
Expired Eye Drop Side Effects: पुरानी आई ड्रॉप के इस्तेमाल से आंखों की सेहत बिगड़ सकती है। डॉक्टर मरीजों को आंख संबंधित शिकायत को दूर करने के लिए आंख में आई ड्रॉप डालने की सलाह देते हैं। वहीं डॉक्टर लोगों की आंख में मौजूद गंदगी को साफ करने या ड्राई आई की समस्या से बचने के लिए भी आई ड्रॉप डालने की सलाह देते हैं। लेकिन अगर ये दवा पुरानी हो चुकी है यानी एक्सपायर्ड है, तो आंखों में संक्रमण हो सकता है। अगर एक्सपायर हुई दवा आंखों में कई बार डालेंगे, तो आंख में सूजन और जलन हो सकती है। आंखों को पुरानी आई ड्रॉप से होने वाले नुकसान इस बात पर निर्भर करते हैं कि कि दवा कितनी पुरानी हो चुकी है। इस लेख में हम जानेंगे आई ड्रॉप को सही तरीके से इस्तेमाल करने का तरीका और पुरानी आई ड्रॉप को इस्तेमाल करने के नुकसान। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की।
आंखों में जलन महसूस होगी
पुरानी आई ड्रॉप का इस्तेमाल करने से आंखों में खुजली या जलन महसूस हो सकती है। हमारी आईबॉल पर लगाया गया ऐसा सॉल्यूशन काम नहीं करता जो सही न हो। अगर दवा में केमिकल्स, सॉल्ट या अन्य प्रिजर्वेटिव्स की मात्रा ज्यादा होगी या पुरानी होगी, तो आंखें लाल हो जाएंगी या खुजली महसूस हो सकती है।
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पुरानी आई ड्रॉप से होता है बैक्टीरियल इंफेक्शन
हमारी आंख में नमी मौजूद होती है। यहां बैक्टीरिया पनपने का खतरा ज्यादा होता है। मरीजों को आई ड्रॉप का इस्तेमाल दूर से ही करने की सलाह दी जाती है। आई ड्रॉपर, आंख से छूआ नहीं जाना चाहिए। आई ड्रॉप के गलत इस्तेमाल से आंख में बैक्टीरियल इंफेक्शन हो सकता है। पुरानी दवा के आंख के संपर्क में आते ही, बैक्टीरिया आंख को संक्रमित बना देते हैं।
खुली आई ड्रॉप का इस्तेमाल न करें
आपको बता दें कि आधी या खुली हुई आई ड्राॅप का इस्तेमाल, पुरानी हो चुकी आई ड्रॉप से भी ज्यादा खतरनाक होता है। डॉक्टरों के मुताबिक ऐसा करने से बचना चाहिए। जो आई ड्रॉप इस्तेमाल के लिए खोली गई उसे खत्म कर लें। अगर दवा बच गई है, तो उसे बाद के लिए स्टोर न करें। जैसा कि आप अन्य दवाओं के साथ करते हैं। डॉक्टरों के मुताबिक ऐसा करने से दवा खराब हो जाती है। अगली बार उसी आई ड्रॉप की जरूरत है, तो नई दवा खरीदें। खोली हुई आई ड्रॉप को फेंक दें।
3 से 4 हफ्तों में ही एक्सपायर हो जाती है आई ड्रॉप
आई ड्रॉप पर भले ही कंपनी 1 साल तक की एक्सपायरी का दावा करें। लेकिन डॉक्टर मानते हैं कि आई ड्रॉप की शेल्फ लाइफ बहुत छोटी होती है। अगर दवा को खोल लिया है, तो वो 3 से 4 हफ्तों तक ही सही रहेगी। आई ड्रॉप, ऑक्सीजन के संपर्क में आने के कारण खराब होने लगती है। ऐसा हो सकता है कि दवा को खोलने के कुछ महीनों बाद भी आपको उसके रंग में फर्क न दिखे। लेकिन दवा में मौजूद एक्टिव और इंएक्टिव इंग्रीडिएंट्स की मात्रा पुरानी दवा में बदल जाती है। पुरानी आई ड्रॉप का इस्तेमाल करने से ड्राई आई, एलर्जी या ग्लूकोमा जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
आई ड्रॉप इस्तेमाल करने का सही तरीका
- आई ड्रॉप को इस्तेमाल करने से पहले हाथों को साबुन से अच्छी तरह से धो लें।
- आई ड्रॉप की एक्सपायरी डेट और पैकेजिंग चेक करें। पुरानी दवा का इस्तेमाल न करें।
- आई ड्रॉप की शीशी पर डेट लिख दें ताकि आपको पता हो कि दवा को किस दिन खोला गया है।
- ड्रॉप को अच्छी तरह से शेक करें और आंख को ड्रॉपर से दूर रखकर दवा आंख में डाल दें।
- आंख में दवा डालने के 10 मिनट तक आंखों को बंद रखें।
- ध्यान रखें कि कॉन्टेक्ट लेंस पहनकर आई ड्रॉप आंख में न डालें।
- दवा को बंद करके साफ जगह पर रखें दें और 3 महीने के भीतर खत्म करें।
Expired Eye Drop Side Effects: पुरानी आई ड्रॉप के इस्तेमाल से आंख में सूजन, जलन, रेडनेस, दर्द और बैक्टीरियल इंफेक्शन आदि हो सकता है। पुरानी आई ड्रॉप को तुरंत फेंक दें। दुकान से एक्सपायरी डेट चेक करके ही दवा खरीदें। जिन आई ड्रॉप में कट हो या खुली हुई हों, उसे न खरीदें।
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