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क्या नाइट शिफ्ट में काम करने से पेट की समस्याएं बढ़ जाती हैं? जानें डॉक्टर की राय

Night Shift and Gut Health: क्‍या नाइट श‍िफ्ट करने से पेट से जुड़ी समस्‍याएं बढ़ जाती हैं? जानें दोनों में क्‍या कनेक्‍शन हो सकता है।

Yashaswi Mathur
Written by: Yashaswi MathurUpdated at: Mar 09, 2023 19:21 IST
क्या नाइट शिफ्ट में काम करने से पेट की समस्याएं बढ़ जाती हैं? जानें डॉक्टर की राय

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Night Shift and Gut Health: काम की बदलती प्रणाली के चलते कई लोग नाइट श‍ि‍फ्ट यानी रात के समय भी काम करते हैं। रात को काम करने से न स‍िर्फ नींद प्रभाव‍ित होती है, बल्‍कि‍ सेहत पर भी इसके प्रभाव देखने को म‍िलते हैं। नाइट श‍िफ्ट में काम करने से सोने की प्राकृत‍िक र‍िदम प्रभाव‍ित होती है ज‍िससे हृदय रोग, मोटापा या डायब‍िटीज का खतरा बढ़ सकता है। कई लोगों में नाइट श‍िफ्ट के चलते च‍िंता, तनाव, क्रोध, च‍िड़ाच‍िड़ापन आद‍ि लक्षण भी देखे जाते हैं। लेक‍िन क्‍या नाइट श‍िफ्ट करने से पेट से जुड़ी समस्‍याएं भी बढ़ सकती हैं? दरअसल कई लोगों को पेट से जुड़ी समस्‍याएं जैसे कब्‍ज, एस‍िड‍िटी, पेट में दर्द, लूज मोशन्‍स, पेट में ऐंठन आद‍ि लक्षण महसूस होते हैं। लेक‍िन इन लक्षणों का नाइट श‍िफ्ट करने से कोई कनेक्‍शन हो सकता है या नहीं इसके बारे में हम आगे जानेंगे। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के केयर इंस्‍टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फ‍िजिश‍ियन डॉ सीमा यादव से बात की।   

रात को जागने से ब‍िगड़ सकती है तबीयत?

नाइट श‍िफ्ट के कारण जो लोग रात को जागते हैं, उनके शरीर में हार्मोन बनने की प्रक्र‍िया में असंतुलन पैदा होता है। इस कारण से भी रात को काम करने से तबीयत ब‍िगड़ सकती है। आपको बता दें क‍ि नाइट श‍िफ्ट में काम करने से सेहत इसल‍िए प्रभाव‍ित होती है क्‍योंक‍ि द‍िमाग के मुताब‍िक रात का समय सोने के ल‍िए होता है। नाइट श‍िफ्ट में काम करने के कारण शरीर को रात की नींद नहीं म‍िल पाती। इस कारण से शरीर और द‍िमाग के बीच का तालमेल ब‍िगड़ जाता है। शरीर पूरी तरह से थका हुआ महसूस करता है। इसके साथ ही द‍िल की बीमार‍ियों का खतरा बढ़ जाता है।        

क्‍या नाइट श‍िफ्ट से गट हेल्‍थ प्रभाव‍ित हो सकती है?

stomach problems

अगर अगर आप रात को काम करते हैं और जगते हैं तो आपकी गट हेल्‍थ की समस्‍या या पेट से जुड़ी समस्‍या बढ़ सकती है। रात में कुछ लोग हैवी खाना खा लेते हैं ज‍िसके कारण तबीयत ब‍िगड़ सकती है। रात को शरीर का मेटाबॉल‍िज्‍म धीमे हो जाता है और पाचन भी धीमा हो जाता है इसल‍िए रात के समय हल्‍का भोजन ही करना चाह‍िए। ऐसा न करने के कारण पेट में मरोड़ और कब्‍ज जैसे लक्षण नजर आने लगते हैं। रात को जागने से पेट को आराम नहीं म‍िल पाता और पेट की इंटरनल क्‍लॉक प्रभाव‍ित होने के कारण पेट में गैस या दर्द हो सकता है। 

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नाइट श‍िफ्ट के साथ पेट का ख्‍याल कैसे रखें?

  • नाइट श‍िफ्ट कर रहे हैं, तो आपको पूरी रात जागना होगा। लेक‍िन खुद को फ्रैश रखने के ल‍िए बार-बार चाय या कॉफी का सेवन न करें।
  • नाइट श‍िफ्ट में काम करने वाले लोग कैफीन के ज्‍यादा सेवन से बचने के ल‍िए हर्बल टी का सेवन कर सकते हैं।
  • इसके साथ ही आपको रात में हल्‍का भोजन करना चाह‍िए। स्‍नैक्‍स भी ऐसे चुनें ज‍िनमें म‍िर्च और मसाला ज्‍यादा न हो।
  • नाइट श‍िफ्ट के बाद जब आप सुब‍ह का पहला आहार लें तो उसमें कॉर्ब्स, प्रोटीन और हेल्‍दी फैट को शाम‍िल करें।  
  • प‍िज्‍जा, बर्गर, ब्रेड, मीठी चीजें, शेक, पैकेज्‍ड फूड्स, चॉकलेट्स आद‍ि का सेवन रात में काम के साथ न करें।   
  • रात को भूख लगे, तो सलाद, पनीर, हरी सब्‍ज‍ियों का सलाद, फल आद‍ि का सेवन कर सकते हैं।   
  • गट हेल्‍थ को मजबूत रखने के ल‍िए दही का सेवन कर सकते हैं। 

ऊपर बताई ट‍िप्‍स को फॉलो करेंगे, तो नाइट श‍िफ्ट के दौरान गट हेल्‍थ प्रभाव‍ित नहीं होगी। लेख पसंद आया हो, तो शेयर करना न भूलें। 

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