
चुकंदर में फॉलिक एसिड की मात्रा भरपूर होती है। हमारे शरीर को एक दिन में लगभग 180 से 400 माइक्रोग्राम फॉलिक एसिड की जरूरत होती है, वहीं गर्भवती महिलाओं को 400 से 800 माइक्रोग्राम फॉलिक एसिड की जरूरत पड़ती है।
चुकंदर में इतने ढेर सारे पोषक तत्व होते हैं कि इसके फायदों को जानकर हैरानी होती है। इसमें मौजूद सभी तत्व शरीर के लिए बहुत फायदेमंद हैं। इसके सेवन से शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ता है और खून की कमी पूरी होती है। चुकंदर में फॉलिक एसिड की मात्रा भरपूर होती है इसलिए ये कई बीमारियों और गर्भावस्था की कई समस्याओं में बहुत फायदेमंद है। इसे सलाद में कच्चा भी खाया जा सकता है और सब्जियों में पकाकर भी लोग खाते हैं। इसके अलावा चुकंदर के जूस को काफी गुणकारी माना जाता है। इसे खाने या पीने से शरीर को तुरंत एनर्जी मिलती है। आइये आपको बताते हैं कि चुकंदर किस तरह आपके लिए फायदेमंद है।
चुकंदर है फॉलिक एसिड का सबसे अच्छा स्रोत
चुकंदर में फॉलिक एसिड की मात्रा भरपूर होती है। ये तत्व शरीर के लिए जरूरी है क्योंकि ये कैंसर और हार्ट अटैक की आशंका को कम करता है। प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को फॉलिक एसिड वाले आहार खाने की सलाह दी जाती है क्योंकि ये बर्थ डिफेक्ट्स से बचाता है। हमारे शरीर को एक दिन में लगभग 180 से 400 माइक्रोग्राम फॉलिक एसिड की जरूरत होती है, वहीं गर्भवती महिलाओं को 400 से 800 माइक्रोग्राम फॉलिक एसिड की जरूरत पड़ती है।
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गर्भावस्था में क्यों जरूरी है फॉलिक एसिड
गर्भावस्था में फॉलिक एसिड की जरूरत आम दिनों से दोगुनी हो जाती है क्योंकि फॉलिक एसिड शिशु की निर्माण प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। कई बार समय से पहले प्रेगनेंसी के मामले में भ्रूण के एम्बायरोज न्यूरल ट्यूब में कुछ परेशानी हो जाती है, तो भ्रूण का विकास ठीक से नहीं होता है। यही ट्यूब आगे जाकर बच्चे के स्पाइनल कॉर्ड और मस्तिष्क के रूप में विकसित होता है। फॉलिक एसिड की कमी के कारण बच्चा शारीरिक या मानसिक रूप से कमजोर पैदा हो सकता है या ऐसा भी हो सकता है कि उसके किसी अंग का पूरा विकास न हो पाया हो। फॉलिक एसिड की कमी के कारण ज्यादातर महिलाओं के शिशु या तो मरे पैदा होते हैं या दिव्यांग पैदा होते हैं।
ब्लड प्रेशर के लिए चुकंदर
हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए चुकंदर का रस बहुत फायदेमंद है। यदि उच्च रक्तचाप के मरीज़ चुकंदर के जूस का सेवन नियमित करेंगे तो ब्लड प्रेशर सामान्य रहेगा। इसके अलावा चुकंदर दिल से जुड़ी कई बीमारियों का खतरा कम करता है। चुकंदर में नाइट्रेट होता है जो रक्त की धमनियों को खोलता है। इससे खून का संचार ठीक से होता है।
पूरी होगी कैल्शियम की जरूरत
शरीर में कैल्शियम की कमी से कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। कैल्शियम की कमी से हड्डियां कमजोर हो जाती हैं और बुढ़ापे के लक्षण जल्दी आ जाते हैं। चुकंदर का सेवन आपके शरीर में कैल्शियम की मात्रा को कम नहीं होने देता और हड्डियों से जुड़े तमाम रोगों से आपको बचाता है। चुकंदर में कैल्शियम के अलावा कई अन्य जरूरी तत्व होते हैं। ये जोड़ों के दर्द में भी फायदेमंद है।
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कोलेस्ट्रॉल घटाता है चुकंदर
चुकंदर में घुलनशील फाइबर होता है, जो दिल की सेहत के लिए हानिकारक कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है। इसके साथ ही इसमें केरोटेनोऑयड और फ्लेवोनोयड्स होते हैं, जो बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करते हैं। इसके साथ ये तत्व धमनियों में रक्त प्रवाह को भी सुचारू बनाये रखने में सहायता करते हैं।
तेज होती है याददाश्त
अमेरिका के नॉर्थ कैलिफोर्निया स्थित वेक फोरेस्ट यूनिवर्सिटी का हालिया शोध यह दावा करता है कि चुकंदर में भारी मात्रा में पाये जाने वाले नाइट्रेटस डिमेंशिया के खतरे को कम करते हैं। नाइट्रिक एसिड मस्तिष्क तक रक्त प्रवाह को बढ़ा देता है, जिससे मस्तिष्क की कार्यक्षमता बढ़ जाती है। चुकंदर में मौजूद फॉलिक एसिड अल्जाइमर और डिमेंशिया के खतरे को कम करता है।
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