Halim Or Aliv Seeds Ladoo Benefits For PCOS: पीसीओएस से जुड़ी समस्याएं होने पर अच्छी डाइट और लाइफस्टाइल फॉलो करना बहुत आवश्यक है। क्योंकि पीसीओएस हार्मोनल असंतुलन के कारण होने वाली स्थिति है, जो खराब जीवनशैली के कारण ही परिणाम है। पीसीओएस के कारण महिलाओं को कई स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। पीरियड्स से जुड़ी समस्याएं जैसे अनियमित पीरियड्स, गंभीर दर्द और ऐंठन, थायराइड, गर्भधारण न होना और भी कई अन्य समस्याएं भी देखने को मिल सकती है। अच्छी बात यह है कि खानपान में सुधार करके इस स्थिति में सुधार किया जा सकता है। इसके अलावा, कुछ खास फूड्स और रेसिपीज को डाइट में शामिल करने से भी आपको पीसीओएस में सुधार करने में मदद मिल सकती है। डायटीशियन मनप्रीत कालरा ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट में पीसीओएस से पीड़ित महिलाओं की स्थिति और लक्षणों में सुधार करने के लिए हलीम के बीज के लड्डू की एक खास रेसिपी शेयर की है। रोज सिर्फ एक लड्डू खाने से पीसीओडी में सुधार करने में मदद मिल सकती है। साथ ही यह बालों झड़ना, इंसुलिन सेंसिटिविटी जैसे लक्षणों में सुधार करने में मदद मिल सकती है। ये लड्डू आयरन और जिंक जैसे पोषक तत्वों की कमी को दूर करने में भी मदद करते हैं। इस लेख में हम आपको इसके फायदे बता रहे हैं...
PCOS से पीड़ित महिलाओं के हलीम के बीज के लड्डू की रेसिपी- Halim Or Aliv Seeds Ladoo For PCOS Recipe In Hindi
सामग्री:
टॉप स्टोरीज़
- अलिव के बीज - 1.5 कप
- ताज़ा नारियल- 1 कप
- गुड़ - 5 चम्मच
- कद्दू के बीज - 62 ग्राम
- इलायची - 1 चम्मच
- दालचीनी - 1 चम्मच
- घी - 1 चम्मच
बनाने का तरीका
हलीम के बीजों को एक घंटे के लिए भिगो दें। एक पैन में घी डालें, नारियल, हलीम के बीज डालें और रोस्ट करें। कद्दू के बीज, इलायची और दालचीनी डालें। मिश्रण को हिलाते हुए अच्छी तरह मिक्स करें। उसके बाद इनके छोटे-छोटे लड्डू बना लीजिए। रोज शाम को इस एक लड्डू का सेवन करें।
PCOS से पीड़ित महिलाओं के लिए हलीम के बीज के लड्डू खाने के फायदे- Halim Or Aliv Seeds Ladoo Benefits For PCOS In Hindi
घी (Ghee)
इसमें ब्यूटिरिक एसिड होता है जो हार्मोनल संतुलन में मदद करता है और प्रजनन क्षमता में सुधार करता है।
कसा हुआ नारियल (Grated Coconut)
एमसीएच से भरपूर, जीवित बीजों का अवशोषण बढ़ाता है और पाचन में सुधार करता है।
हलीम के बीज (Halim Seeds)
बालों के रोम के विकास में सुधार करता है और आयरन, विटामिन ई और विटामिन ए से भरपूर होता है।
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दालचीनी (Cinnamon)
इंसुलिन सेंसिटिविटी में सुधार करता है।
गुड़ (Jaggery)
आयरन का समृद्ध स्रोत और ओव्यूलेशन में सुधार करता है।
इलायची (Elaichi)
पाचन में सुधार करता है।
कद्दू के बीज (Pumpkin Seeds)
जिंक से भरपूर और प्रजनन क्षमता और ओव्यूलेशन में सुधार करता है।
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