शरीर के अंगों को ठीक से काम करने के लिए ऑक्सीजन और ब्लड की सप्लाई बहुत जरूरी है। हमारे शरीर के सभी अंगों तक ऑक्सीजन पहुंचाने का काम ब्लड करता है और ब्लड को अंगों तक पहुंचाती हैं धमनियां। बैलनियोथैरेपी से आपके अंगों में ऑक्सीजन और ब्लड सप्लाई बढ़ जाती है, जिससे आप कई तरह के रोगों से दूर रहते हैं और शरीर में थकान, आलस जैसी समस्याएं भी नहीं होती हैं। बैलनियोथैरेपी को कुछ लोग बालनेओ थेरेपी या बालनेअम बाथ भी कहते हैं। आइए आपको बताते हैं क्या है ये थैरेपी और किसलिए फायदेमंद है ये थैरेपी।
क्या है बैलनियोथैरेपी
बैलनियोथैरेपी एक तरह की बाथिंग थैरेपी है। इस थैरेपी में पानी के टब में हर्बल चीजें मिला कर स्नान करवाया जाता है। इससे न सिर्फ शरीर की सफाई होती है बल्कि ये त्वचा और मस्तिष्क के लिए बहुत फायदेमंद है। बैलनियोथैरेपी से शरीर की त्वचा के माध्यम से अंगों को पोषण मिलता है और शरीर में मौजूद टॉक्सिन्स बाहर निकल जाते हैं। इसके अलावा बैलनियोथैरेपी थकान और मानसिक तनाव को दूर कर देती है और इससे मानसिक शांति मिलती है। ये थैरेपी कई तरह के रोगों में भी फायदेमंद है।
इसे भी पढ़ें:- कई कारणों से सुन्न हो जाते हैं आपके अंग, 2 मिनट में आराम दिलाएंगे ये उपाय
टॉप स्टोरीज़
कैसे करेंगे बैलनियोथैरेपी
बैलनियोथैरेपी में ठंडे और गर्म पानी को इस्तेमाल में लाया जाता है। इस पानी में कई तरह के मिनरल्स और सुगंधित तेल मिलाए जाते हैं, जिससे त्वचा इनमें मौजूद तत्वों को सोख सके। बैलनियोथैरेपी के जरिए कई तरह के रोगों का भी उपचार किया जाता है। आमतौर पर बैलनियोथैरेपी के लिए इस्तेमाल होने वाले पानी में नमक, सल्फर, बोरॉन, आर्सेनिक आदि मिलाया जाता है।
क्यों फायदेमंद है बैलनियोथैरेपी
बैलनियोथैरेपी से कई तरह के रोगों का इलाज सफलतापूर्वक किया जा रहा है। आपके मन में भी सवाल उठ रहा होगा कि ये थैरेपी इतनी फायदेमंद कैसे है। दरअसल बैलनियोथैरेपी के दौरान पानी में अलग-अलग तरह के सॉल्ट और मिनरल्स मिलाए जाते हैं। जब आप मिनरल्स मिले इस पानी में नहाते हैं, तो इससे शरीर में मिनरल्स और पानी की मात्रा संतुलित होती है। इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। दरअसल हमारे शरीर को कई तरह के मिनरल्स की जरूरत पड़ती है और ये तत्व खाने-पीने की चीजों से हमें मिलते हैं। कई बार अस्वस्थ खान-पान के कारण या मिलावटी खान-पान की चीजों के कारण शरीर को ये सभी तत्व नहीं मिल पाते हैं। ऐसे में शरीर जब किसी जरूरी तत्व की कमी के संकेत देता है, तो बैलनियोथैरेपी द्वारा शरीर में इस तत्व की कमी को पूरा किया जाता है।
इसे भी पढ़ें:- पाचन, रक्तसंचार और रीढ़ की हड्डी के लिए फायदेमंद है ये एक योग
बैलनियोथैरेपी में प्रयोग होने वाले मिनरल्स और उनके फायदे
नमक : नमक के प्रयोग से अर्थराइटिस, तंत्रिका तंत्र के रोगों और और हड्डियों की समस्याओं को दूर किया जाता है।
पोटैशियम : यह ब्लड प्रेशर को कम करने, शरीर से टॉक्सिन्स यानी दूषित पदार्थों को बाहर निकालने और चमकती त्वचा के लिए बेहद आवश्यक है। यह त्वचा की नमी को बनाकर रखने में भी बहुत उपयोगी है।
सल्फर : ये बहुत ही उपयोगी मिनरल है, जिससे आपकी त्वचा की समस्याएं, सांस की तकलीफ और शरीर की सूजन में आराम मिलता है।
आर्सेनिक : यह विषैला पदार्थ है, मगर इसकी बहुत थोड़ी मात्रा शरीर में टिश्यू ग्रोथ में सहायक और फंगल इन्फेक्शन से छुटकारा दिलाती है।
बोरोन : यह मिनरल मसल मास बढ़ोतरी करता है एवं दिमाग को चुस्त बनाकर हड्डियों को भी मजबूती प्रदान करता है।
कैल्शियम : कैल्शियम से शरीर में वॉटर रिटेंशन की समस्या दूर होती है एवं यह नाखून और हड्डियों के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद है।
ऐसे अन्य स्टोरीज के लिए डाउनलोड करें: ओनलीमायहेल्थ ऐप
Read More Articles On Alternate Therapy in Hindi