दिल यानी हृदय हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है, क्योंकि ये काम करना बंद कर दे तो सभी अंग ऑक्सीजन के अभाव में मृत हो जाएंगे। जिंदगी तब तक है जब तक किसी व्यक्ति के दिल की धड़कनें चल रही हैं। अगर दिल कुछ देर के लिए भी धड़कना बंद हो जाए तो इंसान की मौत हो सकती है। कई मामलों में दिल कुछ सेकेंड्स के लिए रुककर फिर चलने लगता है। ऐसी स्थिति में अगर दिल दोबारा चल पड़े लेकिन उसके पहले दिमाग की कोशिकाएं मर जाएं, तो भी इंसान का शरीर किसी काम का नही रह जाता, ऐसी स्थिति को कोमा कहते हैं। इसलिए दिल की धड़कनों की अनियमितता को कभी भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। हार्ट पल्पिटेशन यानी दिल की धड़कन का बढ़ना-घटना शरीर में किसी असामान्य घटना का पहला संकेत हो सकता है।
दिल अगर तेज धड़के तो इसका मतलब यह भी होता है कि आपका दिल बड़ी मुश्किलों से धड़क रहा है। इस समय आप अपने दिल की धड़कनों को सीने में, गले में और गरदन में भी महसूस कर सकते हैं। पल्पिटेशन एक डरावने एहसास की तरह हो सकता है। तनाव और चिंता इसके सामान्य कारक हो सकते हैं। अधिक मात्रा में कैफीन, एल्कोहल, निकोटीन के सेवन कारण भी दिल की धड़कन बढ़ सकती है। गर्भवती महिलाओं में भी दिल की धड़कन बढ़ने की समस्या हो सकती है। कुछ विषम परिस्थितियों में ही इसे दिल से संबंधित खतरनाक समस्या माना जा सकता है।
इसे भी पढ़ें:- अचानक बढ़ जाती है दिल की धड़कन तो हो सकती है ये खतरनाक बीमारी
1. भावनाओं के कारण
आपके मन में उठ रही भावनाओं का आपके दिल की धड़कनों पर सीधा असर पड़ता है। कोई भी भावना जो बहुत सघनता के साथ उठती है, वो दिल की धड़कन को बढ़ा देती है। जैसे- गहरा दुख, बहुत अधिक खुशी, अचानक डर जाना, उत्तेजित हो जाना आदि स्थितियों में दिल की धड़कन बढ़ जाती है। ऐसा इसलिए होता है कि ऐसी स्थिति में शरीर और मन के बीच जो घटनाएं घट रही होती हैं, उनके कारण शरीर में ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ जाती है।
2. शारीरिक गतिविधि
शारीरिक गतिविधि तेज होने पर भी दिल की धड़कन का बढ़ना सामान्य है। तेज दौड़ने, सीढ़ी चढ़ने, एक्सरसाइज करने, मार-पीट करने या कोई भी त्वरित एक्शन वाले काम करने से दिल की धड़कन बढ़ जाती है और ये सामान्य बात है।
3. कैफीन, निकोटीन और एल्कोहल
कई बार दिल की अनियमित धड़कन का कारण आपका खानपान भी हो सकता है। अगर आपने कैफीन (चाय, कॉफी, चॉकलेट्स आदि), निकोटीन (बीड़ी, सिगरेट, तंबाकू आदि), एल्कोहल (शराब, बीयर आदि) का सेवन किया है तो यह पल्पिटेशन (हृदय गति) को तेज करने का कारण बन सकता है। कुछ दवाओं के सेवन के कारण भी दिल की धड़कन बढ़ सकती है।
इसे भी पढ़ें:- जानिये कितना होना चाहिए आपका कोलेस्ट्रॉल और कब शुरू होती है इससे परेशानी
4. शरीर के आंतरिक बदलाव
बाहरी परिवर्तन की तरह हमारे शरीर के अंदर भी समय-समय पर और उम्र बढ़ने के साथ बदलाव होते रहते हैं। महिलाओं में यह समस्या अधिक देखी जाती है। हार्मोन में बदलाव, मासिक धर्म के समय, गर्भावस्था के समय यह समस्या हो सकती है। गर्भावस्था के सयम अगर पल्पिटेशन हो रहा है तो यह एनीमिया का लक्षण भी हो सकता है।
5. कुछ बीमारियां
कई बीमारियां ऐसी हैं जिनके कारण दिल की धड़कन बढ़ जाती है, ऐसी बीमारियां हैं - थायरॉइड, निम्म रक्तचाप, एनीमिया, लो ब्लड शुगर, बुखार और निर्जलीकरण के कारण यह समस्या हो सकती है।
6. अधिक खाने के कारण
कुछ लोगों में अधिक खाने के बाद भी यह समस्या हो सकती है। कार्बोहाइड्रेट, वसायुक्त, और अधिक शुगर वाले आहार का सेवन करने के कारण दिल की धड़कन बढ़ जाती है। अगर आपने ऐसे आहार का सेवन किया है जिसमें नाइट्रेट, सोडियम की मात्रा अधिक है तो यह भी दिल की धड़कन बढ़ा सकता है। इन गतिविधियों के अलावा भी अगर आपके दिल की धड़कन बढ़ जाती है तो इसे बिलकुल भी नजरअंदाज न करें और चिक्त्सिक से अवश्य संपर्क करें।
Read More Articles On Heart Health In Hindi
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version