कॉमन कोल्ड का मुख्य कारण है वायरल इनफेक्शन,जो कि हवा के जरिये फैलता है। दरअसल जब हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता वायरस को नष्ट करने के लिए संघर्षरत होती है, तभी उसके परिणामस्वरूप सर्दी-जुकाम, सिरदर्द और बुखार जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। बदलते मौसम में यह समस्या और ज्यादा होती है।सर्दी-जुकाम की समस्या अगर दो या तीन दिन में ठीक नहीं होती है या कुछ कम नहीं होता है तो इसे हल्के में ना लें। यह किसी गंभीर समस्या का लक्षण हो सकता है। बार-बार जुकाम होना इस बात को दर्शाता है कि आपके शरीर का इम्यून सिस्टम सही ढंग से काम कर रहा है। इम्यून सिस्टम के कमजोर होने का मतलब है बीमारियों का आप पर हमला। ऐसे में जरूरी है कि आप अपने शरीर की रोग प्रतिरोधी क्षमता को मजबूत बनाने की दिशा में काम करें।
कैसे बढ़ाएं प्रतिरोधक क्षमता
मजबूत रोग प्रतिरोधी क्षमता के लिए सही पोषण बहुत जरूरी है। यह पोषण सिर्फ अच्छे खानपान से ही मिल सकता है। विटामिन सी युक्त खाद्य पदार्थों के नियमित सेवन से शरीर की रोग प्रतिरोधी क्षमता मजबूत होती है। हमारे शरीर को हर दिन 400 मिग्रा विटामिन सी की जरूरत होती है। शरीर की रोग प्रतिरोधी क्षमता को मजबूत बनाने के लिए एंटी ऑक्सिडेंट और विटामिन सी की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। सर्दी के मौसम में आने वाले रंग-बिरंगे फलों के सेवन से प्रतिरोधी क्षमता को बढ़ाया जा सकता है। इस वक्त आने वाले हरे, लाल, पीले और नारंगी रंग के फल एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होते हैं। संतरा, सेब, लाल अंगूर, गाजर, कीवी जैसे फल आप जरूर खाएं। ठंड के मौसम में लहसुन और चिकन सूप भी इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करते हैं। ज्यादा कैलोरी वाले खाने की जगह पौष्टिक भोजन करना फायदेमंद होगा। ज्यादा कैलोरी से न इम्यून सिस्टम मजबूत होगा और न ही आप संक्रमण से बचेंगी, बल्कि ज्यादा कैलोरी से मोटापे की परेशानी हो सकती है।
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आहार का रखें खयाल
जुकाम की समस्या से बचने के लिए जरूरी है कि सर्दियों में अपने आहार का खास खयाल रखा जाए। जानें किस प्रकार के आहार का सेवन करना चाहिए-
दही
दही प्राकृतिक प्रोबॉयोटिक है। बीमारियों से बचने के लिए ठंड में भी हर दिन कम-से-कम एक बार दही जरूर खाएं। ध्यान इस बात का रखें कि दही ठंडा न हो।
लहसुन
दिन में एक या दो लहसुन खाएं। यह प्राकृतिक एंटी वायरल और एंटी बैक्टीरियल है। यह शरीर में ऐसे एंजाइम की संख्या को बढमता है जो खून को साफ करने में सहायक होते हैं।
किवी
दिन में दो किवी खाकर शरीर को भरपूर विटामिन सी दिया जा सकता है। यह कफ और कोल्ड से लडम्ने में आपकी मदद करेगा।
गाजर
विटामिन ए से भरपूर गाजर सर्दी-जुकाम से लड़ने में मदद करता है। यह संक्रमण से बचने में भी सहायक है।
ग्रीन टी
ग्रीन टी में एंटीवायरल और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। यानी इसके नियमित सेवन से वायरल और बैक्टीरियल इंफेक्शन से बचा जा सकता है। एक दिन में तीन से चार कप ग्रीन टी पीने से आपकी रोग प्रतिरोधी क्षमता मजबूत होगी।
मशरूम
मशरूम को इम्यूनिटी बूस्टर कहा जाता है। यह वायरस और कोल्ड से रक्षा करता है।
ध्यान रखें
- सर्दी-जुकाम संक्रमण से फैलता है, इसलिए अगर आपको या आपके आसपास किसी को यह समस्या हो तो खाने-पीने से पहले साबुन से अपने हाथ जरूर धोएं, अपना तौलिया, रूमाल, पानी का ग्लास आदि अलग रखें।
- जुकाम में स्टीम लेने से बहुत जल्दी फ़ायदा होता है।
- सर्दी के मौसम में ऐसी समस्या होने पर ताजा हवा में सांस लेना बहुत ज़रूरी होता है क्योंकि इस मौसम में घर के भीतर प्राय: हीटर चलता रहता है और बंद कमरे में सर्दी-जुकाम के वायरस की संख्या बढ़ जाती है। इसलिए सुबह थोड़ी देर खुली हवा में जरूर टहलें।
- सर्दी-जुकाम के दौरान आपके शरीर को आराम की जरूरत होती है, ताकि आपके शरीर का इम्यून सिस्टम इसके वायरस का अच्छी तरह मु़काबला कर सके।
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