फलों का सेवन स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है। फल पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। अक्सर डॉक्टर बीमार होने और शरीर में पोषण की कमी होने पर फलों का सेवन करने की सलाह देते हैं। लेकिन कुछ लोग सुबह खाली पेट या नाश्ते में फलों का सेवन (Having Fruits In Breakfast In Hindi) करते हैं। आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. रेखा राधामोनी की मानें तो सुबह के समय फलों का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि इससे कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। उनकी मानें तो नाश्ते में फल खाना आपको फायदे से अधिक नुकसान पहुंचा सकता है (Side Effects Of Eating Fruits In Breakfast)। सोच रहे हैं कैसे? तो यहां हम आपको इसके 4 कारण बता रहे हैं।
नाश्ते में फल खाने के नुकसान ( Side Effects Of Eating Fruits In Breakfast In Hindi)
1. सुबह का समय ठंडा होता है
डॉ. रेखा राधामोनी की मानें तो सुबह ठंडी, भीगी और नम होती है। वहीं, फल भी ठंडे और नम होते हैं। और हमारे शरीर में जो ठंडा, नम और चिपचिपा होता है वह है कफ। इसलिए जब आप सुबह के समय फलों का सेवन करते हैं तो इससे आपके शरीर में कफ असंतुलित हो जाता है। जिसके चलते आपको कई स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
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2. फल मीठे और ठंडे होते हैं
फल स्वाद में मीठे और उनकी तासीर ठंडी होती है। हमारे शरीर में जो मीठा भारी और ठंडा होता है वह है कफ। आयुर्वेद की मानें तो सुबह के समय हमारी पाचन अग्नि कम होती है। तो ऐसे में जब आप सुबह के समय फलों का सेवन करते हैं यह आपके पेट में ठीक से पच नहीं पाते हैं। क्योंकि आपके पाचनतंत्र को भोजन को पचाने के लिए पर्याप्त अग्नि की आवश्यकता होती है। तो ऐसे में जब आप सुबह के समय फलों का सेवन करते हैं तो इससे पेट संबंधी समस्याएं हो सकती हैं जैसे अपच।
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3. प्रातः 6 बजे से 10 बजे तक कफ काल होता है
डॉ. रेखा कि मानें तो यह वह समय है जब कफ अपने चरम पर होता है। यही कारण है कि आपको अक्सर सुबह के समय अत्याधिक बलगम, बंद नाक, नाक बहना और सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्याएं होती हैं। चूंकि फल ठंडे होते हैं, तो ऐसे में फलों का सेवन आपकी आपकी स्थिति को बदतर बनाने का काम कर सकता है।
4. उस समय सूरज उगता है
डॉ. रेखा कि मानें तो हमारी पाचन अग्नि सूर्य की नकल करती है। सुबह के समय सूरज की अग्नि बहुत हल्की होती है और हमारी पाचन अग्नि (Digestive Fire) भी कम होती है। जैसे-जैसे सूरज की गर्मी बढ़ती है हमारी पाचन अग्नि भी तेज होती है। यही कारण है कि दिन में हम जो कुछ भी खाते हैं वह आसानी से पच जाता है और सूरज ढलने के बाद ज्यादा भारी भोजन करने की सलाह नहीं दी जाती है। जब सूरज उगता है हमारी पाचन अग्नि कम होती है। ऐसे में जब आप फल खाते हैं तो उन्हें पचने के लिए पर्याप्त गर्मी नहीं मिल पाती है।
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अब आपके पास नाश्ते के लिए क्या विकल्प है? (Healthy Breakfast Options In Hindi)
डॉ. रेखा कि मानें तो आप नाश्ते में कुछ भी गर्म, हल्का और ताजा पका हुआ खा सकते हैं। दलिया, दलिया, चावल या चने के आटे का पैनकेक, दम किए हुए सेब, हरी मूंग दाल का पैनकेक आदि हल्के और पचने में आसान होते हैं। आप इनमें से कुछ भी नाश्ते में खा सकते हैं।
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फल खाने का सबसे अच्छा समय कब है? (Right time to eat fruits in hindi)
फल खाने का समय सुबह 10 बजे से शाम 4 बचे के बीच होता है, जिसे पित्त काल कहा जाता है। साथ ही आपको भोजन के बाद फल खाने से बचना चाहिए। आप भोजन से पहले सेब खा सकते हैं, लेकिन भोजन के बाद खाने से बचें। साथ ही भोजन के साथ भी ना खाएं।
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