
क्या पल-पल में आपका मूड बदल जाता है? अगर हां तो आपको मूड स्विंग हो सकते हैं। दरअसल ये हमारे दिमाग की एक परेशानी है जिसमें हर घड़ी इंसान के व्यवहार में बदलाव आता है। शुरुआत में चिड़चिड़ापन धीरे-धीरे बड़ी बीमारी का रूप ले लेता है। इस समय हम सब कोराना माहमारी की गिरफ्त में हैं ऐसे में आप घर पर ही कुछ आसान उपायों से मूड स्विंग जैसी परेशानी से निजात पा सकते हैं। इसे समझने के लिये हमने राय ली लखनऊ के बोधि-ट्री इंडिया सेंटर की काउन्सलिंग साइकोलॉजिस्ट नेहा आनंद से और समझा की मूड को जल्दी-जल्दी बदलने से कैसे रोका जाये।
क्या आपका मूड भी जल्दी-जल्दी बदल रहा है?
नेहा ने बताया कि आज की जीवनशैली मूड स्विंग का सबसे बड़ा कारण है। लोग ऑफिस के काम या घर की जिम्मेदारियों से घिरे रहते हैं। ऐसे में तनाव होना लाजमी है। धीरे-धीरे तनाव मूड स्विंग का रूप ले लेता है।
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मूड स्विंग से कैसे निजात पायें?
1. साइकोलॉजिस्ट ये मानते हैं कि हर इंसान के मूड को बदलने का तरीका अलग हो सकता है पर कुछ कॉमन तरीके हैं जिन्हें आप अपना सकते हैं। अगर आपको लगातार तनाव या चिड़चिड़ापन लगे तो गहरी सांस लें। कुछ देर ऐसा करने से आपको अच्छा महसूस होगा।
2. मूड स्विंग में तनाव को कम करने के लिये जर्नल लिखने की आदत जरूर डालें। आपको जिस बात से परेशानी हो रही है उसे लिखकर पढ़ें। पढ़कर आपको गलती और सुधार दोनों मिल जायेंगे। ये मूड ठीक रखने या मूड स्विंग जैसी परेशानी से बचने का कारगर उपाय है।
3. मेडिटेशन जरूर करें। कई लोग अपने वर्तमान में रहने के बजाय पास्ट या फ्यूचर में रहते हैं जिससे उनके व्यवहार में जल्दी-जल्दी बदलाव देखने को मिलता है। इससे बचने के लिये मेडिटेशन का सहारा लें।
4. एक हेल्दी बॉडी के लिये 7 से 8 घंटे की नींद जरूरी होती है। खासकर महिलाओं को 8 से 9 घंटे की नींद लेने के लिये कहा जाता है क्योंकि वे मल्टी टास्किंग होती हैं। ऐसे में उन्हें नींद की ज्यादा जरूरत होती है। अच्छी नींद लेने से आपको तनाव कम होगा।
5. कई बार हम जरूरत से ज्यादा चीनी खाते हैं इससे भी आपको मूड स्विंग हो सकता है। भारतीय खाने में चीनी की अच्छी मात्रा नेचुरली पाई जाती है इसलिये मीठी चीजों से दूर रहें। दूध में भी हम चीनी डालकर पीते हैं जबकि उसमें लैक्टोस मौजूद होता है जिससे दूध नेचुरली मीठा होता है इसलिये शक्कर का इस्तेमाल कम करें।
6. अपने रूटीन से ब्रेक लें। कई बार एक तरह के माहौल में रहते-रहते ऐसी परेशानी हो जाती है इसलिये समय-समय पर कहीं घूमने का प्लान बनायें।
7. अपनी हॉबी के लिये थोड़ा समय जरूर निकालें। आप अपने लिये समय जरूर बचायें जिसमें आप कोई मूवी देखें या गाने सुनें या अपनी पसंद की किताब या और कोई एक्टिविटी कर सकते हैं।
8. नेगेटिव बातों को हावी न होने दें। इससे आप परेशान रहने लगेंगे। परेशानियों के बजाय उपाय पर फोकस करें।
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माइंडफुलनेस मेडिटेशन है काम की चीज़
- इन दिनों यूट्यूब पर कई ऐसे वीडियोज मौजूद हैं जिन्हें देखकर आप आराम से ये मेडिटेशन सीख सकते हैं। दरअसल ये एक ऐसी आसान तकनीक है जिसकी मदद से आपका मन वर्तमान में ही रहता है आप भूत-भविष्य की चिंता भूल जाते हैं। जिंदगी सही तरह से जीने के लिये आपको वर्तमान पर अपना ध्यान लगाना जरूरी है नहीं तो काम बिगड़ सकते हैं।
- माइंडफुलनेस मेडिटेशन को करने के लिये ऐसी जगह चुनें जो शांत हो।
- आरामदायक कपड़ों में बैठें।
- शुरुआत में 10 मिनट से स्टार्ट करें और फिर धीरे-धीरे समय बढ़ायें।
- मेडिटेशन शुरू करते समय आपका मन भटकेगा पर समय के साथ आदत ठीक हो जायेगी।
- ध्यान करते समय गहरी सांस लेते रहें।
- इस बात को अपने मन में बिठायें कि कोई बात आप पर हावी नहीं होगी और सारे अटके काम आसानी से हो सकेंगे।
- मेडिटेशन करने से आप खुद में बदलाव महसूस करेंगे।
अगर इन उपायों से भी आपकी परेशानी ठीक नहीं होती तो साइकोलॉजिस्ट से संपर्क करना न भूलें।
Written by Yashaswi Mathur
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