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उमस की वजह आंखों पर भी पड़ सकता है असर, जानें कैसे करें बचाव

बदलते मौसम और बढ़ती ह्यूमिडिटी का असर आपकी आंखों पर भी पड़ सकता है। आगे जानते हैं कि उमस में आंखों पर क्या असर होता है?
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उमस की वजह आंखों पर भी पड़ सकता है असर, जानें कैसे करें बचाव


मौसम में बदलाव होने पर वातारवण में भी कुछ बदलाव देखने को मिलते हैं। गर्मियों के बाद जब बारिश का मौसम आता है, तो ऐसे में ह्यूमिडिटी बढ़ जाती है। इस दौरान कुछ लोगों की पाचन क्रिया पर बुरा असर पड़ता है। तो कुछ लोगों को आंखों से जुड़ी समस्याएं होने लगती हैं। जब वातावरण में नमी अधिक होती है तो ऐसे में आंखों में जलन, खुजली और असहजता की समस्या बढ़ सकती है। ऐसे में आपको अपनी आंखों का विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है। इस लेख में यशोदा सुपर स्पेशिलिटी अस्पतला के नेत्र रोग विशेषज्ञ सीनियर कंसल्टैंट डॉ नरिंदर सिंह से जानते हैं कि उमस भरे मौसम में आपकी आंखों पर क्या असर पड़ता है। साथ ही, आगे यह भी जानेंगे कि आप अपनी आंखों को इस समस्या से कैसे बचा सकते हैं। 

अधिक आर्द्रता (ह्यूमिडिटी) का आंखों पर क्या प्रभाव पड़ता है? - Does high humidity affect eyes in Hindi

आंखों की थकान

जब वातावरण में अधिक आर्द्रता होती है, तो इससे आंखों को ठीक से फोकस करने में दिक्कत हो सकती है। आंखों पर ज्यादा जोर पड़ता है, जिससे आंखों में थकान और असहजता महसूस हो सकती है। इसके अलावा, ह्यूमिडिटी के कारण हवा में मौजूद कण आंखों के संपर्क में आने से जलन हो सकती है, जिससे आंखों की थकान बढ़ जाती है।

आंखों में खुजली और जलन

अधिक ह्यूमिडिटी की वजह से माहौल में नमी बढ़ जाती है, जिससे हवा की क्वालिटी भी खराब हो सकती है। यह आंखों में खुजली और जलन का कारण बन सकती है। नमी के कारण आंखों की सतह पर धूल और अन्य कण आसानी से चिपक सकते हैं, जिससे आंखों को सही तरह से खोलने या देखने में परेशानी हो सकती है। 

Does high humidity affect eyes in Hindi

आंखों में सूखापन (ड्राई आई सिंड्रोम)

यह बात आपको थोड़ी अजीब लग सकती है, लेकिन ह्यूमिडिटी के बावजूद कुछ लोगों को ड्राई आइज की समस्या हो सकती है। अत्यधिक नमी के कारण आंखों की सतह से आंसुओं का वैपोरेशन धीमा हो जाता है, जिससे आंखें अधिक शुष्क महसूस हो सकती हैं। इसके कारण आंखों में जलन, लालिमा और असुविधा हो सकती है।

कंजक्टिवाइटिस का जोखिम बढ़ना 

अधिक ह्यूमिडिटी के कारण वातावरण में फंगस, बैक्टीरिया और वायरस बढ़ने लगते हैं। यह आंखों में इंफेक्शन का कारण बन सकता है, जैसे कि कंजक्टिवाइटिस (आंखों आना)। इसके अलावा, हवा में नमी बढ़ने से धूल के संपर्क में आने की संभावना भी बढ़ जाती है, जिससे एलर्जी और सूजन हो सकती है।

आंखों से बार-बार पानी आना

इस तरह के मौसम में कई लोगों को आंखों से पानी आने की समस्या होती है। नमी के कारण आंखों की सतह पर अतिरिक्त आंसू जमा हो जाते हैं, जिससे आंखों में पानी आता है। यह समस्या विशेषकर उन लोगों में अधिक देखी जाती है, जिन्हें पहले से ही आंखों से जुड़ी समस्या होती है। 

आंखों को अधिक ह्यमिडिटी के प्रभाव से बचाने के उपाय - Prevention Tips Of Eye Problems During Humidity in hindi 

  • आंखों को साफ रखें और संभव हो तो कुछ घंटों के अंतराल में पानी से साफ करें। 
  • आंखों को रगड़ने से बचें। 
  • ह्यूमिडिफायर का प्रयोग करें। 
  • कॉन्टैक्ट लेंस की सफाई पर ध्यान दें। 
  • संक्रमण से बचने के लिए आंखों की जांच कराएं। 
  • किसी दूसरे व्यक्ति का धूप का चश्मा या कॉन्टैक्ट लेंस इस्तेमाल न करें। 

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Does high humidity affect eyes in Hindi: मौसम में आर्द्रता (ह्यूमिडिटी) आंखों के लिए समस्या का कारण बन सकती है। खासकर उन लोगों के लिए जो पहले से ही आंखों की समस्याओं से ग्रसित होते हैं। सही देखभाल और सावधानियों के साथ, आप इन समस्याओं से बच सकते हैं। साथ ही किसी तरह के लक्षण दिखाई देने पर आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। 

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