
माइग्रेन और सिरदर्द को अक्सर लोग एक समझ लेते हैं, मगर इनमें काफी अंतर होता है। आमतौर पर माइग्रेन में सिरदर्द तो प्रमुख लक्षण होता ही है, साथ ही कुछ अन्य लक्षण भी नजर आते हैं। जिन लोगों को माइग्रेन अटैक होता है, उन्हें कई बार चक्कर आने, सिर घूमने, मितली जैसी समस्याएं होती हैं। इसके अलावा प्रकाश और ध्वनि के प्रति उनकी संवेदनशीलता बढ़ जाती है, जिसके कारण कई बार उन्हें दिखाई देना या सुनाई देना बंद हो जाता है। ये स्थिति खतरनाक हो सकती है।
माइग्रेन से करोड़ों लोग प्रभावित हैं, जिनमें सबसे ज्यादा संख्या महिलाओं की है। रिसर्च बताती हैं कि माइग्रेन के दर्द के दौरान पेनकिलर (दर्दनिवारक दवाओं) का सेवन कई बार खतरनाक हो सकता है और माइग्रेन अटैक के खतरे को बढ़ा सकता है। ऐसे में माइग्रेन के दर्द से तुरंत राहत पाने के लिए आप कुछ खास हर्बल चाय का सहारा ले सकते हैं। प्रकृति में कई ऐसे हर्ब्स मौजूद हैं, जिनमें माइग्रेन को कंट्रोल करने की क्षमता देखी गई है। आइए आपको बताते हैं ऐसी 4 हर्बल चाय, जो आपको माइग्रेन के दर्द से तुरंत राहत दिला सकती हैं।
अदरक की चाय
अदरक एक कमाल का हर्ब है, जिसका इस्तेमाल आयुर्वेदिक औषधियों में काफी किया जाता है। अदरक में एंटीइंफ्लेमेट्री (सूजन कम करने वाले) और पेन रिलीविंग (दर्द कम करने वाले) गुण होते हैं। इसलिए माइग्रेन के दर्द में इसे फायदेमंद माना जाता है। अदरक की चाय एसिड रिफ्लक्स और पेट की गड़बड़ियों को भी खत्म करती है। मगर ध्यान दें कि माइग्रेन में आपको दूध वाली चाय नहीं, बल्कि सिंपल अदरक की चाय पीनी है। इसमें मिठास के लिए आप 1 चम्मच शहद मिला सकते हैं।
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कैमोमाइल टी
कैमोमाइल टी भी माइग्रेन के मरीजों के लिए काफी फायदेमंद हो सकती है। दरअसल कैमोमाइल टी नर्व्स को रिलैक्स करती है। चूंकि ज्यादातर मामलों में माइग्रेन के दर्द का कारण तनाव और चिंता होते हैं, जिसके कारण नर्व्स सिकुड़ जाती हैं, इसलिए कैमोमाइल टी माइग्रेन के दर्द से राहत दिलाने के लिए अच्छी मानी जाती है। कैमोमाइल टी का सेवन आप स्ट्रेस, एंग्जायटी और इन्सोम्निया (अनिद्रा) से राहत पाने के लिए भी कर सकते हैं।
लैवेंडर टी
सिरदर्द और माइग्रेन के दर्द से राहत दिलाने में लैवेंडर टी भी फायदेमंद मानी जाती है। कैमोमाइल टी की ही तरह ही लैवेंडर टी भी तनाव को कम करती है और अच्छी नींद लाने में मददगार होती है। बस ध्यान दें कि आप देर से बनी हुई लैवेंडर टी का इस्तेमाल न करें। इसके बजाय तुरंत बनाई हुई लैवेंडर टी पिएं।
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ग्रीन टी
अगर आपके पास दूसरी कोई हर्बल चाय मौजूद नहीं है, तो सबसे आसान है ग्रीन टी पीना। ग्रीन टी में ढेर सारे एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं इसलिए ये सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होती है। ग्रीन टी भी मसल्स और नर्व्स को रिलैक्स करती है, इसलिए ये स्ट्रेस दूर करने के लिए सबसे अच्छी ड्रिंक मानी जाती है। इसके अलावा ग्रीन टी मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करती है और आपकी कैलोरीज को भी कंट्रोल करती है। इसलिए माइग्रेन के रोगी अगर चाहें तो रोजाना 2-3 कप ग्रीन टी पीने की आदत डाल सकते हैं। इससे दर्द से तो छुटकारा मिलेगा ही, उनकी सेहत भी अच्छी रहेगी।
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