क्या यौन संचारित रोग (STDs) फर्टिलिटी को प्रभावित करते हैं? डॉक्टर से जानें

यौन संचारित रोग या संक्रमण के कारण कई महिलाओं में फर्टिलिटी प्रभावित हो सकती हैं। 
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क्या यौन संचारित रोग (STDs) फर्टिलिटी को प्रभावित करते हैं? डॉक्टर से जानें

यौन संचारित संक्रमण ( Sexually Transmitted Infections Or STI ) महिलाओं और पुरुष दोनों के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं। अक्सर लोग योनि से जुड़ी समस्याओं को नजरअंदाज कर देते हैं। यौन संचारित संक्रमण एक पुरानी स्थिति है, जिसे अनदेखा करने से स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं बढ़ सकती हैं और ये महिलाओं और पुरुषों की प्रजनन क्षमता पर गलत प्रभाव डाल सकता है। महिलाओं के शरीर के अलग-अलग अंगों पर एसटीआई का नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, जिस कारण उनके प्रेग्नेंट होने की संभावना कम हो जाती है। गयनेकोलॉजिस्ट शिखा गुप्ता ने यौन संचारित संक्रमण किस तरह महिलाओं या पुरुषों के प्रजनन स्वास्थ्य पर प्रभाव डाल सकता है, इसके बारे में विस्तार से जानकारी दी है। 

फर्टिलिटी होती है कम 

यौन संचारित रोग या संक्रमण के कारण महिलाओं और पुरुषों में फर्टिलिटी कम हो जाती है। यौन संचारित रोग आमतौर पर वजाइना इंफेक्शन के कारण होता है। अक्सर महिलाएं और पुरुष अपने वजाइना इंफेक्शन को हल्के में लेते हैं, और समय पर इसका इलाज नहीं करते हैं, जिस कारण ये इंफेक्शन यूटरस तक चले जाते है और वहां से धीरे-धीरे फैलोपियन ट्यूब तक पहुंच जाते हैं। जिस कारण फैलोपियन ट्यूब डैमेज या ब्लॉक हो जाते हैं, और इंफर्टिलिटी की समस्या बढ़ जाती है। 

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गर्भाश्य हो सकता है डैमेज

यौन संचारित संक्रमण के कारण महिलाओं में गर्भाशय के डैमेज होने की संभावना बढ़ जाती है। वजाइना इंफेक्शन गर्भाश्य तक पहुंचने के कारण यूटरस में ब्लिडिंग होने लगती है, गर्भाशय अस्तर एंडोमेट्रियोसिस खराब हो जाता है, जिससे गर्भपात, और इंफर्टिलिटी की समस्या बढ़ जाती है।  

गर्भ में पल रहे बच्चे को इंफेक्शन होने का खतरा 

यौन संचारित रोग वजाइनल फ्लोरा इंफेक्शन का ही एक रूप होता है, जो HIV, हेपेटाइटिस बी जैसी समस्याओं के साथ और ज्यादा गंभीर हो सकता है। ऐसे में अगर महिला कंसिव भी कर लें तो गर्भ में पल रहे शिशु को ये बीमारियां और इंफेक्शन होने की संभावना बढ़ सकती है। 

यौन संचारित संक्रमण से प्रजनन क्षमता सुरक्षित रखने के टिप्स 

यौन संचारित संक्रमण से प्रजनन क्षमता को सुरक्षित रखने के लिए जरूरी है कि संभोग के दौरान महिला और पुरुष दोनों के दूसरे की स्थिति का अंकलन कर लें। योनि से जुड़े किसी भी तरह के इंफेक्शन को नजरअंदाज न करें, बल्कि समय रहते इसका इलाज करवाएं। अपने पार्टनर के साथ संबंध बनाने के दौरान प्रोटेक्शन का इस्तेमाल करें।

Image Credit : Freepik 

 

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