
Foods To Eat And Avoid In Hemophilia In Hindi: हीमोफीलिया एक दुर्लभ अनुवांशिक रोग है, जिसमें खून का थक्का (ब्लड क्लॉट) बनना बंद हो जाता है। यह रोग शरीर में कुछ खास प्रोटीन्स की कमी से होता है। इस बीमारी से ग्रस्त व्यक्ति को चोट लगने या त्वचा के कट जाने पर खून निकलना बंद नहीं होता है। हीमोफीलिया के रोगियों के लिए जरा सी भी चोट लगना खतरनाक साबित हो सकता है। कई गंभीर मामलों में रोगी को इंटरनल ब्लीडिंग भी होने लगती है, इसलिए यह जानलेवा हो सकता है। हर साल 17 अप्रैल को World Hemophilia Day (वर्ल्ड हीमोफीलिया डे) यानी विश्व हीमोफीलिया दिवस मनाया जाता है, ताकि इस खतरनाक बीमारी के बारे में लोगों को जागरूक किया जा सके। इस बीमारी का इलाज बहुत मुश्किल है, लेकिन आप अपनी डाइट में कुछ बदलाव करके इसे कंट्रोल में रख सकते हैं। हीमोफीलिया के रोगियों को संतुलित और पौष्टिक आहार लेना चाहिए, जिससे शरीर में ब्लड सेल के उत्पादन को बढ़ावा मिल सके। लेकिन उन्हें यह भी सुनिश्चित करना होगा कि वे जिन चीजों का सेवन कर रहे हैं, उसका उनकी कंडिशन पर कोई बुरा असर तो नहीं होगा। हीमोफीलिया में क्या खाना चाहिए और किन चीजों से परहेज करना चाहिए? इस विषय में जानकारी प्राप्त करने के लिए हमनें न्यूट्रीशला से जुड़ीं डायटीशियन रक्षिता मेंहरा से बात की। आइए, विस्तार जानते हैं हीमोफीलिया में क्या खाएं और क्या नहीं खाएं -
हीमोफीलिया में क्या खाना चाहिए - Foods To Eat In Hemophilia In Hindi
आयरन
हीमोफीलिया के रोगियों को अपनी डाइट में आयरन से भरपूर भोजन को शामिल करना चाहिए। आयरन शरीर में हीमोग्लोबिन के निर्माण में मदद करता है। हीमोफिलिया रोगियों के लिए शरीर में आयरन के स्तर को बनाए रखना विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। क्योंकि जब शरीर से खून बहता है, तो आयरन की कमी हो जाती है। इसके लिए आप रेड मीट, मछली, हरी सब्जियां जैसे पालक, ब्रोकोली, सूखे बीन्स, अनाज, नट्स और किशमिश खाएं।
कैल्शियम
हीमोफीलिया रोगियों को डाइट में कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए। यह हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है और दातों को स्वस्थ रखता है। हीमोफीलिया के मरीजों के लिए दांतों की सही देखभाल करना जरूरी होता है, क्योंकि उन्हें मसूड़ों से संबंधित समस्या होने पर ब्लीडिंग हो सकती है। यह हीमोफीलिया रोगियों के लिए सही नहीं है। इसके लिए आप अपनी डाइट में लो फैट मिल्क, लो फैट चीज, दही, फलियां, सोया मिल्क, बादाम और हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक और ब्रोकली शामिल कर सकते हैं।
विटामिन-के
विटामिटन-के शरीर में प्रोथ्रोम्बिन का उत्पादन करने में मददगार होता है, जो ब्लड क्लॉट को जमने में मदद करता है। इसके अलावा, यह ग्लाइकोजन बनाता है, जो लिवर की कार्यक्षमता को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। विटामिन के से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करने से अत्यधिक रक्तस्राव को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। इसके लिए आप डाइट में पालक, ब्रोकली, गोभी, शलजम, ओट्स, ऑलिव ऑयल और ग्रीन टी को शामिल कर सकते हैं।
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विटामिन-बी
हीमोफीलिया के मरीजों को विटामिन-बी युक्त चीजों का सेवन करना चाहिए। इसमें रीबोफ्लेविन और निएसिन भरपूर मात्रा में होते हैं, जो शरीर में रेड ब्लड सेल्स के उत्पादन में मदद करते हैं। इसके लिए आप अपनी डाइट में केला, मटर, मछली, चीज, कॉर्न, ओरेंज जूस, पीनट बटर, अंडे का पीला हिस्सा, साबुत अनाज और सोयाबीन को शामिल कर सकते हैं।
विटामिन-सी
हीमोफीलिया से ग्रस्त लोगों को विटामिन-सी युक्त चीजों का सेवन करना चाहिए। इससे शरीर में कोलेजन के उत्पादन को बढ़ावा मिलता है। साथ ही, रक्त का थक्का बनाने में मदद मिलती है। विटामिन सी युक्त चीजों का सेवन करने से घाव जल्दी भरता है। विटामिन-सी के लिए आप संतरा, सेब, स्ट्रॉबेरी, पपीता, कीवी, ब्लूबेरी, अनानास, पालक और स्प्राउट्स खाएं।
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हीमोफीलिया में किन चीजों से परहेज करना चाहिए - Foods To Avoid In Hemophilia In Hindi
डायटीशियन रक्षिता बताती हैं कि हीमोफीलिया रोगियों को हाई फैट और फ्राइड फूड्स का सेवन करने से परहेज करना चाहिए। ट्रांस फैट युक्त फूस जैसे पेस्ट्री, पिज्जा, कुकीज का सेवन न करें। इसके अलावा सॉफ्ट ड्रिंक, कैंडी, सोडा, चॉकलेट और हाई शुगरी चीजों को खाने से बचें। इसके अलावा, शराब का सेवन भूलकर भी नहीं करना चाहिए।