प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को कई तरह की सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। इस समय महिलाओं की दिनचर्या का प्रभाव गर्भ में पल रहे बच्चे के विकास पर पड़ सकता है। ऐसे में महिलाओं को लाइफस्टाइल में कुछ जरूरी बदलाव करने की सलाह दी जाती है। लेकिन, आज के समय में मोबाइल फोन का इस्तेमाल करना बेहद ही आम बात है। मोबाइल फोन हमारी लाइफ का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है। ऐसे में मोबाइल के बिना रहने की कल्पना तक नहीं की जा सकती है। मगर, कई बार महिलाओं के मन में प्रश्न उठता है कि क्या प्रेग्नेंसी में मोबाइल का अत्यधिक इस्तेमाल करने से गर्भ में पल रहे बच्चे के विकास पर प्रभाव पड़ता है। अशोक नगर स्थित साईं पॉलिक्लिनीक की स्री रोग विशेषज्ञ से डॉ. विभा बंसल से जानते हैं कि गर्भावस्था में मोबाइल के उपयोग से बच्चे पर क्या असर पड़ सकता है।
क्या प्रेग्नेंसी में मोबाइल फोन का उपयोग करना सुरक्षित होता है? Is It Safe to Use a Cell Phone During Pregnancy in Hindi
मोबाइल फोन से इलेक्ट्रोमेग्नेटिक रेडिएशन निकलता है, यह रेडिएशन नॉन-आइओनाइजिंग रूप में होता है। कुछ कम लेवल की एनर्जी वेव मनुष्य के टिश्यू में प्रवेश नहीं करते हैं, लेकिन इसके बावजूद ये आंखों को प्रभावित कर सकते हैं। हर मोबाइल फोन से अलग-अलग रेडिएशन निकल सकती हैं। इसी के आधार पर मोबाइल को रेटिंग दी जाती है। फिलहाल, डॉक्टर की मानें तो प्रेग्नेंसी के दौरान मोबाइल फोन का अधिक इस्तेमाल करने से महिलाएं रेडिएशन के संपर्क में आ सकती हैं। यह आपके नींद के पैर्टन को डिस्टर्ब कर सकते हैं। जिससे आपके ब्रेन की एक्टिविटी प्रभावित हो सकती है। ऐसे में प्रेग्नेंसी के समय किसी भी उपकरण का अत्यधिक उपयोग करना महिलाओं के लिए खतरनाक हो सकता है।
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प्रेग्नेंसी के दौरान मोबाइल का अधिक उपयोग करने का बच्चे पर क्या प्रभाव पड़ सकता है? Impact of Overusing a Mobile During Pregnancy In Hindi
गर्भावस्था के दौरान यदि महिलाएं मोबाइल का अधिक उपयोग करती हैं, तो इससे बच्चे पर क्या असर हो सकता है। इस बारे में स्टडी के मुताबिक आगे विस्तार से बताया गया है।
- जो महिलाएं प्रेग्नेंसी के दौरान मोबाइल का अधिक उपयोग करती हैं, उनके बच्चों में जन्म के बाद व्यवहार संबंधी समस्याएं होने का खतरा बढ़ सकता है।
- इसके अलावा, मोबाइल की रेडिएशन के संपर्क में आने से महिलाओं के साथ ही बच्चे के ब्रेन पर भी हल्के प्रभाव दिखा सकते हैं। इस समय महिलाओं को स्ट्रेस, थकान, चिंता और स्लीप पैर्टन में बदलाव हो सकता है।
- एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार प्रेग्नेंसी के समय महिलाओं का मोबाइल इस्तेमाल करने से प्रीटर्म बर्थ का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा, मिसकैरेज और गर्भ में बच्चे के शरीर के तापमान में बदलाव होने की संभावना बढ़ जाती है।
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प्रेग्नेंसी के समय महिलाओं के लाइफस्टाइल का सीधा असर उनके बच्चें पर पड़ता है। मोबाइल में महिलाएं जिस तरह के कंटेंट के देखती हैं, उसका प्रभाव उनके मस्तिष्क पर पड़ता है। जिससे उनके हार्मोन में भी बदलाव होते हैं। इस समय महिलाओं के शरीर में होने वाले हर बदलाव का प्रभाव बच्चे के डेवलपमेंट पर देखा जा सकता है। इसलिए डॉक्टर महिलाओं को प्रेग्नेंसी के समय खुश रहने और एक्टिव रहने की सलाह देते हैं। जिससे बच्चे का विकास सही तरह से हो सके। कुल मिलाकर महिलाओं को प्रेग्नेंसी के समय मोबाइल का इस्तेमाल सीमित समय के लिए करना चाहिए।