर्जी होती है। ध्यान देने की बात ये है कि शिशु को ज्यादा मात्रा में नींबू नहीं देना चाहिए और हमेशा उसमें पानी मिलाकर डाइल्यूट करके देना चाहिए।
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उल्टी होने पर
अक्सर शिशु कुछ चीजें नहीं पचा पाते हैं तो उल्टी कर देते हैं। उल्टी होने पर नींबू पानी में चीनी मिलाकर देने से शिशु को आराम मिलता है। यहां ध्यान देने की बात ये है कि शिशु की उल्टी और किसी चीज के उगलने में अंतर आपको समझना होगा। उल्टी आमतौर पर कुछ खिलाने के आधे से एक घंटे के बाद होती है जबकि कुछ खिलाने पर शिशु को न अच्छा लगे, तो वो तुरंत उगल देता है।
अपच की स्थिति में
6 माह से ऊपर के शिशु जो कुछ ठोस आहार लेने लगें हैं, उनको अपच होने पर नींबू पानी में चीनी या बहुत हल्का सा नमक मिलाकर देना चाहिए। नींबू में मौजूद एसिडिक गुण उसके डाइजेशन को ठीक करते हैं और राहत दिलाते हैं।
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डिहाइड्रेशन
गर्मियों में शिशु को अगर आप थोड़े-थोड़े अंतराल पर पानी में नींबू मिलाकर पिलाती हैं, तो उनको डिहाइड्रेशन की समस्या नहीं होती है। नींबू पानी, शरीर में पानी को रिस्टोर करता है और पेट की गर्मी से बचाता है।
डायरिया
बच्चों में डायरिया रोग सामान्य है। जब शिशु को डायरिया हो, तो शरीर में पानी का लेवल कम होने के ज्यादा चांस होते हैं। इसलिए डायरिया होने पर शिशु को नींबू का रस पानी में मिलाकर थोड़े-थोड़े अंतराल पर देते रहना चाहिए ताकि उसके शरीर में पानी का लेवल ठीक रहे। इसके लिए आप एक ग्लास पानी में एक चम्मच नींबू का रस, एक चम्मच चीनी और दो चुटकी काला नमक मिलाकर उसे दे सकती हैं।
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