पहली बार वियाग्रा (Viagra) का प्रयोग करने वाले पुरुषों के लिए चेतावनी आई है। हाल ही में हुए एक अध्ययन में खुलासा हुआ है कि स्तंभन दोष (erectile dysfunction) के उपचार में आमरूप से प्रयोग होने वाली ये दवा (Viagra) आपके देखने की क्षमता को प्रभावित कर सकती है। अध्ययन के मुताबिक, वे पुरुष जो वियाग्रा (Viagra) का हाई डोज लेते हैं उनमें रोशनी के प्रति संवेदनशीलता और रंगों को पहचाननें में दिक्कत होती है। शोधकर्ताओं ने कहा हालांकि ये प्रभाव सामने आना बहुत मुश्किल है लेकिन पहली बार वियाग्रा (Viagra) का प्रयोग करने वाले पुरुषों को कम डोज के साथ शुरुआत करनी चाहिए औ अगर जरूरत पड़े तभी डोज बढ़ानी चाहिए।
बिना सलाह के लेते हैं वियाग्रा
फ्रंटियर इन न्यूरोलॉजी में प्रकाशित हालिया अध्ययन में वियाग्रा के हाई डोज से लगातार दृश्य संबंधी दुष्प्रभाव के जोखिम को रेखांकित किया गया है। तुर्की के डुनयागोज अडाना हॉस्पिटल के डॉ. कुनेयत कारास्लान का कहना है कि बहुत से पुरुष यौन तनाव और स्तंभन दोष (erectile dysfunction) के उपचार में मदद के लिए बिना सलाह-मशविरा के वियाग्रा जैसी दवा लेते हैं।
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स्तंभन दोष पुरुषों की समस्या
डॉ. कारास्लान ने कहा कि ज्यादातर पुरुषों पर किसी भी प्रकार का साइड इफेक्ट अस्थायी और बहुत हल्का होता है। हालांकि मैं ये बताना चाहता हूं कि लगातार देखने और दृष्टि संबंधी समस्याएं बहुत कम पुरुषों में होती है। स्तंभन दोष (erectile dysfunction) के कारण किसी भी पुरुष को मानसिक तनाव झेलना पड़ता है। स्तंभन दोष (erectile dysfunction) के कारण किसी भी पुरुष के लिए यौन संबंध बनाना बहुत ही मुश्किल हो जाता है, जिसके कारण उसका रिश्ता भी खराब होता है।
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ब्लड प्रेशर के उपचार में आती थी काम
वियाग्रा 1998 से बाजार में बिक रही है। शुरुआत में इसे हाई ब्लड प्रेशर के लिए तैयार किया गया था। ये दवा रक्त वहिकाओं को चौड़ा कर देती है और पुरुषों के गुप्तांग में मांसपशियों को आराम देती है, जिसके कारण पुरुषों को स्तंभन में मदद मिलती है।
3 से 5 घंटे तक रहता है असर
इस दवा का असर सामान्य रूप से 3 से 5 घंटे तक रहता है। इस दवा के हालांकि साइडइफेक्ट भी होते हैं, जैसे सिरदर्द और धुंधला-धुंधला दिखाआ देना। लेकिन बहुत ही जल्द आपको इस समस्या से भी छुटकारा मिल जाता है। हालांकि डॉ. कारास्लान ने अस्पताल में आने वाले 17 पुरुषों में एक प्रकार के पैटर्न को नोटिस किया।
देखने में होती है दिक्कत
इस नए अध्ययन में कारास्लान ने पाया कि वियाग्रा के सेवन से रोगियों में असामान्य रूप से धुंधली दृष्टि, प्रकाश संवेदनशीलता और रंग दृष्टि की गड़बड़ी सहित देखने जैसी कई समस्याओं का सामना करना पड़ा, जिसमें लाल / हरे रंग को नहीं पहचान पाने के साथ-साथ नीला-नीला दिखना भी शामिल है।
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17 पुरुषों पर हुआ अध्ययन
अध्ययन के मुताबिक, सभी 17 पुरुषों ने पहली बार वियाग्रा का प्रयोग किया था और सभी ने 100 एमजी की सबसे हाई डोज ली थी। इसके साथ ही किसी भी पुरुष ने डॉक्टर से सलाह नहीं ली थी। जैसे-जैसे दवा ने प्रभाव दिखाना शुरू किया देखने में समस्या आने लगी। मरीज के 24 से 48 घंटे के भीतर क्लीनिक पहुंचने के बाद भी पुरुषों में वायग्रा का प्रभाव देखा गया।
21 दिन बाद समाप्त होते हैं लक्षण
क्लीनिक में डॉक्टरों ने आंखों के कई टेस्ट किए और समय पर मरीजों को मॉनिटर किया ताकि उनके लक्षणों को पहचाना जा सके। अच्छी बात ये रही है कि 21 दिनों बाद सभी 17 मरीजों में ये लक्षण समाप्त हो गए, लेकिन पुरुषों के लिए ये एक मुश्किल भरा अनुभव रहा।
वियाग्रा का हाई डोज खतरनाक
अध्ययन के मुताबिक, इन पुरुषों ने पहली बार में ही वियाग्रा का हाई डोज लिया। जिसका मतलब ये है कि कम डोज के साथ शुरुआत करने वालों में कम गंभीर दुष्प्रभाव हो सकते हैं। इसके अलावा, दवा को चिकित्सकीय देखरेख में लेने का मतलब यह होगा कि पुरुषों ने पहली बार ऐसी उच्च खुराक का इस्तेमाल नहीं किया होगा।
सलाह के बाद लें खुराक
करसरलान ने कहा, "हालांकि इन दवाओं का प्रयोग जब चिकित्सकों के नियंत्रण और अनुशंसित खुराक के रूप में लिया जाता है तो ये बहुत ही महत्वपूर्ण यौन और मानसिक सहायता प्रदान करती हैं। इसके साथ ही इनकी अनियंत्रित और अनुचित खुराक का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए या फिर बार-बार नहीं करना चाहिए।
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