
Heat Wave Side Effects: अप्रैल का महीना अभी शुरू ही हुआ है और पूरे उत्तर भारत में गर्मी ने अपना प्रकोप दिखाना शुरू कर दिया है। गर्मी का सितम कुछ ऐसा है कि दिल्ली, लखनऊ, गाजियाबाद, कानपुर जैसे कई शहरों में तापमान 35 डिग्री के पार जा चुका है। गर्म हवाओं के कारण लोगों ने अभी से ही घर से बाहर निकलना बंद कर दिया है। इन दिनों चलने वाली लू या हीट वेव में घर से बाहर निकलने वाले लोग बीमार पड़ रहे हैं। गर्मी के मौसम में बीमार पड़ने वाले लोगों को कई बार ऐसा लगता है कि यह शरीर को सही तरीके से हाइड्रेटेड न रखने की वजह से है। हालांकि ऐसा सिर्फ 10 में से 4 मामलों में ही होता है। गर्मियों के मौसम में बीमार पड़ने की मुख्य वजह हीट वेव है। गर्मियों का मौसम शुरू हो चुका है और देशभर में लू ने लोगों को परेशान कर दिया है। सेंटर ऑफ डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुताबिक हीट वेव की वजह से स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याएं हो सकती हैं। इनमें हीट स्ट्रोक, हीट क्रैम्प, हीट एग्जॉशन जैसी चीजों शामिल हैं।
हीट वेव से सेहत को होने वाले नुकसान - Heatwave Effects on Body in Hindi
हीट एग्जॉशन
लू लगने की वजह से हीट एग्जॉशन भी हो जाता है। सीडीसी के मुताबिक, जो लोग दिन में 7 से 8 घंटे तेज धूप, लू में बीताते हैं, उनमें हीट एग्जॉशन के लक्षण ज्यादा देखें जाते हैं। हीट एग्जॉशन के लक्षणों में त्वचा के एक हिस्से का पीला होना, पीना आना, स्किन को अचानक से ठंडा पड़ जाना शामिल हैं। अगर, गर्मियों के मौसम में आपको हीट एग्जॉशन के लक्षण नजर आते हैं, तो ढीले और सूती कपड़े पहनें।
हीट स्ट्रोक
जब कोई सीधे लू के संपर्क में आता है, तो इसे हीट स्ट्रोक की समस्या होती है। हीट स्ट्रोक होने पर अचानक बेहोशी होना, भ्रम, सिर में दर्द और बीच-बीच में चक्कर आना जैसी समस्या हो सकती है। गर्मियों के मौसम में अगर आपको ऊपर दिए गए लक्षण में से कोई भी नजर आता है, तो तुरंत नजदीकी अस्पताल या डॉक्टर से संपर्क करें।
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डिहाइड्रेशन
गर्मियों के मौसम में सही मात्रा में पानी न पीने की वजह से डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है। डिहाइड्रेशन की वजह से पेट में दर्द, उल्टी, दस्त, जी मिचलाना और पल्स का तेज होना जैसी समस्या हो सकती है। इस स्थिति में आपको अपने रेगुलर खान पान में पानी के साथ-साथ कुछ ऐसी चीजों को शामिर करना है, जो अंदर से आपको हाइड्रेटेड रख सके। इसके लिए आप अपनी डाइट में नारियल पानी, शिकंजी, गन्ने का जूस, संतरे का जूस जैसी चीजों को शामिल कर सकते हैं।
स्किन रैशेज
हीट वेव का असर कई बार स्किन पर भी दिखाई देते हैं। जिसकी वजह से त्वचा के विभिन्न हिस्सों में लाल चकत्ते होना, त्वचा का लाल पड़ना, दानें और खुजली जैसी समस्या होती है। अगर आपको इनमें से कोई लक्षण नजर आता है, तो धूप में बाहर निकलने से ऐसे कपड़े पहनें, जिसमें आपके हाथ और पैर पूरी तरह से कवर हो रहे हैं। साथ ही, सनस्क्रीम का इस्तेमाल करें।
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