
बच्चों के एग्जाम खत्म हो चुके हैं और गर्मी की छुट्टियां भी स्टार्ट हो चुकी हैं। हर कोई अपने-अपने बजट के अनुसार घूमने की प्लानिंग में जुटा है। लेकिन तमाम लोग ऐसे भी हैं जिनका बजट ऐसा नहीं है कि वह किसी लंबे ट्रिप पे परिवार के साथ जाएं। इसलिए छुट्टियों में ज़्यादा पैसे खर्च ना करें ताकि आपको आने वाले महीनों में बजट से कम खर्च करके काम चलाना पड़े। खर्चीली छुट्टी प्लान ना करें जैसे कि महंगे क्लास में बच्चों को ना डालें। आप सब छुट्टियों को बजट के अंदर रहकर भी ख़ुशी से बिता सकते हैं और यह आपके ऊपर बोझ भी नहीं बनेगा।
गांव की सैर
आमतौर लोग जॉब के चक्कर में अपना गांव छोड़कर शहर में रहने लगते हैं। इससे बच्चों की पढ़ाई-लिखाई तो अच्छी हो जाती है मगर उन्हें गांव के बारे में ज्यादा पता नहीं चल पाता है। गांव की लाइफस्टाइल से वह बिल्कुल अंजान रहते हैं। इससे उनका संपूर्ण विकास नहीं हो पाता है। अगर आपके बच्चों की छुट्टियां हो चुकी हैं और कहीं घूमने का प्लान बना रहे हैं तो आप अपने गावं की ओर रूख कर सकते हैं। इसी बहाने आपको और आपके बच्चों को शुद्ध हवा और पानी भी मिल जाएगा और अपनों से मुलाकात भी हो जाएगी साथ बच्चों को भी काफी कुछ सीखने को मिलेगा।
जिसमें हो बच्चों की रूचि
आसान एक्टिविटी जैसे कि आइसक्रीम बनाना छोटे बच्चों के लिए मनोरंजक हो सकता है, पर बड़े बच्चों को यह ज़्यादा मज़ेदार नहीं लगेगा और उन्हें कुछ दूसरे काम चाहिए होंगे। कुछ ऑनलाइन प्रोजेक्ट ढूंढे जो आपके बच्चे की रूचि के अनुसार हो। विज्ञान से आर्ट तक काफी ऐसे प्रोजेक्ट मौजूद हैं जो घर पर बनाए जा सकते हैं। आस पास के पेरेंट्स को भी शामिल कर ग्रुप एक्टिविटी करना एक अच्छा उपाय है और छुट्टियों के लिए काफी कारगर है।
बच्चों का पसंदीदा फूड
पैंट्री प्लानिंग एक सजी हुई पैंट्री मील प्लानिंग को आसान बना देता है। ऐसे खाने की लिस्ट बनाएं जो आपके बच्चे को पसंद है। इसे आसान रखें। यह डिश बनाने में आसान होने चाहिए जो आपकी अनुपस्थिति में भी बनाए जा सकते हों। यह उन सारे अभिभावकों के लिए सही है, जो बाहर काम पर जाते हैं या फिर जो घर पर रहते हैं उनके लिए भी अच्छा है। आप मुरमुरे, सॉस, ड्रेसिंग, सैंडविच स्प्रेड, चीज़, घर पर बनी चटनी, चॉकलेट स्प्रेड, पीनट बटर और जूस घर पर हमेशा रखें। स्प्राउट और सब्जियां जैसे कि टमाटर, खीरे और उबले आलू भी हमेशा तैयार रखें ताकि आसानी से कुछ हेल्दी बनाया जा सके।
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एक्टिविटी क्लास
आस पड़ोस में एक्टिविटी क्लास शहरों में एक जगह से दूसरी जगह जाना ही एक भारी काम होता है। आस पड़ोस में बच्चों को एक्टिविटी क्लास में डालने से समय, एनर्जी और पैसे की बचत होती है। ज़रूरी यह है कि बच्चे को भी उस एक्टिविटी में मज़ा आना चाहिए वरना आपका बच्चा वहां जाने से कतरायेगा।
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कुछ अलग प्लान करें
पढ़ने वाला नुक्कड़ आज के डिजिटल ज़माने में पढ़ने वाला नुक्कड़ सुनकर अजीब लगता है पर आप अपने बच्चे के लिए एक आरामदेह कार्नर बना सकते हैं जहां वह किताबें पढ़ सकता है या फिर डिजिटल चीज़ों से अपना मनोरंजन कर सकता है। यह दो तरह से मदद कर सकता है। यह बच्चों के दिमाग में सजावट और रख रखाव का आईडिया देता है और दूसरा यह उन्हें पढ़ने और पेंटिंग करने के लिए प्रेरित करता है।
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