डायबिटीज को खतरनाक बीमारी माना जाता है। मां-बाप अगर डायबिटीज का शिकार हों, तो उनके बच्चे को भी इस रोग के होने की संभावना होती है, क्योंकि ये एक अनुवांशिक बीमारी है। डायबिटीज होने पर व्यक्ति के शरीर में शुगर का लेवल गड़बड़ हो जाता है, जिसके कारण उसे कई तरह की परेशानियां होने लगती हैं। दरअसल शरीर एक खास केमिकल या हार्मोन बनाता है, जिसे इंसुलिन कहते हैं। ये हार्मोन ही खून में घुले शुगर को एनर्जी में बदलने का काम करता है। लेकिन डायबिटीज हो जाने पर शरीर ठीक तरह से इंसुलिन हार्मोन को नहीं बना पाता है, जिसके कारण खून में घुला शुगर ऊर्जा में नहीं बदल पाता है। इसी वजह से खून में शुगर की मात्रा बढ़ने लगती है।
किन अंगों पर पड़ता है डायबिटीज का असर
खून यानी रक्त नसों के सहारे हमारे पूरे शरीर में दौड़ता है और सभी अंगों तक पोषक तत्व और ऑक्सीजन पहुंचाता है। जब खून में शुगर की मात्रा बढ़ जाती है, तो शरीर के कई अंगों को काम करने में कई तरह की परेशानियां आने लगती हैं। इसका सबसे ज्यादा खतरा दिल (हार्ट), गुर्दे (किडनी), आंखों आदि पर पड़ता है। इसके अलावा नसों के डैमेज हो जाने के कारण स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ जाता है। लंबे समय तक ये रोग मरीज के नर्वस सिस्टम को भी पूरी तरह खराब कर सकता है।
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दो तरह के होते हैं डायबिटीज
डायबिटीज की बीमारी व्यक्ति को 2 तरह से हो सकती है, जिसे कारणों के आधार पर टाइप 1 डायबिटीज और टाइप 2 डायबिटीज के रूप में बांटा जा सकता है। टाइप 1 डायबिटीज कम लोगों को होती है, मगर ये ज्यादा खतरनाक होती है। टाइप 1 डायबिटीज होने पर रोगी का शरीर बिल्कुल भी इंसुलिन नहीं बना पाता है। जबकि टाइप 2 डायबिटीज होने पर व्यक्ति का शरीर इंसुलिन तो बनाता है, मगर इसका इस्तेमाल नहीं कर पाता है। इस तरह के रोगी का शरीर एक तरह का इंसुलिन रेजिस्टेंस पैदा करने लगता है, जिसके कारण इंसुलिन बनने के बावजूद शरीर में अपना काम नहीं कर पाता है। टाइप 2 डायबिटीज ज्यादा कॉमन हैं और इसके रोगियों की संख्या करोड़ों में है।
अनुवांशिक डायबिटीज के लक्षण दिखते हैं 20 के बाद
मां-बाप के कारण अगर कोई बच्चा जन्म से ही डायबिटीज का शिकार हो जाता है, तो उसमें कम उम्र में ही छोटे-मोटे लक्षण दिख सकते हैं। मगर डायबिटीज के सही और स्पष्ट संकेत आमतौर पर 20 साल की उम्र के बाद दिखाई देना शुरू होते हैं। परिवार में डायबिटीज का इतिहास होने पर व्यक्ति को इस बारे में पहले से सचेत रहना चाहिए और समय-समय पर जांच कराते रहना चाहिए, जिससे कि इस रोग का सही समय पर पता चल सके। डायबिटीज के शुरुआती लक्षण इस प्रकार हो सकते हैं-
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20 बाद ये लक्षण हो सकते हैं डायबिटीज का संकेत
- ज्यादा प्यास लगना
- छिलने-कटने पर घाव का देर से भरना या बहुत धीरे भरना
- हर समय थका हुआ महसूस करना
- भूख ज्यादा लगना
- धुंधला दिखाई देना
- अचानक से वजन घटने लगना
- उल्टी, जी मिचलाना और चक्कर आना
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